मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर अपने प्रदेश की बेटियों के साथ खड़े होकर उन्हे न्याय दिलवाने की पहल करने की बजाय कह रहे है कि कुश्ती पहलवानों का मामला हरियाणा से सम्बन्धित नही है : विद्रोही
पूरी दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ाकर मैडल जीतने वाली महिला पहलवानों की मन की बात जब देश के प्रधानमंत्री सुनने को तैयार नही है : विद्रोही

5 मई 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने जंतर-मंतर पर धरना दे रहे कुश्ती पहलवानों विशेषकर महिला पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस के पुरूष कर्मियों द्वारा किये गए दुर्रव्यवहार की कठोर आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि मोदीजी का बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नारा एक जुमला है। विद्रोही ने कहा कि मोदीजी वोट बैंक कीे गंदी व औच्छी राजनीति के लिए नारी सशक्तिकरण के नाम पर महिलाओं को ठगते तो है, पर जब भी उनकी सुरक्षा, गरिमा का सवाल आता है तो मोदीजी पीडि़त महिलाओं के साथ खड़े होने की बजाय सदैव ही भाजपाई-संघी यौन शोषकों के साथ खड़े होकर उन्हे सत्ता दुरूपयोग से सत्ता सरंक्षण देते नजर आते है। पूरी दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ाकर मैडल जीतने वाली महिला पहलवानों की मन की बात जब देश के प्रधानमंत्री सुनने को तैयार नही है तब सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि वे मन की बात के नाम पर किस तरह विगत 9 सालों से पूरे देश को ठग रहे है। 

विद्रोही ने कहा कि मोदी-शाह के अधीन आने वाली दिल्ली पुलिस हो या चंडीगढ़ पुलिस दोनो ही यौन शोषण मामले में जिस तरह भाजपा सांसद बृजभूषणशरण सिंह व हरियाणा मंत्री संदीप सिंह को अप्रत्यक्ष रूप से बचाने का जो कुप्रयास कर रही है, वह घोर निंदनीय व सत्ता का खुला दुरूपयोग है। जब देश की जानी मानी महिलाओं को यौन शोषण मामले में मोदी सरकार न्याय नही दे रही है तब सहज अनुमान लगा ले कि आम महिलाओं की मोदी-भाजपा-संघ राज में क्या हालत है, यह बताना भी बेमानी है। हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर अपने प्रदेश की बेटियों के साथ खड़े होकर उन्हे न्याय दिलवाने की पहल करने की बजाय कह रहे है कि कुश्ती पहलवानों का मामला हरियाणा से सम्बन्धित नही है। मुख्यमंत्री खट्टर यह कहकर अप्रत्यक्ष रूप से यौन शोषण आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषणशरण सिंह का पक्ष लेकर हरियाणा की बेटियों के साथ धोखाधडी कर रहे है। जब प्रदेश का मुख्यमंत्री अपनी पीडित बेटियों के साथ खडा होने की बजाय अप्रत्यक्ष रूप से यौन शोषक के साथ खडा हो, तब ऐसा अंसेवदनशील मुख्यमंत्री हरियाणा की महिलाओं को स्वतंत्र, निष्पक्ष दिलवाएगा, यह मृततृष्णा नही तो और क्या है? विद्रोहीे ने सभी हरियाणा वासियों से आग्रह किया कि वे राजनीतिक, सामाजिक सोच से ऊपर उठकर दिल्ली जंतर-मंतर पर धरना दे रही अपनी महिला पहलवान बेटियों के साथ मजबूतीे से खड़े होकर उन्हे हर हालत में न्याय दिलवाये और प्रदेश की बेटियों के मान-सम्मान, गौरव की रक्षा करे। 

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