निर्धारित लक्ष्यों के तहत समय से पूर्व अमृत सरोवर का निर्माण पूरा करने में गुरुग्राम जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर: डीसी अक्टूबर माह के बाद शमशान घाट में मूलभूत सुविधाएं नदारद मिलने पर संबंधित ग्राम सचिव होंगे जिम्मेदार गुरुग्राम, 10 जून। आजादी के अमृत काल में जिला प्रशासन को मिशन अमृत सरोवर के तहत जल संरक्षण की दिशा में बड़ी सफलता मिली है। हरियाणा सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के तहत समय से पूर्व अमृत सरोवर का निर्माण कार्य पूरा करने में गुरुग्राम प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। यह जानकारी डीसी निशांत कुमार यादव ने शुक्रवार की शाम लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में पंचायत विभाग, ग्राम सचिव सहित नगर निगम गुरुग्राम के अधिकारियों के साथ अमृत सरोवर योजना की समीक्षा बैठक में दी। डीसी ने बताया कि जिला में अमृत सरोवर योजना के तहत 80 अमृत सरोवर का लक्ष्य दिया गया था जिसमे से 74 अमृत सरोवर का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को बाकी बचे 6 अमृत सरोवरों का काम भी अगले 15 दिन में पूरे करने के निर्देश दिए हैं। डीसी निशांत कुमार यादव ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से कहा मिशन अमृत सरोवर को विकासात्मक गतिविधियों के तहत तीन चरणों मे बांटा गया जिसमें पहले चरण में निर्धारित लक्ष्यों के तहत निर्माण कार्य 30 जून तक पूरा किया जाना है। योजना के दूसरे चरण यानी अमृत प्लस में पूरे हो चुके अमृत सरोवरों पर पौधारोपण, वॉल्कवे, अमृत सरोवर की चारदीवारी, वहां बैठने की व्यवस्था सहित सोलर लाइट व पशुओं के लिए घाट की व्यवस्था की जानी है। डीसी ने बताया की दूसरे चरण के तहत निर्धारित कार्यो को पूरा करने के लिए 15 अगस्त अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। डीसी ने बताया योजना के तीसरे चरण अमृत प्लस प्लस के तहत प्रत्येक अमृत सरोवर पर नोडल अधिकारी की नियुक्ति के साथ ही वहां यूजर ग्रुप की पहचान भी की जाएगी। इसके अतिरिक्त अमृत सरोवर ग्राम पंचायतों के आमदनी के साधन कैसे बने इन विकल्पों पर भी मंथन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीसरे चरण के लिए मौजूदा वर्ष में दिसम्बर माह तक समय निर्धारित किया गया है। डीसी ने सभी ग्राम सचिवों को निर्देश दिए कि वे पूर्ण हो चुके अमृत सरोवर से जुड़ी पंचायतों से नोडल अधिकारी की नियुक्ति का प्रस्ताव पास करवाकर उनके कार्यालय में भिजवाए। इसके साथ ही गांव अमृत सरोवर का इस्तेमाल किस प्रकार से व किसके द्वारा किया जाएगा उसकी भी सूची तैयार करें। डीसी ने कहा कि जिला में जल्द ही हरियाणा उदय के तहत जनजागरूकता व जनसहभागिता का अभियान चलाया जाएगा। ऐसे में सभी अमृत सरोवरों पर अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए वहां पौधारोपण करवाकर उनके रखरखाव की शपथ भी दिलवाई जाए। डीसी ने कहा की योजना के तीनों चरणों की निरंतर मॉनिटरिंग के लिए सभी फोटो पोर्टल पर अपलोड की जाएंगी। अक्टूबर माह के बाद शमशान घाट में मूलभूत सुविधाएं नदारद मिलने पर संबंधित ग्राम सचिव होंगे जिम्मेदार बैठक में डीसी निशांत कुमार यादव ने शिवधाम योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि यह योजना प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसके अंतर्गत शमशान घाट के जीर्णोद्वार, पानी की व्यवस्था, चारदीवारी आदि शामिल है। उन्होंने निर्देश दिए कि योजना के तहत किए जा रहे कार्यों में तेजी लाएं, ताकि आमजन को योजनाओं का लाभ मिल सके। डीसी ने जिला में योजना के तहत होने वाले विकास कार्यो के लिए 31 अक्टूबर अंतिम तिथि निर्धारित करते हुए कहा निर्धारित समयावधि के बाद जिला के जिस भी गांव में शमशान घाट में ये सुविधाएं नदारद मिली तो संबंधित गांव के ग्राम सचिव को जिम्मेदारी तय करते हुए नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। बैठक में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी वीरेंद्र सिंह, पंचायती राज के एक्सईन सुधीर मोहन, सीएमजीजीए हिया बनर्जी सहित सभी बीडीपीओ व ग्राम सचिव उपस्थित रहे। Post navigation गुरुग्राम पुलिस ने 09 जून 2023 को प्रभावी रूप से चलाया पुलिस-प्रेजेंस-डे अभियान ध्वनि प्रदूषण जागरूकता के लिए वॉकथॉन