एसडीओ टोहाना सार्वजनिक अपमान के मामले में सार्वजनिक माफ़ी की माँग। शिकायत सुनते ही मंत्री गुस्सा हो गये और वहाँ मौजूद एसडीओ अमित यादव को “हरामजादा, डकैत, रिकवरी एंजेट” जैसी शब्दावली इस्तेमाल करके बुरी तरह से अपमानित किया। हिसार, 17.5.2023 – फतेहाबाद के जाखल कस्बे में किसान विश्राम गृह में आयोजित जनता दरबार में पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली द्वारा बिजली निगम टोहाना ( रूरल ) के उपमंडल अधिकारी अमित यादव को बेवजह अपमानित करने के मामले ने अब तूल पकङ लिया है। अधिकारी अमित यादव के पक्ष में हरियाणा पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन लामबंद हो गई है। ज्ञात हो कि जाखल में आयोजित जनता दरबार में पंचायत मंत्री बबली ने जन शिकायतों को दूर करने के लिए जनता दरबार लगाया था, जिसमें दूसरे विभागों के अधिकारियों के साथ साथ दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम, टोहाना (ग्रामीण) के उपमंडल अधिकारी अमित यादव भी मौजूद थे। इस दौरान वर्षों पहले लगे ट्रांसफार्मर को शिफ्ट करने की एक शिकायत मंत्री के सामने आई। शिकायत सुनते ही मंत्री गुस्सा हो गये और वहाँ मौजूद एसडीओ अमित यादव को “हरामजादा, डकैत, रिकवरी एंजेट” जैसी शब्दावली इस्तेमाल करके बुरी तरह से अपमानित किया। मंत्री इतने पर भी शाँत नहीं हुए बल्कि वहाँ मौजूद कंमाडो को निर्देश दिये कि एसडीओ को धक्के देकर बैठक से बाहर निकालो और एफआईआर भी करवाओ,इसके साथ ही उन्होनें बिजली मंत्री से शिकायत कर संस्पेंड करवाने की धमकी दी थी। मामला संज्ञान में आने पर आज हरियाणा पॉवर इंजीनियर एसोसिएशन की एक गेट मीटिंग विद्युत सदन के सामने हिसार जोन के अध्यक्ष आशीष मोदी की अध्यक्षता में हुई। गेट मीटिंग को संबोधित करते हुए केंद्रीय कार्यकारिणी के कार्यकारी सदस्य राजेश मन्देरणा ने कहा कि पंचायत मंत्री का अधिकारियों के प्रति इस तरह का अमर्यादित व्यवहार बर्दाश्त करने लायक नहीं है। सस्ती लोकप्रियता के लिए अधिकारियों को सार्वजनिक तौर पर बिना कसूर अपमानित व प्रताङित करना एक गंभीर मामला है और एसोसिएशन इसे बङे स्तर पर उठाएगी। उन्होनें माँग की कि मंत्री बबली इस मामले में तुरंत सार्वजनिक तौर पर माफ़ी माँगे वरना एसोसिएशन आंदोलन को व्यापक करने पर मजबूर होगी। महासचिव हितेंद्र बजाज ने इस मौके पर कहा कि अधिकारी निगम के नियमों के अनुरुप ही काम कर सकते हैं पर पिछले कई मसलों को देखकर लगता है कि मंत्री आदतन अधिकारियों की सार्वजनिक बेइज्जती करते हैं। इससे पहले इन्होनें मार्च में टोहाना के मुनिसिपल इंजीनियर की कुर्सी को ठोकर मारते हुए और गाली गलौच करते हुए उनकी टोहाना से बदली करवाने की धमकी दी थी । उन्होनें कहा कि बिजली निगम का कोई अधिकारी आगे से उनके कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा, एसोसिएशन ने मंत्री के पूर्ण बहिष्कार का फैसला कर लिया है। महासचिव हितेंद्र बजाज ने कहा कि अधिकारियों पर पहले से ही निगम द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने का बहुत दबाव रहता है, मंत्री द्वारा इस तरह डर का माहौल पैदा करके और उन्हें मानसिक रूप से अस्थिर करके गलत कामों को करवाने का तरीका ठीक नहीं है। एसोसिएशन इसका पुरजोर तरीके से विरोध करती है। गेट मीटिंग में संदीप, सत्यप्रकाश, राजेश निनाणिया, रवींद्र घणघस, मुकेश, प्राग , सलाऊदीन कागदाना, होशियार सिंह जाखड, अनीस, अश्वनी, संदीप, साहिल गर्ग, अमित यादव, धर्मसिंह, विनोद, मुकेश रोहिल्ला, राहुल , दीपक , विजय सिंह, साहिल सहित, हिसार फतेहाबाद व सिरसा ज़िला से बङी संख्या में इंजीनियर्स शामिल हुए। Post navigation कर्नाटक: मध्यप्रदेश और राजस्थान में कोई सबके लेगी कांग्रेस ? कर्नाटक : बहुमत का बुखार