एक किसान से एक दिन में खरीदी जाएगी अधिकतम 25 क्विंटल सरसों गुरुग्राम, 09 अप्रैल।डीसी निशांत कुमार यादव ने जिला के किसानों से आह्वान किया कि अगर वे अपनी फसलों का अच्छा भाव लेना चाहते हैं तो वे फसल को सूखा कर ही मंडी में बेचने के लिए लेकर आएं। उन्होंने कहा कि मौसम खराब होने के चलते गेहूं की कटाई पूरी तरह से नहीं हो पा रही है। किसानों को गेहूं की कटाई में बार बार विघ्न पड़ रहा है। बेमौसमी बरसात के चलते किसानों की सरसों की फसलें भी प्रभावित हुई हैं। ऐसे में मंडी में फसल बेचने आ रहे किसानों की फसल में निर्धारित मात्रा से अधिक नमी पाई जा रही है। डीसी ने बताया कि किसानों को निर्धारित मानकों के अनुसार सरसों व गेहूं का तय न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा सरसों के लिए अधिकतम 8 प्रतिशत व गेहूँ के लिए अधिकतम 12 प्रतिशत नमी की मात्रा निर्धारित की गई है। ऐसे में मंडी में फसल लेकर आ रहे किसानों को नमी की मात्रा के अनुसार ही संबंधित फसल का तय समर्थन मूल्य दिया जाएगा। इसलिए बेहतर होगा कि जिला के किसान अपनी फसलों को सूखा कर मंडी में लाएं। एक किसान से एक दिन में खरीदी जाएगी अधिकतम 25 क्विंटल सरसों डीसी ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा यह नियम तय किए गए हैं कि एक दिन में एक किसान से 25 क्विंटल सरसों ही खरीदी जाएगी। वह भी उन्हीं किसानों की सरसों खरीदी जाएगी जिन्होंने पोर्टल पर अपने आपको रजिस्टर्ड करवाया है। ऐसे में मंडी में सरसों की फसल लेकर आ रहे किसान असुविधा से बचने के लिए एक दिन में निर्धारित मात्रा में ही फसल को लेकर आएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि गेहूं को लेकर अभी ऐसी कोई अधिकतम सीमा निर्धारित नही की गई है। Post navigation सरकार किसानों के साथ, हर सम्भव मदद दी जाएगी : जेपी दलाल, कृषि मंत्री हरियाणा नाटक “मौत क्यों रात भर नहीं आती” ने दर्शकों को खूब गुदगुदाया