-कमलेश भारतीय
आज हरियाणा के मुख्य मुद्दों पर कुछ कहने का समय है । खेलमंत्री संदीप सिंह पर एक महिला कोच के लगाये आरोपों को लगभग डेढ़ माह।होने को आया लेकिन खेलमंत्री को निलम्बित नहीं किया गया तो महिला कोच यही तो कह रही है कि मेरे ऊपर दवाब बढ़ता जा रहा है । खाप भी कह रही हैं कि इससे कार्यवाही प्रभावित होगी । हो भी रही है । कभी एक करोड़ रुपये की पेशकश तो कभी फोन पर यह कहना कि केस वापिस ले लो , जो चाहोगी वही करूंगा! क्यों आप बेटी को बचाने की कोई कोशिश नहीं कर रहे ? बेटी को बचाओ नारे का यही हश्र होगा क्या ? वैसे तो सुभाष बराला को भी अध्यक्ष पद से नहीं हटाया था चाहे उनके बेटे विकास ने कितनी ही किरकिरी क्यों न करवा दी थी । यह रवैया कितना सही है ? सभी विरोधी दलों ने संदीप सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किये लेकिन सरकर कान बंद किये बैठी है । आंखें बंद किये बैठी है । क्या इस तरह का रवैया उचित है ?
इधर अनेक शहरों में छात्राओं के साथ यौनशौषण या फिर छेड़छाड़ के मामले सामने आये हैं और पुलिस ने पता नहीं किस दवाब में इतनी कमजोर धाराएं लगाईं कि आरोपी शिकायत से पहले ही जमानत पर बाहर आ गये और छात्राओं को पुलिस अधिकारी से पूछना पड़ा कि यह सब क्या है ? क्या छात्राएं सुरक्षित महसूस कर सकती हैं ? यह।भी सोचने की बात है । ये मामले करनाल, महेंद्रगढ़ और हांसी के निकट गांव के हैं । इतनी निर्लज्जता क्यों अपनाई जा रही है ?
सबसे बड़ी बात कि कम से कम एक माह से नवनिर्वाचित पंच सरपंच ई टेंडरिंग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं । वीडीपीओ ऑफिसों का घेराव कर ताले लगा रहे हैं । हिसार के सांसद बृजेंद्र सिंह और राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा इन सरपंचों के पक्ष में खड़े हैं । क्या इनकी बात सुनी जायेगी या रिकाॅल किया जायेंगे ? दीपेंद्र का कहना है कि यदि रिकाॅल ही करना है तो शुरूआत क्यों न विधायकों व सांसदों से की जाये ? विचार तो सही है । सबसे निचले प्रतिनिधि की तो रिकाॅल और ऊपर वालों के लिए दलबदल ! हां । ई टेंडरिंग भी एक वजह रही अमित शाह की रैली को फ्लाॅप करने की । वे खराब मौसम की वजह से आये ही नहीं ।
एक और मुद्दा है हरियाणा दूरदर्शन केंद्र का चंडीगढ़ शिफ्ट करना ! इसके लिए भी लगभग एक माह से दूरदर्शन केंद्र के बाहर धरना दिया जा रहा है । मशाल जुलूस और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपे गये लेकिन सरकार ने केंद्र से कोई बात नहीं की इसे बचाने की दिशा में । सिर्फ बृजेंद्र सिंह ने केन्द्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर को ज्ञापन सौंपा और दीपेंद्र हुड्डा हिसार में धरने पर बैठे लोगों को समर्थन देने आये और संसद में इसे उठाने का वादा किया । क्या सरकार को हिसार दूरदर्शन की जरूरत नहीं ? उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से सारी उम्मीदें खत्म हो गयीं जबकि उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को 19 जनवरी तक बात करने का वादा किया था । क्या हुआ तेरा वादा ? वो कसम , वो इरादा ? वे अपने परदादा के नाम के दूरदर्शन को बचाने के लिए आगे क्यों नहीं आते ?
हरियाणा में नगर निगम चुनाव भी मुद्दा हैं । सभी दल विचार विमर्श कर रहे हैं कि चुनाव चिन्ह पर लड़ा जाये या निर्दलीय ही प्रत्याशियों को उत्तर कर गुपचुप समर्थन दिया जाये ।
संभवतः इन दिनों ये हरियाणा के मुख्य मुद्दे हैं और सभी दलों को इस पर विचार करना है ।
-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी । 9416047075