सरकार को तुरंत करनी चाहिए ग्रामीणों के लिए स्थायी रोड की व्यवस्था : रामकुमार गौतम
– विधायक रामकुमार गौतम ने किया रोड की स्थिति की मुआयना –
– तलवंडी राणा बाई पास पर ग्रामीणों के धरने को हुए 35 दिन –

हिसार 13 मार्च : तलवंडी राणा बाई पास पर रोड बचाओ संघर्ष समिति द्वारा दिया जा रहा धरना 35वें दिन भी जारी रहा। सोमवार को धरने को समर्थन देने नारनौंद के विधायक रामकुमार गौतम पहुंचे। विधायक रामकुमार गौतम खुद चलकर उखाड़े गए रोड व ग्रामीणों द्वारा सुझाए गए मार्ग का मुआयना करने गए। उन्होंने रोड बंद होने के चलते बंद होने के कगार पर पहुंचे बाजार, दुकानों व अन्य प्रतिष्ठानों के हालात को देखा और रोजमर्रा के लिए शहर जाने वाले छात्र-छात्राओं, दूध विक्रेताओं, दिहाड़ीदार मजदूर, कर्मचारी तथा अन्य ग्रामीणों को हो रही परेशानी के बारे में करीब से जाना।

विधायक रामकुमार गौतम ने कहा कि ग्रामीणों के साथ गलत हो रहा है। मैंने पहले भी विधानसभा में इसकी आवाज उठाई थी और अब आगे भी विधानसभा में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाकर ग्रामीणों को जल्द से जल्द स्थायी सडक़ मार्ग देने की मांग करूंगा। उन्होंने कहा कि यहां धरने पर महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग बैठे हुए हैं और लगातार आ रहे हैं। इससे साबित हो जाता है रोड बंद हो जाने से ग्रामीणों का भविष्य व उनके बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा। दशकों पुराना हिसार-बरवाला-चंडीगढ़ रोड जिस पर दिन-रात आवागामन रहता था और सैकड़ों घरों के चूल्हे इस रोड की वजह से जल रहे थे उनके सामने अब रोटी का संकट पैदा हो गया है। तरक्की होना बुरी बात नहीं है लेकिन बेकसूर ग्रामीणों को उजाडक़र हवाई जहाज उड़ाना गलत है। रामकुमार गौतम ने कहा कि सरकार को तुरंत ग्रामीणों को स्थायी रोड बनाकर देना चाहिए जिस तरह से ग्रामीण चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे ग्रामीणों के साथ हैं।

धरने की अध्यक्षता कर रहे एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने कहा कि धरने को 35 दिन हो चुके हैं लेकिन सरकार ग्रामीणों को स्थायी रोड देने के लिए कोई गंभीरता व तत्परता नहीं दिखा रही। अस्थायी सडक़ मार्ग बंद हो जाने से ग्रामीणों के लिए एक-एक दिन मुश्किल भरा गुजर रहा है। परेशानी का आलम यह है कि तीन गुना दूरी बढ़ जाने से लोग अपने गंतव्य पर देरी से पहुंचते हैं और देर रात अपने घर लौटते हैं। नए रूट पर कोई सुचारू यातायात व्यवस्था भी नहीं है। विशेष रूप से गांव की लड़कियों को जो कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थानों में जाती हैं भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इतने लंबे धरने के बाद भी सरकार ग्रामीणों की अनदेखी करके उनके सब्र का इम्तहान ले रही है। हमने हिसार पहुंचे मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया था लेकिन उन्होंने भी हमारे अनुरोध को अनदेखा कर दिया। सरकार को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाकर ग्रामीणों को स्थायी सडक़ मार्ग दे हमारी यही मांग है।

धरने पर हजारी लाल शर्मा, ओमप्रकाश चौपड़ा, तुलसीदास रहेजा, हरपत चेची, धर्मपाल बटार, राधेश्याम नंबरदार, दयाल सिंह सरपंच, महेन्द्र शर्मा, महिपाल कालीरावणा, डॉ. सीताराम, रघुबीर दूधिया, पूर्ण बोकन दूधिया, रामसिंह बोकन, अंजू रानी, केला देवी, सुनीता व कविता देवी सहित भारी संख्या में ग्रामीण बुजुर्ग, महिलाएं, पुरुष, युवा व बच्चे मौजूद रहे।

error: Content is protected !!