हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणू भाटिया ने मंगलवार को कैथल में एक कालेज में दावा किया कि होटलो में जाने वाली युवा लडकिया जानती है कि वे वहां आरती करने नही जा रही, फिर कहती है कि हमारे साथ दुष्कर्म हो गया।
भाजपा-संघ लिंग भेद में विश्वास करता है? जब संवैद्यानिक पदों पर बैठी महिलाएं लिंग भेद की ऐसी सोच रखती है तो वे कानून, संविधान के अनुसार महिला-पुरूष को समान समझकर न्याय कैसे दिलवाऐगी? विद्रोही

20 अप्रैल 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा महिला अयोग की अध्यक्ष व भाजपा नेत्री रेणू भाटिया के महिलाओं, लडकियों के होटलों में जाने के संदर्भ में बयान की कठोर आलोचना करते हुए भाजपा-संघी नेताओं व महिला नेत्रीयों से पूछा कि यदि युवा लडकिया होटलो में आरती करने की बजाय मौज-मस्ती करने के लिए जाती है तो क्या युवा लडके होटलो में आरती, भक्ति करने व प्रभु का ध्यान लगाने के लिए जाते है?

विद्रोही ने कहा कि हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणू भाटिया ने मंगलवार को कैथल में एक कालेज में दावा किया कि होटलो में जाने वाली युवा लडकिया जानती है कि वे वहां आरती करने नही जा रही, फिर कहती है कि हमारे साथ दुष्कर्म हो गया। राज्य महिला आयोग अध्यक्ष का यह घोर आपत्तिजनक कथन बताता है कि ऐसी सोच की महिला किसी भी तरह महिला आयोग की अध्यक्ष-सदस्य बने रहने योग्य नही है। जिस महिला की ऐसी कुल्सित, छोटी सोच हो और होटल में जाने वाली युवा लडकियों को चरित्रहीन समझती हो, ऐसी महिला रेणू भाटिया महिला आयोग के अध्यक्ष के रूप में महिला अधिकारों की रक्षा कर पायेगी, यह आशा करना ही बेमानी है। 

विद्रोही ने हरियाणा भाजपा-जजपा सरकार के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से मांग की कि रेणू भाटिया को राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष पद से तत्काल बर्खास्त किया जाये। वहीं भाजपा-संघी बताये कि क्या संघी पाठशाला में महिलाओं के प्रति ऐसी ही शिक्षा दी जाती है? महिला या लडकिया यदि होटलों में केवल मौज-मस्ती के लिए जाती है तो संघी बहन-भाई यह भी बताये कि क्या पुरूष व युवा लडके होटलो में आरती करने व प्रभु का ध्यान करने जाते है? पुरूषों-लडकों का होटलो में जाना, वहां पार्टी करना, होटलो में रूकना कैसे उचित और महिलाओं, लडकियों का होटलो में जाना, वहां पार्टी करना कैसे अनुचित?

विद्रोही ने पूछा कि क्या भाजपा-संघ लिंग भेद में विश्वास करता है? जब संवैद्यानिक पदों पर बैठी महिलाएं लिंग भेद की ऐसी सोच रखती है तो वे कानून, संविधान के अनुसार महिला-पुरूष को समान समझकर न्याय कैसे दिलवाऐगी? जब हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष स्वयं महिलाओं के प्रति ऐसी संकीर्ण सोच रखती है तब यौन शोषण, अत्याचार की शिकार महिलाओं व लडकियों को न्याय कैसे दिलवायेगी? विद्रोही ने मांग की कि हरियाणा महिलाओं की अस्मिता, सुरक्षा, सम्मान की रक्षा के लिए रेणू भाटिया को राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष पद से बर्खास्त करके कडा संदेश दिया जाये कि हरियाणा में किसी भी हाल में किसी क्षेत्र में लिंग-भेद की सोच को स्वीकार नही किया जायेगा।