धनानंद जैसा राजा है मुख़्यमंत्री – जयहिन्द सरकार ने षड्यंत्र कर भगवान परशुराम जन्मोत्सव रोका,आंखे नही हमारी आत्मा रोई है 21 बार पृथ्वी जीतने वाले भगवान परशुराम का 21 मई को मनाया जाएगा जन्मोत्सव बंटी शर्मा रोहतक । रविवार 23 अप्रैल को नवीन जयहिन्द सहित 21 सर्व समाज के लोगो ने भगवान परशुराम जन्मोत्सव न मनाने देने पर सरकार व मुख़्यमंत्री के इस तानाशाही रवैये के खिलाफ मुंडन करवाया। ओर प्रतिज्ञा ली के इस धनानंद व कंस राजा के खिलाफ एक बहुत बड़ा जनांदोलन किया जाएगा। जैसा कि आप सभी जानते है कि रोहतक के पहरावर में 23 अप्रैल को भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाने वाला था लेकिन कार्यक्रम से दो दिन पहले सरकार ने प्रशासन व निगम को मोहरा बना कोर्ट का सहारा लेकर इस कार्यक्रम पर रोक लगा दी है। इसके बाद शनिवार 22 अप्रैल को नवीन जयहिन्द ने सेक्टर-6 बाग में एक आपातकालीन मीटिंग बुलवाई जिसमे जयहिन्द ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि आने वाली 21 मई 2023 रविवार को उसी पहरावर की जमीन पर भगवान परशुराम की अदालत भी लगेगी और जन्मोत्सव भी मनाया जाएगा। इस बीच हम न्याय के लिए सेशन कोर्ट, हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। साथ ही नवीन जयहिन्द ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार के पास एक महीने का समय है आने वाली 21 मई 2023 तक हमे यह बता दे कि जो पहरावर की जमीन मुख़्यमंत्री ने करनाल में हुए ब्राह्मण महाकुम्भ में ब्राह्मण समाज को वापिस देने का वादा किया था वह जमीन कहा है? जयहिन्द ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के अंदर कंस की आत्मा आई हुई है इसलिए वह भगवान परशुराम का जन्म उत्सव नहीं मनाने दे रहे हैं । आमने सामने की लड़ाई लड़ने की हिम्मत तो है नही इस सरकार व मुख्यमंत्री में इसलिए कोर्ट को ढाल बनाकर षड्यंत्र व साजिश के चलते मुख़्यमंत्री ने यह पाप का काम किया है। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि मुख़्यमंत्री समाज को बताए कि उन्होंने जो पहरावर की जमीन ब्राह्मणों को देने का वादा किया था वह जमीन कहाँ है? क्या पाकिस्तान में है वह जमीन? यह जन्मोत्सव 36 बिरादरी के भाईचारे के सहयोग से 36 बिरादरी के भाईचारे लिए बनाया जा रहा था। पहरावर जमीन पर स्कूल- अस्पताल- मंदिर बनेगा। सरकार को स्कूल अस्पताल मंदिर से भी आपत्ति है। जयहिन्द ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कायरों की तरह भगवान परशुराम के भक्तों पर वार कर रही है अगर सरकार में दम है तो वह सीधे मुझसे लड़े। केस करवा रही है, तो कभी टेंट उखड़वा रही है। लेकिन मैं आपको बता दूं कि नवीन जयहिंद सरकार की इन ओछी हरकतों से डरने वाला नहीं है । जयहिन्द ने आगे कहा कि हमने पहले भी फरसे के दम पर इस जमीन से निगम का कब्जा हटवाया था और अब भी 21 मई को वहां बिना डरे, बिना किसी प्रशासन के भय के भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाएंगे। Post navigation ऐलान-ए-जंग- रविवार 21 मई को पहरावर की जमीन पर मनाया जाएगा भगवान परशुराम जन्मोत्सव – जयहिन्द खिलाड़ियों को समर्थन देने जंतर-मंतर जाएंगे भूपेंद्र सिंह हुड्डा