सरकार द्वारा अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में कैंसर हॉस्पिटल की मंजूरी ना देकर जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है – बजरंग गर्ग सरकार को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में कैंसर हॉस्पिटल बनाने की मंजूरी जनता के हित में देनी चाहिए – बजरंग गर्ग हिसार – वैश्य समाज के प्रतिनिधियों की आवश्यक बैठक वैश्य समाज अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। बजरंग गर्ग ने उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहां कि अग्रोहा में महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज में हरियाणा सरकार की इजाजत से समाज द्वारा कैंसर हॉस्पिटल बनाया जा रहा था जिस पर 120 करोड रुपए खर्च होने थे जिसका आधा खर्च मुंबई के मधु सूदन जी ने देने कर दिए थे और कैंसर हॉस्पिटल बनाने की आधारशिला सम्मेलन करके मेडिकल कॉलेज में रख दी गई थी। मधु सूदन जी द्वारा टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट मुंबई से भी मेडिकल कॉलेज को पूरा सहयोग करने की बात हो गई थी मगर सरकार द्वारा कैंसर हॉस्पिटल बनाने की मंजूरी ना देने से देश के वैश्य समाज में बड़ी भारी नाराजगी है। जबकि समाज कैंसर हॉस्पिटल बनाने के लिए वचनबद्ध है। बजरंग गर्ग ने कहा कि हरियाणा सरकार जगह-जगह मेडिकल कॉलेज बनाने की बात कर रही है मगर अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में जो कैंसर का हॉस्पिटल बन रहा था जिसकी आधारशिला तक रख दी गई थी। सरकार उसकी मंजूरी ना देकर जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है जबकि कैंसर हॉस्पिटल की अग्रोहा में बड़ी भारी जरूरत है। अग्रोहा में कैंसर का हॉस्पिटल से देश व प्रदेश के मरीजों को बहुत बड़ा लाभ मिलेगा। श्री गर्ग ने कहा कि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज चौ देवी लाल जी के सहयोग से बना हुआ है आज देवीलाल जी का पड़पोता दुष्यंत चौटाला हरियाणा सरकार में उपमुख्यमंत्री होने के बावजूद भी सरकार द्वारा कैंसर हॉस्पिटल के काम को रोककर चौ देवी लाल जी की भावनाओं का अनादर कर रही है, जो उचित नहीं है। सरकार को तुरंत प्रभाव से अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में कैंसर हॉस्पिटल बनाने की मंजूरी देनी चाहिए जबकि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में संस्था के पदाधिकारी व सभी मेडिकल स्टाफ मरीजों की सेवा में रात दिन कार्य कर रहे हैं और कोरोना काल में अग्रोहा मेडिकल कॉलेज व अग्रोहा धाम की संस्था ने मरीजों की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी, जिसके कारण हजारों मरीजों को बहुत बड़ी राहत मिली है। इस अवसर पर रमेश बंसल दिल्ली, सचिन अग्रवाल मुम्बई, सुरेश गुप्ता, श्रीमति कांता गोयल पंजाब, हनुमान मित्तल राजस्थान, चुडियाराम गोयल टोहाना, रिऋी गर्ग, पवन गर्ग, निरजन गोयल, रवि सिंगला आदि प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे। Post navigation संविधान दिवस : कैसा होना चाहिए भारत? ये लड़ाई है गद्दार और वफादार की ?