एसकेएम हरियाणा और उत्तर प्रदेश के भाजपा शासित राज्यों में किसानों के खिलाफ पुलिस की बर्बरता की निंदा करता है

~ एसकेएम कुरूक्षेत्र में सूरजमुखी के बीज के लिए एमएसपी की मांग कर रहे किसानों पर हरियाणा पुलिस द्वारा बर्बर लाठीचार्ज और किसानों की गिरफ्तारी की निंदा करता है
~ एसकेएम ग्रेटर नोएडा में भूमि अधिग्रहण के तय मुआवजे की मांग कर रहे किसानों पर पुलिस की बर्बरता और किसानों की गिरफ्तारी की निंदा करता है
~ एसकेएम मोहन सराय, वाराणसी में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ विरोध कर रहे किसानों पर पुलिस हमले की निंदा करता है
~ एसकेएम ने महिला पहलवानों के विरोध को समर्थन जारी रखने का निर्णय किया और यौन उत्पीड़न के दोषी भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी से बचाने के लिए केन्द्र की भाजपा सरकार की निंदा की

दिल्ली, 7 जून, 2023: एसकेएम की राष्ट्रीय परिषद ने आज दिल्ली में बैठक की और किसानों और ग्रामीण भारत से संबंधित मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श किया। एसकेएम ने भाजपा शासन में, विशेष रूप से हरियाणा और उत्तर प्रदेश में, किसानों के खिलाफ पुलिस की बर्बरता और दमन की बढ़ती घटनाओं को संज्ञान में लिया।

एसकेएम ने 6 जून को हरियाणा के कुरूक्षेत्र में किसानों के उपर बर्बर लाठीचार्ज और बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी की निंदा की। किसान सूरजमुखी के बीज की फसल के लिए एमएसपी नहीं मिलने के खिलाफ विरोध कर रहे थे। लेकिन उनकी जायज़ मांग को हल करने के बजाय, भाजपा सरकार ने किसानों पर लाठीचार्ज किया जिसमें दर्जनों किसान घायल हुए और 30 से अधिक किसानों और किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया। एसकेएम हरियाणा सरकार को इस दमन को तुरंत रोकने, सभी गिरफ्तार व्यक्तियों को रिहा करने, सभी झूठे मामलों को वापस लेने, सभी घायल प्रदर्शनकारियों को मुआवजा देने और किसानों को सूरजमुखी के बीज की फसल के लिए एमएसपी सुनिश्चित करने के लिए चेतावनी देता है। ऐसा नहीं करने पर एक बड़ा प्रदर्शन शुरु किया जाएगा।

एसकेएम 6 जून की रात को ग्रेटर नोएडा आथोरिटी ऑफिस के सामने धरना स्थल से पुलिस द्वारा 33 प्रमुख किसान कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की निंदा करता है। धरना वैकल्पिक आजीविका और निष्पक्ष मुआवजे के लिए भूमि अधिग्रहण अधिनियम के सभी वैधानिक खंडों के भुगतान के लिए गौतम बुद्घ नगर के 54 गांवों के किसानों और भूमिहीन मजदूरों का शांतिपूर्ण आंदोलन था। एसकेएम मांग करता है कि गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा किया जाए, सभी मामले वापस ले लिए जाएं और इन जायज़ मांगों को स्वीकार किया जाए।

एसकेएम ने वाराणसी के मोहन सरानी में किसानों और ग्रामीण व्यक्तियों, जिसमें सैकड़ों महिलाएं भी शामिल हैं, के जबरन भूमि अधिग्रहण के खिलाफ 6 सप्ताह के लंबे विरोध और धरना को संज्ञान में लिया, जिस पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने क्रुर दमन किया है। एसकेएम मांग करता है कि इस दमन के शासन को और जबरन अधिग्रहण को तुरंत बंद किया जाए। ऐसा नहीं करने पर एसकेएम अपने घटक संगठनों को न्याय के लिए संघर्ष को तेज करने के लिए आह्वान करेगा।

एसकेएम ने भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह, जिन पर एक नाबालिग सहित कई महिलाओं के यौन उत्पीड़न के जघन्य अपराधों का आरोप लगाया है, के खिलाफ भारत की महिला पहलवानों के विरोध के संबंध में घटनाक्रमों को संज्ञान में लिया। एसकेएम प्रदर्शनकारियों को समर्थन देना जारी रखेगा और महिलाओं खिलाड़ियों के शोषण के दोषी को बचाने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार की निंदा करता है। एसकेएम मांग करता है कि बृज भूषण को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।

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