जयहिंद ने दिया था चैलेंज चाहे 100 केस दर्ज कर लो लेकिन बेरोजगारों की उठाता रहूंगा रौनक शर्मा रोहतक- पीजीआई मारपीट प्रकरण में अदालत से जमानत मिलने के बाद नवीन जयहिंद को एक और बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने दो महीने पहले एससी/एसटी एक्ट में दर्ज एफआईआर के मामले में भी नवीन जयहिंद को जमानत दे दी है। नवीन जयहिंद की मुखरता से आवाज उठाने से डरी हुई हरियाणा सरकार ने रोहतक पीजीआई मामले में जयहिंद को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पुलिस ने एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज एक पुराना मामला भी खोल लिया था। इसके विरोध में मंगलवार को ही गोहाना में जयहिंद के समर्थकों ने उनकी जमानत की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया था। एससी/एसटी एक्ट में नवीन जयहिंद पर धारा 186 के तहत मामला दर्ज किया गया था। आर्यनगर पुलिस ने रविवार को नवीन को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया। आर्य नगर स्थित सिंचाई विभाग के एक्सईएन के साथ हुए विवाद में एससी एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामले में आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लेने की अपील की गई थी। अदालत के निर्देश पर आरोपी को एक घंटे के लिए प्रोडक्शन वारंट पर लेकर सिंचाई विभाग लाया गया। नवीन जयहिंद ने कहा था कि सरकार चाहे कितने ही मुकदमे दर्ज कर ले। उम्र भर जेल में भी रहने को तैयार हूं, मगर जनहित में आवाज उठाने से पीछे नहीं हटूंगा। उन्होंने कहा था कि मैं सरकार के मुकदमों से डरने वाला नहीं हूं। सरकार बेरोजगारों को नौकरी नहीं देना चाहती है। इसलिए उन्हें जेल में डाला जा रहा है। पिछले सभी मुकदमे खोले जा रहे हैं। क्योंकि सभी मुकदमे झूठ की बुनियाद पर रखे गए हैं इसलिए उनमे जमानत मिल रही है। अगर ध्यान से देखा जाये तो झूठे केस इसलिए बनाये जा रहे हैं क्योंकि वास्तव में सरकार डरी हुई है। Post navigation सरकार को नवीन जयहिंद से इतना डर क्यो — पिछले 4 साल पुराने केस खोल दिए नवीन जयहिंद और सोनू मलिक मोखरा को प्रतिदिन 1 लाख की सहायता राशि