गुरूग्राम में तो मोनसून पूर्व सफाई का बजट सौ करोड़ रूपये था। आज पूरा गुरूग्राम स्वीमिंग पुल में बदल गया, सैक्टरों तक घरों में पानी घुस गया, यह खुला भ्रष्टाचार नही तो और क्या है? विद्रोही नाले, नालिया, पानी निकासी मार्ग की सफाई क्यों नही हुई? सफाई न करवाने की जवाबदेही किसकी है? क्या मुख्यमंत्री ने किसी अधिकारी की जवाबदेही तय करके किसी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की? विद्रोही 11 जुलाई 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि रेवाडी में मात्र 25-26 मिलीमीटर बरसात ने प्रशासन व सरकार के इस दावे की पोल खोलकर रख दी है कि सभी पानी निकासी मार्ग, नालिया, सीवरों की सफाई कर दी है व शहर में कहीं जलभराव नही होगा। विद्रोही ने कहा कि जब 25-26 एमएम बरसात में ही पूरा रेवाडी शहर तालाब बन गया, सडके कीचड़ व गंदगी से अट गई तो सहज अनुमान लगा ले कि यदि ज्यादा बरसात हो गई तो शहर की स्थिति क्या होगी? रेवाडी ही नही अहीरवाल क्षेत्र के नारनौल व मिलेनियन सिटी गुरूग्राम को बरसात ने तालाब में बदलकर साबित कर दिया कि मोनसून पूर्व पुख्ता व्यवस्था के प्रशासन व भाजपा-जजपा सरकार के मंत्री-संतरियों के सभी दावे हवा-हवाई जुमले थे। कटु सत्य यह है कि मोनसून पूर्व वर्षा से निपटने सफाई के लिए जो पैसा आया था, उस पैसे को सरकारी अधिकारी व सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा नेता मिलकर हडप गए और कागजों में सफाई दिखाकर पूरे बजट को जीम गए। भाजपा-जजपा सरकार व प्रशासन में भारी भ्रष्टाचार के चलते रेवाडी, महेन्द्रगढ़, गुरूग्राम सहित पूरे हरियाणा को मोनसून वर्षा ने नरक में बदल दिया। विद्रोही ने कहा कि नदियों के कारण आई पानी की समस्या को तो समझा जा सकता है और इस प्राकृतिक आपदा पर सरकार व प्रशासन की बेबसी भी समझ में आती है। पर भ्रष्टाचार के कारण रेवाडी, नारनौल, गुरूग्राम जैसे शहरों का नरक में बदलने पर मुख्यमंत्री खट्टर जी व उनके प्रशासन के पास क्या जवाब है? गुरूग्राम में तो मोनसून पूर्व सफाई का बजट सौ करोड़ रूपये था। आज पूरा गुरूग्राम स्वीमिंग पुल में बदल गया, सैक्टरों तक घरों में पानी घुस गया, यह खुला भ्रष्टाचार नही तो और क्या है? मुख्यमंत्री ने सोमवार को जिला अधिकारियों से वीडियो कान्फ्रैस करके बरसाती पानी को निकालने के पुख्ता प्रबंध करने की जुमलेबाजी भी कर ली पर क्या उन्होंने रेवाडी, गुरूग्राम व नारनौल के जिला प्रशासन से पूछा कि इन जिलों में नदिया न होने पर भी शहर तालाब कैसे बने? मोनसून पूर्व सफाई का पैसा कहां चला गया? नाले, नालिया, पानी निकासी मार्ग की सफाई क्यों नही हुई? सफाई न करवाने की जवाबदेही किसकी है? क्या मुख्यमंत्री ने किसी अधिकारी की जवाबदेही तय करके किसी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की? सफाई का पैसा कौन हजम कर गया? विद्रोही ने कहा कि विगत 8 सालों से भिवाडी उद्योगों का रसायन युक्त गंदा पानी धारूहेडा में आ रहा है जिसके चलते धारूहेडा व आसपास के गांवों के लोगों का जीना दूभर हो गया है। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर धारूहेडा में पानी भरने पर इस हाईवे पर गुजरने वाले बदहाल है। भाजपा सरकार व प्रशासन विगत 8 सालों से दावे करने व मीडिया बयान बहादुर बनकर बडी-बडी बाते करने के अलावा कुछ नही कर रहा। विद्रोही ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार के भ्रष्टाचार व लूट के कारण मोनसून शुरू होते ही पूरा हरियाणा नरक बन गया। Post navigation रेवाड़ी( लिपिको कीे अनिश्चितकालीन हड़ताल में सोमवार को शामिल हुए विभिन्न विभागों के लिपिक कर्मचारी रेवाड़ी का सियासी घमासान ……….. नहीं किसी नेता की राह आसान