भूपेंद्र सिंह हुड्डा और चौधरी उदयभान ने ली कार्यकर्ताओं की बैठक लाखों की तादाद में लोग बनेंगे यात्रा का हिस्सा, रिकॉर्ड तोड़ होगी पानीपत की रैली- उदयभान विधानसभा में अपनी जवाबदेही से भागती नजर आई सरकार, चर्चा के कई प्रस्ताव किए खारिज- हुड्डा रेट में बढ़ोत्तरी ना करके सरकार ने गन्ना किसानों के साथ किया अन्याय- हुड्डा गन्ने की रेट बढ़ोत्तरी के मामले में कांग्रेस के सामने दूर-दूर तक कहीं नहीं ठहरती बीजेपी-जेजेपी- हुड्डा 29 दिसंबर, कैथल: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के हरियाणा में दूसरे चरण को सफल बनाने के लिए कांग्रेस लगातार तैयारियों में जुटी हुई है। इसी कड़ी में आज पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कैथल में कार्यकर्ताओं की बैठक ली। बैठक में यात्रा और पानीपत रैली को लेकर सभी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियां निर्धारित की गई। हुड्डा और उदयभान ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए यात्रा के दूसरे चरण की विस्तृत जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा में यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत 5 जनवरी से होगी। यूपी से सनौली(पानीपत) होते हुए राहुल गांधी हरियाणा में दाखिल होंगे। 6 जनवरी को पानीपत में बड़ी जनसभा होगी, जिसमें हजारों की तादाद में लोग शामिल होंगे। भीड़ के मामले में यह रैली रिकॉर्ड तोड़ साबित होगी। 7 जनवरी को यात्रा करनाल और 8 को कुरुक्षेत्र में पहुंचेगी। 10 तारीख को ब्रेक डे रहेगा। इसके बाद 11 तारीख को यात्रा अंबाला से पंजाब में दाखिल हो जाएगी। हुड्डा ने कहा कि यात्रा का मकसद राजनीतिक उद्देश्य और वोट साधना नहीं है बल्कि इसका मकसद बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों को उठाना है। यात्रा जात-पात व धर्म के नाम पर बंटवारे और लोगों को लड़वाने वाली राजनीति के विरोध में जनजागरण अभियान है। चौधरी उदयभान ने कहा कि भीषण सर्दी के बावजूद हरियाणा में यात्रा के पहले चरण में राहुल गांधी को जबरदस्त समर्थन मिला। सुबह 6 बजे हरियाणा की एंट्री पर बड़ी रैली हुई। यह अपने आप में इतनी सुबह होने वाली पहली रैली थी। इससे साफ है कि राहुल गांधी ने जिन उद्देश्यों को लेकर ये यात्रा शुरु की है, उसके प्रति लोगों में रुझान है। आज महंगाई और बेरोजगारी चरम सीमा पर है। देश में बीजेपी बंटवारे की राजनीति कर रही है। इन सबके विरोध में ही राहुल गांधी ये यात्रा निकाल रहे हैं। 3 दिन के विधानसभा सत्र पर बोलते हुए हुड्डा ने कहा कि सरकार पूरे सत्र में अपनी जवाबदेही से भागती नजर आई। विपक्ष की तरफ से चर्चा के लिए कई प्रस्ताव दिए गए जिनपर सरकार ने चर्चा तक नहीं होने दी। यहां तक कि किसानों पर आंदोलन के दौरान दर्ज केस जैसे जरूरी मुद्दे को टेबल होने के बावजूद नहीं सुना गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गन्ने के भाव में बढ़ोतरी की मांग की। लेकिन सरकार ने इसे भी खारिज कर दिया। प्रदेश के किसान 450 रुपये प्रति क्विंटल रेट की मांग कर रहे हैं। लेकिन सरकार पंजाब के समान भाव देने के लिए भी तैयार नहीं है। हुड्डा ने कहा कि इसबार सरकार ने गन्ने के भाव में एक पैसे की भी बढ़ोत्तरी नहीं की। रेट नहीं बढ़ने की वजह से किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। सरकार द्वारा रेट निर्धारण में देरी की वजह से किसानों की पेमेंट भी रूकी हुई है। किसानों की मांग है कि गन्ने का रेट 450 रुपये प्रति क्विंटल होना चाहिए। लेकिन सरकार पंजाब के बराबर रेट करने के लिए भी तैयार नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में 2005 तक गन्ने का रेट 117 रुपये था। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान इसमें 193 की बढ़ोत्तरी करके 310 रुपए तक पहुंचाया गया। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान गन्ने के रेट में लगभग 3 गुणा यानी 165 फीसदी बढ़ोत्तरी की गई। यह सालाना लगभग 18.3 प्रतिशत बढ़ोत्तरी बनती है। लेकिन बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी सरकार ने 8 सालों में गन्ने के रेट में सिर्फ 17 फीसदी ही बढ़ोतरी की। यानी सालाना सिर्फ 2.1 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। कांग्रेस के मुकाबले रेट बढ़ोत्तरी के मामले में बीजेपी-जेजेपी सरकार दूर-दूर तक कहीं नहीं ठहरती। कौशल रोजगार निगम पर बोलते हुए हुड्डा ने कहा कि इसका मकसद पक्की नौकरियों, मेरिट, आरक्षण और भर्ती संस्थाओं को खत्म करना है। निगम के जरिए सरकार पढ़े-लिखे और योग्य युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। कम वेतन में कच्ची नौकरी करवाकर युवाओं का शोषण किया जा रहा है। सरकार का काम ठेका प्रथा को खत्म करके पक्की नौकरियां देना है, लेकिन इसके विपरीत सरकार पक्की नौकरियों को खत्म करके ठेका प्रथा को बढ़ावा दे रही है। सरकार ने मेरिट प्रक्रिया को दरकिनार करके निगम की भर्ती के लिए परिवार की आय को आधार बनाया है। सरकार ने आय को नापने के लिए परिवार पहचान पत्र को आधार माना है। लेकिन सच्चाई यह है कि किसी परिवार की आय निर्धारित करने का सरकार के पास कोई तरीका नहीं है। पीपीपी की आय में इतनी खामियां हैं कि वो दूर ही नहीं हो रही हैं। हर रोज अखबारों में PPP के गड़बड़झाले की खबरें आ रही हैं। परिवार पहचान पत्र के जरिए सिर्फ और सिर्फ बुजुर्गों की पेंशन काटी जा रही है। अब तक 5 लाख लोगों की पेंशन काट दी गई है। आज कार्यकर्ताओं की बैठक में हुड्डा और उदयभान के साथ पर्व मंत्री अशोक अरोड़ा और जयप्रकाश जेपी समेत कई वरिष्ठ नेता और मुख्य कार्यकर्ता मौजूद रहे। Post navigation भाजपा-जजपा सरकार ने किया बच्चों की शिक्षा का अधिकार खत्म : रणदीप सुरजेवाला बेरोजगारों की बारात का न्योता देने कैथल पहुंचे नवीन जयहिन्द