– 6 महिला पहलवान जिनके साथ यौन शोषण हुआ, वो सबूत के साथ सामने आने के लिए तैयार
-खेल मंत्री के आवास पर डिनर करने पहुंचे पहलवान
-पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायतें
-‘जिनका करियर हाशिए, वो कर रहे हैं बदनाम’
-कांग्रेस हरियाणा चुनाव के मद्देनजर मुझे बदनाम कर मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश कर रही है
-वृंदा करात को मंच से उतारा, इसे राजनीति मुद्दा ना बनाएं

अशोक कुमार कौशिक 

कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच आर-पार का दंगल शुरू हो गया है। गुरुवार को दूसरे दिन पहलवानों की लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। देर रात केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के बुलावे पर धरना देने वाले पहलवान उनके सरकारी आवास पर पहुंचे। यहां पहलवानों के साथ खेल मंत्री ने डिनर किया। रात 10 बजे शुरू हुई बैठक देर रात करीब पौने दो बजे तक चली. हालांकि आज फिर से खेल मंंत्री और खिलाड़ियों के बीच बैठक होगी।

सूत्रों के मुताबिक, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को फोन किया गया और 24 घंटे के अंदर इस्तीफा देने का आदेश सुनाया दिया गया है। हालांकि, बृजभूषण शरण सिंह अभी इस्तीफा देने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि वे खेल महासंघ की 22 जनवरी को आयोजित इमरजेंसी बैठक के बाद आगे का निर्णय लेंगे। फिलहाल, ये जंग अभी थमते नहीं दिख रही है। माना जा रहा है कि अगर बृजभूषण तय समय में इस्तीफा नहीं देते हैं तो पद से हटा दिया जाएगा।

बताते चलें कि बुधवार को भारतीय पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत 30 पहलवानों ने कुश्ती महासंघ और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला और विरोध-प्रदर्शन किया। खिलाड़ियों का कहना था कि महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण किया जाता है। उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष सरेआम पहलवानों के साथ अभद्रता करते हैं और गाली-गलौज करते हैं । पहलवानों का दावा है कि कुश्ती महासंघ नियमों के नाम पर रेसलर्स का उत्पीड़न कर रहा है। पहलवानों ने कुश्ती महासंघ को भंग करने की मांग उठाई है। 

वहीं, आरोपों पर बृजभूषण शरण सिंह ने सफाई दी और कहा कि अगर आरोप सही साबित हुए तो मैं फांसी पर लटकने के लिए तैयार हूं। इस घटनाक्रम के बाद खेल मंत्रालय ने बुधवार रात ही कुश्ती महासंघ को स्पष्टीकरण देने के आदेश दिए और 72 घंटे के अंदर जवाब देने के लिए कहा। लखनऊ में 18 जनवरी से होने वाले कैम्प को रद्द कर दिया गया। दिल्ली महिला आयोग ने भी मामले में संज्ञान लिया और खेल मंत्रालय को नोटिस भेजा।

हिम्मत है तो दो मिनट सामने बैठकर दिखाएं बृजभूषण

दूसरे दिन गुरुवार को फिर पहलवानों ने मोर्चा खोला और बृजभूषण शरण सिंह पर कार्रवाई की मांग तेज कर दी। दूसरे दिन धरनास्थल पर पहलवानों की संख्या भी बढ़ गई। इस बीच, खेल मंत्रालय ने पहलवानों के एक प्रतिनिधिमंडल को मुलाकात के लिए बुलाया और उनकी मांगें सुनी। शाम को पहलवानों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बृजभूषण शरण सिंह की सफाई पर सीधे तौर पर हमला किया और कहा- अगर उनमें हिम्मत है तो 2 मिनट सामने बैठकर दिखाएं। यहां 6 महिला पहलवान ऐसी हैं, जिनके साथ यौन शोषण हुआ है और वो सबूत के साथ सामने आने के लिए तैयार हैं। हालांकि, हम कुश्ती का भविष्य खराब नहीं करना चाहते हैं।

खेल मंत्री के आवास पर डिनर करने पहुंचे पहलवान

वहीं, शाम को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी मीडिया के सामने आए और पहली बार बातचीत में साफ कहा कि मामला गंभीर है । आरोपों के बारे में जानकारी ली है। आज पहलवान को डिनर पर बुलाया है। उनकी समस्याओं को सुनेंगे और जरूरी कदम भी उठाएंगे । देर रात जब पहलवानों खेल मंत्री के आवास पर पहुंचे और मुलाकात कर मांगें सुनाईं। रात करीब पौने दो बजे तक बैठक हुई । सूत्रों ने बताया कि पहलवानों से बातचीत बहुत अच्छी रही । आज सुबह एक बार फिर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पहलवानों के साथ बैठक करेंगे। शिकायतकर्ता पहलवान सरकार द्वारा दिए गए प्रस्तावों पर अपना पक्ष आपसी चर्चा के बाद रखेंगे।

