डीसी निशांत कुमार यादव ने बैठक में कहा, गौवंश की अवैध तस्करी या अत्याचार की सूचना मिलते ही पर स्वयं कार्रवाई ना करें, उसकी सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन व काऊ प्रोटेक्शन टास्क फोर्स को दें गुरुग्राम, 17 मार्च। गुरुग्राम में गौवंश के अवैध परिवहन, तस्करी और अत्याचार को रोकने व इसकी सूचना देने के लिए ‘जिला स्तरीय काऊ प्रोटेक्शन टास्क फोर्स’ का गठन किया गया है। सोमवार को डीसी निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में टास्क फोर्स की पहली बैठक लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हाल में बुलाई गई। बैठक में कमेटी के सदस्यों सहित हरियाणा गौ सेवा आयोग के सदस्य व जिला में कार्यरत विभिन्न गौशाला के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। डीसी ने बैठक में बताया कि जिला स्तरीय काऊ प्रोटेक्शन टास्क फोर्स गठित करने का मुख्य उद्देश्य जिला में गुप्तचरों और खुफिया एजेंसियों के माध्यम से गोवंश की तस्करी और गोवंश पर अत्याचार के बारे में जानकारी जुटाना है। इनसे मिली जानकारी के बाद अवैध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ साथ यह टास्क फोर्स जिला में बेसहारा व निराश्रित पशुओं का बचाव और उनके पुनर्वास के लिए भी काम करेगी। डीसी ने बताया कि जिला में बेसहारा पशुओं की कान में 12 डिजिट के यूनिक टैग लगाकर उनकी पहचान सुनिश्चित की जाएगी। वहीं गौशालाओं के लिए शामलात भूमि की उपलब्धता, चारा उगाने तथा आवारा पशुओं के पुनर्वास के लिए उन्हें वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर गौशाला को प्रोत्साहित करने का काम भी टास्क फोर्स द्वारा किया जाएगा। टास्क फोर्स द्वारा की गई कार्रवाई की मासिक रिपोर्ट डीसी कार्यालय द्वारा सीधे गौसेवा आयोग के अध्यक्ष को भेजी जाएगी। डीसी ने गुरुग्राम जिला के नागरिकों से आह्वान किया कि उन्हें जिला में किसी भी स्थान पर गोवंश की अवैध तस्करी या उन पर अत्याचार की सूचना मिले तो वे अपने स्तर पर कोई कार्रवाई ना करते हुए तुरंत इसकी सूचना अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन व काऊ प्रोटेक्शन टास्क फोर्स को देने का काम करें। जिला स्तरीय काऊ प्रोटेक्शन टास्क फोर्स का प्रारूप डीसी निशांत कुमार यादव जिला स्तर पर गठित इस काऊ प्रोटेक्शन टास्क फोर्स के अध्यक्ष होंगे। वहीं 11 सदस्यीय स्पेशल काऊ टास्क फोर्स में सरकारी सदस्यों में पुलिस, पशुपालन, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारी, सीईओ जिला परिषद, जिला अटॉर्नी, गो-सेवा आयोग हरियाणा द्वारा नामित तीन सदस्य नामतः पूर्ण यादव, विनोद व अभिषेक गौड़ शामिल किए गए है। इसी प्रकार, डीसी द्वारा जिला से दो प्रमुख गौ रक्षकों को भी इस टास्क फोर्स में शामिल किया जाएगा। वहीं जिला के प्रमुख गौशालाओं के प्रतिनिधि विशेष आमंत्रित सदस्य रहेंगे। बैठक में एडीसी विश्राम कुमार मीणा, जिला परिषद की सीईओ अनु श्योकंद, पशुपालन विभाग की डीडीए पुनिता गहलावत सहित हरियाणा गौ सेवा आयोग के सदस्य व जिले में कार्यरत विभिन्न गौशालाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे। Post navigation गुरुग्राम की निपुण हरियाणा मिशन का विश्लेषण व DPIU (जिला परियोजना कार्यान्वयन इकाई) फ़रवरी माह मीटिंग सम्पन्न नगर निगम के ठेकेदार भाजपा की छवि खराब करने मे लगे