-7 गांवों के लोगों ने सरकार के खिलाफ दिया सांकेतिक धरना -नेशनल हाईवे पर कट की मांग को लेकर लोगों ने की नारेबाजी –15 जनवरी को सैंकडों की संख्या में फिर सड़क पर उतरेंगे अनेक गांवों के लोग भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। नांगल चौधरी चंडीगढ़ नेशनल हाईवे 152 डी टोल प्लाजा जाट गुवाणा दुबलाना पर रविवार को कड़ाके की ठंड के बीच 7 गांवों के ग्रामीण एकत्रित हुए और टोल प्लाजा के दोनों ओर स्थित गांव जाट गुवाणा और दुबलाना की ओर से वाहनों के चढ़ने और उतरने के लिए रोड से कट छोड़ने की मांग की। इस मौके पर उपस्थित लोगों को गांव जाट गुवाना के सरपंच के प्रतिनिधि बिक्रम सिंह, सागरपुर के सरपंच सूबे सिंह प्रजापति, खतरीपुर से सरपंच धर्मेंद्र कुमार, गुवानी की सरपंच प्रतिनिधि दिनेश यादव, दुबलाना सरपंच प्रतिनिधि मनोज यादव, सिहमा से एडवोकेट हेमंत सिहमा, जाट गुवाना से अजीत सिंह पंवार ने संबोधित करते हुए कहा कि टोल प्लाजा जाट गुवाना दुबलाना पर वाहनों के लिए कट छोड़े जाने की मांग लंबे समय से सरकार से आस पास के गांवों के लोगों द्वारा उठाई जाती रही है। लेकिन सरकार इसे लगातार अनसुना कर रही है। उन्होंने लोगों को बताया कि टोल प्लाजा पर कट की मांग को लेकर पहले हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, केंद्रीय मंत्री भपेंद्र सिंह यादव, राज्य मंत्री ओम प्रकाश यादव, डीसी नारनौल को भी ज्ञापन दिया गया था लेकिन अभी तक लोगों की कोई सुनवाई नहीं हुई और इनसे झूठे आश्वासन ही जनता को मिले। रविवार टोल प्लाजा पर हुई बैठक में उपस्थित लोगों ने मांग को लेकर आगामी बैठक 15 जनवरी को बड़े लेवल पर करने का निर्णय लिया गया और जिसमें आस पास के सभी गांवों के सैंकडों लोगों को शामिल कर एक जन आंदोलन शुरू करने का संकल्प लिया गया। लोगों ने अपनी मांग को लेकर सांकेतिक धरना और प्रदर्शन कर टोल प्लाजा पर सरकार के खिलाफ सुनवाई नही पर जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर चौधरी भरपूर सिंह, रवि, राजीव खतरीपुर, रामनिवास खामपुरा, होशियार दुबलाना, प्रभाती, रतन सिंह, साहब सिंह गुवाणी, पूर्व सरपंच मुकेश कुमार आदि उपस्थित थे। Post navigation कनीना में घर में चल रहा था मिलावटी घी का कारोबार परिवार पहचान पत्र की जंग में शिक्षकों की हो रही फजीहत