24 घंटे के अंदर इस्तीफा देने का आदेश

सूत्रों के मुताबिक, खेल मंत्रालय की तरफ से तत्काल कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष को फोन किया गया और इस्तीफा देने का आदेश सुना दिया । इसके लिए 24 घंटे का समय दिया गया है. कहा जा रहा है कि बृजभूषण शरण सिंह अपने रुख पर कायम रहे तो खेल मंत्रालय कड़ा एक्शन लेगा और कुर्सी छीन सकता है । वहीं, सूत्रों ने यह भी बताया है कि बृजभूषण ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। इससे पहले दोपहर में बृजभूषण शरण सिंह ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से फोन पर बात की है और आरोपों पर सफाई दी।

अनुराग ठाकुर के आवास पर ये पहलवान पहुंचे थे…

बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बबीता फोगाट, सत्यव्रत, अंशु मलिक, रवि दहिया.ये पहलवान धरनास्थल पर डटे…

बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, आशु मलिक, साक्षी मलिक, सतवर्त काद्यान, अंतिम पंघाल, सुमित, सुरजीत मान, सितंदर मोखरिया, रवि दहिया, दीपक पुनिया, संगीता फोगट, सरिता मोर, सोनम मलिक, महावीर फोगाट, सत्य राणा, कुलदीप मलिक

पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायतें

पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायतें दिल्ली कूच करेंगी। पंचायत खापों ने सरकार को सीधे रूप से चेतावनी दी और मांग की है कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर एफआईआर दर्ज हो और सरकार उनको तुरंत बर्खास्त करें । अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो पूरे हरियाणा की खाप पंचायतें एकजुट होकर खिलाड़ियों की मांगों को मनवाने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगी।

क्या बोले पहलवान…

– विनेश फोगाट ने कहा- हमारे पास यहां ऐसी पीड़िताएं हैं, जिनका शोषण हुआ है और वो सबूत के साथ बैठी हैं। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो 4-5 महिला पहलवान मामले में एफआईआर दर्ज कराएंगी। अगर हम जैसे पहलवानों के साथ ऐसा हो रहा है तो बाकी लड़कियां कितनी सुरक्षित हैं। हिंदुस्तान में एक भी लड़की पैदा नहीं होनी चाहिए, अगर हम भी सुरक्षित नहीं हैं । उन्होंने आगे कहा- हमारे आरोप सच्चे हैं। हमें सामने आने के लिए मजबूर ना किया जाए। अगर मजबूर किया गया तो ये कुश्ती को दुर्भाग्य होगा । हम पीएम से उम्मीद करते हैं कि मांगों पर ध्यान दिया जाएगा।

– विनेश ने आगे कहा- आरोप झूठे नहीं हैं. हमारे पास सबूत भी हैं और वो पीड़िताएं भी हैं । हम अध्यक्ष को इस्तीफा लेने के साथ उनको जेल में डलवाएंगे । हम फेडरेशन को बंद करवाने की मांग कर रहे हैं। ये फेडरेशन रहेगा तो उनके लोग काम करेंगे और फिर परेशान करेंगे। अध्यक्ष को हमारे सामने लेकर आईए. दो मिनट मेरे सामना नहीं कर पाएंगे।

– गीता फोगाट ने कहा कि हमारे देश के पहलवानों ने बहुत हिम्मत का काम किया है। फेडरेशन में जो खिलाड़ियों के साथ होता है, उस सच को सामने लाने का ओर हम सब देशवासियों का फर्ज बनता है। इस सच की लड़ाई में खिलाड़ियों का साथ देने का ओर उनको न्याय दिलाने का।

– बजरंग पुनिया ने कहा कि आज रेसलिंग का हर सदस्य यहां धरने पर बैठा है । बृजभूषण ने कहा था कि आरोप सच निकले तो फांसी पर लटक जाएंगे। आज हमारे पास 6 लड़कियां ऐसी हैं, जिनका यौन शोषण किया गया. वे सबूत के साथ यहां बैठी हैं।

