कन्याकुमारी ( हांसी ) मनमोहन शर्मा

दक्षिण भारत के तमिलनाडु के धार्मिक स्थल कन्याकुमारी में दो दिवसीय भभ्रण के दौरान विवेकानद केन्द्र , मां कन्याकुमारी व समुन्द्र में स्थित स्वामी विवेकानन्द स्मारक व अन्य ऐतहासिक स्थानों के अलावा सुबह सुर्य का उदय व शाम को सुर्य अस्त को लोगों ने मोबाइल से सोशल मीडिया में कैद करने की होड में महिलाए व बच्चें अग्रणी इस कार्य में लगे हुए ।

यह क्षेत्र शान्ति प्रिय बताया जाता है कही भी पुलिस प्रशासन का कर्मी दिखाई नही दिया । विवेकानन्द शीला स्मारक व केन्द्र के संस्थापक स्वर्गीय एकनाथ रानडे की टीम के सदस्यों ने सराहनीय कार्य की भूरि भूरि प्रंशसा यात्री कर रहें ।

संस्था ने आम आदमी को जोड़ने के लिए सिर्फ एक बार 500 रुपए राशि बैंक खाते , मनीआर्डर व ऑन लाइन से कोई भी व्यक्ति भेज सकता है । संस्थान उसके जन्म दिवस व कार्ड प्रेषित करेगा व पत्रिका में नाम छापेगा ।

इस संवाददाता ने सबसे पहले रेलवे स्टेशन पर सफाई व्यवस्था बहुत अच्छी रही मगर कन्याकुमारी मां मन्दिर में बारिस के दौरान मन्दिर के चारों तरफ निकासी पानी का प्रबन्ध न होने के कारण लोग रहे परेशान । राष्ट्पिता महात्मा गान्धी स्मारक को देखने के लिए लोग मजदूर दिवस का अवकाश होने के कारण इस क्षेत्र के आसपास लोग आए । एक बात यह देखने को जब मिली विवेकानन्द स्मारक समुन्द्र का प्रवेश टिकट की लाइन करीब 2/3 किलोमीटर लगी हुई मगर कही भी लोग लाइन के अन्दर नही घुसे । स्वामी विवेकानन्द मन्दिर को देखने के लिए समुन्द्री जहाज में बैठकर लोग सुहावने मौसम का आनन्द ले रहें ।

इस संवाददाता से बातचीत करते हुए सिरसा उपायुक्त के सेवानिवृत डिप्टी अधिक्षक बलवीर शर्मा व संजीव शर्मा ने कहां कि स्वामी विवेकानन्द केन्द्र का समुन्द्र में बना स्मारक देखने लायक है । स्वामी विवेकानन्द जी ने तीन दिन तक ध्यान साधना की थी । स्वामी विवेकानन्द जी चरण चिन्ह पर लोगों ने श्रद्धा के सुमन अर्पित किए । आज भी ध्यान केन्द्र पर लोग मन की शांति की साधना करके खुशी व्यक्त की ।

सूचना केन्द्र के प्रवक्ता ने बताया कि ये 110 एकड में बना हुआ है । आम यात्रियों कम पैसे खर्च करके अच्छा रहन सहन व रवाना की सुविधा दी जाती है । पूरे देश में 1200 कार्य स्थल पर कार्य चल रहा है । इसका उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति वीवी गिरी ने किया । शिक्षा क्षेत्र के अलावा स्वास्थ को लेकर कई अस्पताल में मरीजों का उपचार किया जाता है ।

2015 में गान्धी पीस पुरस्कार की एक करोड रुपए राशि पुलवाना शहीद परिवार को देकर संस्थान नेक कार्य किया ।
ग्रामीण एवम जनजाति कौशल योजन , प्रकाशन व सामाजिक कार्य में बड़चढ कर हिस्सा लेती है ।

श्री रामायण दर्शनम् चित्र प्रदर्शन एवं भारत माता मन्दिर का उद्घाटन प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी कर कमलों से 2017 में किया । ग्रेनाइट पत्थर हनुमान जी प्रतिमा व भारतमाता मन्दिर भवन के प्रथम तल में पंचधातु की भारत माता की मूर्ति , भगवदगीता का उल्लेख किया है ।

बारिश के पानी निकासी न होने से यात्रियों को गन्दे पानी से गुजरना पड़ा । कन्याकुमारी धार्मिक नगरी होने के कारण इस संवाददाता को न ही ट्रेफिक पुलिस कर्मी दिखाई नही दिया । स्थानीय लोगों का कहना है यहां पर आपस में प्रेम भाव से रहते है ।

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