पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी भारत माता के सच्चे सपूत थे – राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

सभी देशहित में काम करें, यही अटल जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी- श्री दत्तात्रेय
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जन्म जयंती की पूर्व संध्या पर अटल काव्यांजलि आयोजित

नई दिल्ली, 24 दिसंबर। देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई भारत माता के सच्चे सपूत थे। अटल जी ने दो विषयों- देशहित और भ्रष्टाचार पर कभी समझौता नहीं किया। सभी लोग देशहित में काम करें ,यही स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

ये विचार हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने नई दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित कन्वेंशन सेंटर में नीरज स्मृति न्यास द्वारा अटल जी की जन्म जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित अटल काव्यांजलि का शुभारंभ करते हुए अपने संबोधन में व्यक्त किए। श्री दत्तात्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर उन्हें नमन करते हुए कहा कि उन्हें भी अटल जी के साथ करीब 35 वर्ष तक काम करने का अवसर मिला। अटल बिहारी वाजपई बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वे स्वतंत्रता सेनानी, कवि, पत्रकार और राजनेता थे। श्री वाजपेई भावुक व्यक्ति थे और वे भाषण भी भावुकता में ही देते थे। उनका संसद में भ्रष्टाचार पर भाषण यादगार है। उन्होंने कहा था कि आज के समय में नेतागण इतने बदनाम हो गए हैं कि मुझे भी लोग भ्रष्ट समझने लगे हैं। श्री बाजपेई ने संकल्प लिया था कि वे भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेंगे। श्री वाजपेई की कविताएं भी देशहित को दर्शाती हैं। उदाहरण के तौर पर उनकी कविता-‘जो वर्षों तक पड़े रहे जेल में उनको याद करें, जो फांसी चढ़े, उनको याद करें’ शहीदों को समर्पित है। वर्तमान पीढ़ी में देशभक्ति का जज्बा पैदा करने के लिए ऐसी कविताओं की आवश्यकता हमेशा रहेगी। उन्होंने कहा कि अटल जी ने शांति, प्रेम,करुणा, न्याय और बंधुता के आदर्शों का पालन किया।

श्री दत्तात्रेय ने कहा कि अटल जी अजातशत्रु थे, जिन्होंने देश के अलग अलग विचारधारा के 23 राजनीतिक दलों को मिलाकर गैर कांग्रेस सरकार बनाई। उस सरकार में श्री फारुख अब्दुल्ला और एआईडीएमके के नेता भी शामिल हुए। उनके समय में एटम बम का निर्माण देश ने किया जिसका परीक्षण पोखरण में किया गया था, यह उनके आत्मविश्वास का परिचायक है।

राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी वाजपेई जी के आदर्शों पर चलते हुए शहीदों और बलिदानियों के कल्याण के लिए कई योजनाएं लागू की है। प्रधानमंत्री श्री मोदी भी देशहित और भ्रष्टाचार के मामलों में कोई समझौता नहीं करते।

इससे पहले श्री दत्तात्रेय ने दीप प्रज्वलित करके अटल काव्यांजलि का शुभारंभ किया।

इस मौके पर नीरज स्मृति न्यास के अध्यक्ष पूर्व राज्यसभा सांसद श्री आरके सिन्हा ने अपने विचार रखते हुए राज्यपाल श्री दत्तात्रेय का स्वागत किया और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को श्रद्धांजलि अर्पित किए।

काव्यांजलि में प्रसिद्ध हास्य कवि पदम श्री सुरेंद्र शर्मा, डॉ बुद्धिनाथ मिश्र, डॉ विष्णु सक्सेना, श्री सर्वेश अस्थाना, डॉ रुचि चतुर्वेदी, श्री मनवीर मधुर, सूश्री शुभी सक्सेना, श्रीमती आराधना सिन्हा और श्री गजेंद्र सोलंकी ने कविताएं प्रस्तुत करके श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।

You May Have Missed

error: Content is protected !!