बृजभूषण बोले- दीपेंद्र हुड्डा के इशारे पर साजिश की गई

कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने आजतक से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाए गए हैं वह दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस की तरफ से प्रायोजित हैं। धरना देने वाले चंद वही खिलाड़ी हैं, जिनका करियर खत्म हो चुका है। वह मेरे ऊपर आरोप लगा रहे हैं। मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं। जब कुछ किया नहीं तो किसी बात का डर नहीं है। खिलाड़ी 15 दिन पहले मेरे लिए अच्छा कहते थे। लेकिन आज मेरे खिलाफ इतने आरोप लगा रहे हैं। आखिर ऐसा क्यों? ये धरना भी शाहीन बाग की धरने की तरह प्रायोजित है। मैं किसी भी तरीके के सवाल के लिए तैयार हूं।

‘जिनका करियर हाशिए, वो कर रहे हैं बदनाम’

उन्होंने कहा कि मैं इस्तीफा नहीं दे रहा हूं । 22 जनवरी को जो बैठक बुलाई गई है, उसमें जो भी फैसला होगा उसके उसके मुताबिक काम करूंगा। पार्टी का जो भी आदेश होगा, उसे माना जाएगा । आखिर क्या कारण है जो एकाएक इन खिलाड़ियों को इतनी तकलीफ हो गई। कांग्रेस हरियाणा चुनाव के मद्देनजर मुझे बदनाम कर मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश कर रही है। ये वो खिलाड़ी हैं जिनका करियर हाशिए पर है। दीपेंद्र हुड्डा के इशारे पर यह मुझे बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। कांग्रेस ने पहले भी मुझे जेल भेजा है। जेल जाने से मैं डरता नहीं हूं। एफडीआई तो क्या मैं सीबीआई जांच के लिए तैयार हूं। मेरे खिलाफ जो भी सबूत हैं. सामने रखें. अगर यह 4 सालों से हो रहा था तो अभी तक एक खिलाड़ी क्यों चुप थे । मुझे पता करने के पीछे यह सोची समझी साजिश है। जिस उद्योगपति के बारे में कहा था। उसका भी नाम सामने बाद में आ जाएगा। फिलहाल मेरे पास पुख्ता सबूत नहीं है। अब तो कांग्रेस के नेता खुद खुलकर ट्वीट कर रहे हैं और यह जाहिर कर दिया कि यह कहां से प्रायोजित है जो अपनी राजनीति के लिए यह सब करवा रहे हैं।

विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरा

विपक्ष ने इस मुद्दे पर केंद्र को घेरा है। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट किया, सरकार अभिभावक होती है! लेकिन इतने गंभीर मामले में अबतक हरियाणा सरकार की चुप्पी हैरान व परेशान करने वाली है। देश का नाम रोशन करने वाले ये खिलाड़ी हमारी माटी के लाल हैं। बीजेपी जेजेपी सरकार इनके साथ इतना घोर अन्याय होता देखकर कैसे चुप रह सकती है?

आरएलडी चीफ जयंत चौधरी ने ट्वीट कर कहा, कुश्ती संघ के कार्यशैली और अध्यक्ष के विरुद्ध संगीन आरोप हैं। खिलाड़ी जोखिम लेकर सामने आए और खुल कर बता रहे हैं कैसे उनका शोषण हो रहा है । कई बार ऐसा हुआ है जब बीजेपी के नेता पर आरोप लगते हैं, तो सरकारी दबाव डाल मामला रफा दफा किया जाता है. लेकिन युवा इस बार नहीं होने देंगे।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की नेता वृंदा करात गुरुवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचीं, जहां पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए दूसरे दिन भी अपना धरना जारी रखा। लेकिन ओलंपियन बजरंग पुनिया ने मंच छोड़ने के लिए कहा।

ओलंपियन और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता बजरंग पुनिया ने मंच पर करात और एआईडीडब्ल्यूए दिल्ली के अध्यक्ष को देखकर कहा, मैडम माइक किसी को नहीं मिलेगा। पहलवानों को संबोधित कर रहे पुनिया ने करात से कहा, मंच से नीचे उतर जाए,… आपसे अनुरोध है कि कृपया मंच से नीचे उतरें और कृपया इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाएं। यह एथलीटों का विरोध है।

कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा, यौन शोषण का आरोप गंभीर है । महिला पहलवानों ने सीधे भारतीय कुश्ती फेडरेशन पर आरोप लगाया है। ये खिलाड़ी देश के गौरव हैं। फेडरेशन के अध्यक्ष बीजेपी के सांसद हैं। उन्होंने आरोपों से इंकार किया और इसे एक साजिश बताया। सच क्या है, देश को जानने को हक है। क्या खेल संगठन इतना नीचे गिर गए हैं?

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