वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र : हरियाणा कला परिषद के निदेशक एवं वरिष्ठ रंगकर्मी संजय भसीन को रंगमंच के क्षेत्र में दिए जा रहे योगदान के लिए रोहतक में कला क्षेत्र से जुड़ी संस्थाओं द्वारा हरियाणा कला रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। हरियाणा कला परिषद रोहतक मण्डल द्वारा शनिवार को देर सायं हास्य कवि सम्मेलन का श्रीराम रंगशाला में आयोजन करवाया गया, जहां कला परिषद के निदेशक संजय भसीन को स्थानीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हरियाणा कला रत्न सम्मान से नवाजा।

रोहतक मण्डल के अतिरिक्त निदेशक एवं मुख्यमंत्री के ओएसडी गजेंद्र फौगाट ने बताया कि संजय भसीन विद्यार्थी जीवन से रंगमंच में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। लगभग 50 नाटकों में अभिनय तथा डेढ़ दर्जन से अधिक नाटकों का निर्देशन कर हरियाणा के सर्वश्रेष्ठ रंगकर्मियों में अपना स्थान बनाए हुए हैं। अपने अभिनय के कारण भसीन ने हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चण्डीगढ़ आदि शहरों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार प्राप्त किया है।

वर्ष 1984 से संजय भसीन ने नाटकों का निर्देशन प्रारम्भ किया तथा नाटक सैंया भए कोतवाल, रंग नगरी, उजबक राजा तीन डकैत, अंधेर नगरी, इतिहास चक्र, कुमार स्वामी, जंगी राम की हवेली, एक और युद्ध, जाति ही पूछो साधू की, रब खैर करे, बकरी, पोस्टर, दो मस्खरों की महारानी आदि नाटक निर्देशित कर देशभर के विभिन्न शहरों में मंचित किए।

इसके अतिरिक्त निष्ठा सांस्कृतिक मंच के द्वारा वर्ष 2000 से अखिल भारतीय नृत्य एवं नाट्य महोत्सव का आयोजन करवा रहे हैं। इतना ही नही भसीन हम लोग,अफसाने,रानी कोकिला, मानव पिशाच आदि धारावाहिकों में भी अभिनय कौशल दिखा चुके हैैं। रंगमंच के क्षेत्र में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के कारण इन्हें नाट्य भूषण, नाट्य गुरु, ब्रज नाट्य रत्न, रंग ऋषि, फरिश्ते अवार्ड, हिंदी अनुरागी, अवार्ड ऑफ ऑनर, प्रोत्साहन अवार्ड, पंचाल रत्न, कला रत्न, राष्ट्रीय थियेटर अवार्ड, नाट्यभूषण कौंसिल अवार्ड, आचार्य श्रेष्ठ सम्मान, कलाश्री सम्मान, भारतेंदु सम्मान से भी नवाजा गया है।

संजय भसीन चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, महर्षि दयानंद विश्विद्यालय, कुरूक्षेत्र विश्विद्यालय, इफको, भिलई स्टील प्लांट, अखिल भारतीय विश्वविद्यालय संघ के निर्णायक मंडल में भी अपनी सक्रीय भूमिका निभा रहे हैं।

गजेंद्र फौगाट ने बताया कि हाल ही में संजय भसीन द्वारा कुरूक्षेत्र में नाटक बिरसा मुंडा का मंचन किया गया, जिसमे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुख्यतिथि के रूप में उपस्थित हुए। नाटक की दमदार प्रस्तुति देखने के बाद नाटक बिरसा मुंडा का हरियाणा के समस्त जिलों मे मंचन करवाए जाने का निर्णय लिया गया है। वही संजय भसीन के रंगमंच में योगदान तथा सक्रियता को ध्यान में रखते हुए गजेन्द्र फौगाट ने संजय भसीन को पदम पुरस्कार दिलवाने हेतु प्रदेश के कलाकारों से गुहार भी लगाई है।

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