बांड पोलिसी के विरोध के चलते पीजीआई रोहतक में तो स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही है और साथ में कल्पना चावला मेडिकल कालेज करनाल, भक्त फूलसिंह मेडिकल कालेज खानपुर व हसनखां मेवाती मेडिकल कालेज नल्हड़ तक इसकी आंच पहुंच चुकी है : विद्रोही एमबीबीएस छात्रो के साथ इन मेडिकल कालेजो के सभी रेजीडेंट डाक्टर भी खुलकर बांड पोलिसी का विरोध कर रहे है : विद्रोही 25 नवम्बर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से आग्रह किया कि वे सत्ता अहंकार छोडकर एमबीबीएस छात्रों के लिए जारी बांड पोलिसी को तत्काल वापिस ले ताकि प्रदेश मेें स्वास्थ्य सेवाओं का ढांचा न चरमराये। विद्रोही ने कहा कि हरियाणा के सरकारी मेडिकल कालेज में यूजी मेडिकल शिक्षा प्रवेश के समय जारी बांड पालिसी इतनी विवादित हो चुकी है कि इसको वापिस लिए बिना एमबीबीएस छात्रों व सरकार के बीच जो तनाव की गहरी खाई खुद गई, वह पटने वाली नही। भाजपा-जजपा सरकार को सत्ता हठधर्मिता छोडकर बांड पोलिसी को वापिस लेकर पहले स्थिति को सामान्य बनाने की पहल करनी चाहिए और सभी पक्षों से चर्चा करके और विपक्षी दलों को विश्वास में लेकर ऐसी नई बांड पोलिसी बनाये जो छात्रो, प्रदेश, स्वास्थ्य व मेडिकल शिक्षा सहित सभी के हित में हो। विद्रोही ने कहा कि सरकार द्वारा जारी बांड पोलिसी के विरोध के चलते पीजीआई रोहतक में तो स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही है और साथ में कल्पना चावला मेडिकल कालेज करनाल, भक्त फूलसिंह मेडिकल कालेज खानपुर व हसनखां मेवाती मेडिकल कालेज नल्हड़ तक इसकी आंच पहुंच चुकी है। हरियाणा के उक्त चारो सरकारी मेडिकल कालेजों में स्थिति विस्फोटक होती जा रही है। यदि भाजपा सरकार ने इस दिशा में गंभीरता से काम करके सर्वमान्य हल नही निकाला तो प्रदेश में इलाज के सबसे बड़े इन चारो संस्थानों में आमजन को इलाज करवाना मुश्किल हो जायेगा। विद्रोही ने कहा कि एमबीबीएस छात्रो के साथ इन मेडिकल कालेजो के सभी रेजीडेंट डाक्टर भी जिस तरह खुलकर बांड पोलिसी का विरोध कर रहे है और प्रदेशभर के सरकारी व गैर-सरकारी डाक्टर भी खुलकर बांड पोलिसी पर एतराज जता रहे है, उससे सरकार की आंखों पर लगा सत्ता अहंकार का चश्मा नही हटा तो स्थिति इतनी खराब हो जायेगी कि सरकार के संभाले भी नही संभलेगी। विद्रोही ने कहा कि गांवों में भी दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में डाक्टरों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने जब देशभर के मेडिकल छात्रों के लिए केन्द्र सरकार एक समान बांड पोलिसी बना रही है, तब हरियाणा भाजपा सरकार अपनी बांड पोलिसी को लागू करने की अनावश्यक हठ क्यों कर रही है? विद्रोही ने मुख्यमंत्री खट्टर जी से आग्रह किया कि वे सत्ता अहंकार छोडकर मेडिकल छात्र विरोधी बांड पोलिसी को तत्काल वापिस ले। Post navigation सैंडपाइपर हरियाणा टूरिज्म ने किया भारतीय नौसेना की 1500 KM दौड़ अभियान टीम का जोरदार स्वागत!!! 28 नवंबर को होगा प्रतिबंधित अवकाश