नवीन जयहिंद से परेशानी है सरकार को तो पहरावर की जमीन पर कदम भी नहीं रखेगा जयहिंद , परशुराम भक्तों को दी जाये जन्मोत्सव मनाने की अनुमति
न्याय के देवता को न्यायालय तक पहुंचाने वालों के साथ समय करेगा न्याय- जयहिंद 
36 बिरादरी की धार्मिक आस्था से सरकार और प्रशासन ने किया है खिलवाड़ – जयहिंद
न्याय की अदालत के साथ-साथ, जनता की अदालत में लेकर जाऊँगा भगवान परशुराम को- जयहिंद

बंटी शर्मा

रोहतक– रोहतक के पहरावर में 23 अप्रैल को भगवान परशुराम का जन्मोत्सव 36 बिरादरी द्वारा मनाया जाने वाला था लेकिन उससे पहले ही प्रशासन व निगम ने मिलकर नवीन जयहिंद के इस कार्यक्रम पर संकट के बादल मंडरा दिए है  ।

रोहतक नगर निगम द्वारा 20 अप्रैल को एक केस दर्ज किया और 21 अप्रैल को इस केस की रोहतक कोर्ट में सुनवाई भी हुई।
कोर्ट की सुनवाई के बाद जयहिंद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम कोर्ट में पेश हुए हैं और अपनी बात रखी है हमें न्याय के देवता पर  पूरा विश्वास है।

नवीन जयहिंद ने  आगे कहा  की अगर  केवल जयहिंद के पहरावर में  परशुराम जन्मोत्सव मनाने से  परेशानी है  तो वो कोर्ट में  एफिडेविट देने के लिए तैयार है कि नवीन जयहिंद इस कार्यक्रम में  शामिल नहीं होंगे  लेकिन इस जन्मोत्सव के कार्यक्रम को होने दिया जाए  .

जयहिंद ने  कहा  की भारत एक  धर्मनिरपेक्ष राज्य है भगवान परशुराम से 36 बिरादरियों की  धार्मिक आस्था जुडी है , देश भर से  लोग इस  जन्मोत्सव में शामिल होने के लिए उत्साहित है  इसलिए प्रशासन और  सरकार  लोगो की  धार्मिक भावना की कदर  करते हुए कार्यक्रम में बंदिश ना लगाए।  

जयहिंद ने कहा कि निगम ने कोर्ट में बताया कि नवीन जयहिंद गुंडा है, मवाली हैं, गुंडागर्दी करता है । क्या भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाना गुंडागर्दी है? क्या भगवान परशुराम का मंदिर बनाना गुंडागर्दी है ? अगर है तो नवीन जयहिंद फांसी पर चढ़ने के लिए भी तैयार हैं।

रात को निगम द्वारा भगवान परशुराम भक्तों के लिए की जा रही व्यवस्था को खराब किया, टेंट को तोड़ा व आर्थिक नुकसान पहुंचाया।

नवीन जयहिंद ने कहा कि मैं अपनी गाड़ी तक बेच रहा हूं, मुझे अपनी किडनी बेचनी पड़ जाए तो कोई गम नहीं है लेकिन भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाने में किसी तरीके की कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।

नवीन जयहिंद ने आगे कहा कि पहले मुख्यमंत्री खट्टर खुले मंच से कहते हैं कि हमने गौड़ संस्था को जमीन दे दी है लेकिन जब ब्राह्मण उसी जमीन पर भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मना रहे हैं तो उन्हें आपत्ति हो रही है।

अब जन्मोत्सव क्या पाकिस्तान में मनाये !
यह जन्मोत्सव 36 बिरादरी के भाईचारे के सहयोग से  36 बिरादरी के भाईचारे लिए बनाया जा रहा है।

पहरावर जमीन पर स्कूल- अस्पताल- मंदिर बनेगा। सरकार को स्कूल अस्पताल मंदिर से भी आपत्ति है ।

जयहिंद ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कायरों की तरह भगवान परशुराम के भक्तों पर वार कर रही है अगर सरकार में दम है तो वह सीधे मुझसे लड़े। केस करवा रही है तो कभी टेंट उखड़वा रही है । लेकिन मैं आपको बता दूं कि नवीन जयहिंद सरकार की इन ओछी हरकतों से डरने वाला नहीं है ।

जाहिद ने आगे कहा कि हमने पहले भी फरसे के दम पर इस जमीन से निगम का कब्जा हटवाया था और अब भी वह बिना डरे बिना किसी प्रशासन के भय के भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाएंगे।

जयहिंद ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के अंदर कंस की आत्मा आई हुई है इसलिए वह भगवान परशुराम का जन्म उत्सव नहीं मनाने दे रहे हैं ।

जय हिंद ने वही दूसरे ब्राह्मण नेताओं को भी ललकारते हुए कहा कि आज जब समाज पर आई है समाज के ठेकेदार  बिलो में क्यों घुसे हुए हैं। रोहतक से सांसद अरविंद शर्मा दादा राजकुमार गौतम कुलदीप वत्स सहित अन्य तमाम नेता विधायक सांसद भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर सरकार द्वारा समाज के साथ किए गए धोखे पर जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं। लेकिन उनकी सरकार को खुली चुनौती है कि वे परशुराम जन्मोत्सव को रोक कर दिखाए। पहरावर में आने वाले भक्तों की संख्या से सरकार डर गई है। इसलिए तो सरकार को ऐसे हथकंडे अपनाने पड़ रहे है ।

हरिद्वार से  लाया गया गंगाजल 

विनोद शास्त्री व उनकी पूरी टीम ने 23 अप्रैल को पहरावर धाम पर मनाए जाने वाले परशुराम जन्मोत्सव की सफलता के लिए हरिद्वार से पहरावर धाम तक एक कांवड़ यात्रा निकाली और सीधा पहरावर धाम पहुंचकर वहां स्थित शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ा कर अपनी यात्रा संपन्न की।

जय हिन्द ने बताया की हमने रविवार 23 अप्रैल को पहरावर धाम पर  मनाई जाने वाली भगवान परशुराम जयंती में आने वाले भक्तों  के ऊपर हेलीकॉप्टर से फूलो की वर्षा करने व पहरावार की जमीन पर कार्यक्रम करने के लिए 15 दिन पहले प्रशासन से आज्ञा मांगी थी लेकिन प्रशासन ने तब हमारे पत्रों का कोई जवाब नहीं दिया और जब कार्यक्रम की तैयारियां शुरू हो गयी तो जमीन पर अपना कब्ज़ा जाता कर भक्तो की आस्था को ठेस पहुंचाई ।

जयहिंद ने बताया गया की विवादित जमीन के  मामले में सम्बन्धित विभागों से रिपोर्ट ली गई। जिसके अनुसार सम्बन्धित जमीन का मालिकाना हक नगर निगम रोहतक के पास है और उनके द्वारा सम्बन्धित जमीन पर ड्रोन हॅलिकॉप्टर उडाने व फूल बरसाने की अनुमति नहीं दी है। इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग की तरफ से भी उपरोक्त विषय में  अनुमति नहीं दी गई है। अतः आपको जिला प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार की अनुमति प्रदान नहीं की जा सकती।

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