वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

कुरुक्षेत्र : सन्निहित सरोवर स्थित जगद गुरु ब्रह्मानंद वैदिक संग्रहालय में गुरु ब्रह्मानंद के परिनिर्वाण दिवस पर पांच मई को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा । जिसमें हजारों श्रद्धालु हिस्सा लेंगे । इसे लेकर सोमवार से पांच दिवसीय अनुष्ठान शुरू हो गया है। संग्रहालय की संचालिका देवी डॉ. मैत्रेयी आनंद ने बताया कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन 1973 को पूंडरी में करनाल रोड स्थित आश्रम में गुरु ब्रह्मानंद ने शरीर छोड़ा था। डॉ. मैत्रेयी ने बताया कि संग्रहालय में गुरु ब्रह्मानंद की पहनी हुई चरण पादुकाएं स्थापित की गई हैं। इन चरण पादुकाओं पर श्रद्धालु अपनी श्रद्धांजलि देंगे। उन्होंने कहा कि गुरु ब्रह्मानंद ने बालिका शिक्षा, नारी सशक्तिकरण, अंधविश्वास दूर करने और लोगों को वेदों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। उनकी प्रेरणा से असंख्य महिलाओं का जीवन संवरा है।

नशा मुक्ति के लिए पिलाई जाएगी दवा।
श्रद्धांजलि सभा से पहले सुबह छह से आठ बजे तक नशा मुक्ति अभियान के तहत नशा छोड़ने के लिए दवा पिलाई जाएगी। इसके अलावा शुगर की दवा और पथरी की दवा भी दी जाएगी। इसके लिए लोगों को खाली पेट आना होगा। डॉ. मैत्रेयी आनंद ने बताया कि पांच मई को सुबह पांच बजे आरती होगी, इसके बाद सात बजे गायत्री महायज्ञ होगा, सुबह 10 बजे श्रद्धांजलि सभा होगी और इसके बाद भंडारे का आयोजन होगा। रक्तदान शिविर भी लगेगा।

डॉ. मैत्रेयी आनंद ने बताया कि गुरु ब्रह्मानंद को श्रद्धांजलि देने के लिए रक्तदान शिविर भी लगाया जाएगा। जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु रक्तदान करेंगे।

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