वीर सैनिकों की शहादत की बदौलत ही आज हम सभी आजाद

सभी परिवारों में बुजुर्ग तीन पीढ़ी के अनुभव का होते हैं खजाना

अभिभावक बच्चों को शहीदों और बुजुर्गों के सम्मान को करें प्रेरित

मानेसर सेक्टर 1 में शहीद सम्मान समारोह का हुआ भव्य आयोजन

फतह सिंह उजाला

मानेसर /पटौदी ।   दक्षिण हरियाणा और अहीरवाल वास्तव में वीर सैनिको,ं शहीदों की खान कही जा सकती है । इस क्षेत्र में 1857 से लेकर मौजूदा समय तक देश की रक्षा के लिए अनेकानेक योद्धाओं , सूरवीरों , सैनिकों अन्य सुरक्षा बलों के द्वारा समाज सहित देश हित में सर्वाेच्च बलिदान देने की परंपरा को बरकरार रखा हुआ है। शहीदों और बुजुर्गों का जीवन में सदैव सम्मान करना चाहिए । शहीद सही मायने में युवा वर्ग के लिए हमेशा देशभक्ति और आत्म बलिदान के लिए प्रेरणा देने का कार्य करते हैं। इसी प्रकार से परिवार और समाज में बुजुर्ग अपने साथ तीन पीढ़ियों का पारिवारिक और सामाजिक ताने-बाने का अनुभव का खजाना लिए रहते हैं। यह बात मानेसर के समाजसेवी राव गजराज सिंह ने यहां मानेसर के सेक्टर 1 में आयोजित भव्य शहीद सम्मान समारोह के मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कही।

इस कार्यक्रम का आयोजन स्वराज  समिति के बैनर और कैप्टन नेतराम मेमोरियल ट्रस्ट की तरफ से संयुक्त रूप से किया गया । इस मौके पर मुख्य रूप से प्रोफेसर हंसराज, जेपी यादव , सुरेश प्रधान डूंडाहेड़ा, पूर्व सरपंच रमेश, नंबरदार हीरालाल, कुंवर लाल यादव, मोती सिंह चौहान , वेद प्रकाश सहित अनेक आसपास के गांव के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे । इस भव्य और दिव्य शहीद सम्मान समारोह का आरंभ अमर शहीद राव तुलाराम , शहीद भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई व अन्य क्रांतिकारी शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के साथ हुआ । इस मौके पर मुख्य आकर्षण शहीदों के सम्मान में लोक गायकारों के द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत लोकगीतों का प्रस्तुतीकरण रहा ।

दूसरी ओर इस कार्यक्रम में आसपास के 20 से अधिक गांवों के लोगों की मौजूदगी को देखते हुए इस कार्यक्रम को मुख्य आयोजक राव गजराज सिंह का आगामी मानेसर नगर निगम चुनाव को देखते हुए एक प्रकार से शक्ति प्रदर्शन भी आंका गया है। यहां पंडाल में लगभग 15000 लोगों की मौजूदगी से गदगद राव गजराज सिंह ने अपने संबोधन में कहा दक्षिणी हरियाणा और अहीरवाल के जांबाज योद्धा राव तुला राम ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ समाज को और राष्ट्र की रक्षा के लिए युद्ध करते हुए अपना सर्वाेच्च बलिदान देने का काम किया। इसी प्रकार से रानी लक्ष्मीबाई , चंद्रशेखर आजाद , शहीद भगत सिंह , नेताजी सुभाष चंद्र बोस व अन्य ऐसे क्रांतिकारी योद्धा हुए हैं , जिन्होंने अपनी अल्पायु-जवानी के दौरान ही भारत की आजादी के लिए अपना सर्वाेच्च बलिदान देकर आज हम सभी को आजादी की खुली हवा में सांस लेने का मौका प्रदान किया है ।

उन्होंने कहा इस बात की प्रसन्नता है कि इस कार्यक्रम में 36 बिरादरी के लोग शामिल हुए और शहीदों को अपने अपने श्रद्धासुमन भी अर्पित किए हैं । इसी मौके पर आसपास के गांवों से पहुंचे शहीद परिवार के सदस्यों को राव गजराज सिंह व अन्य के द्वारा सम्मानित भी किया गया । उन्होंने कहा जो भी समाज , परिवार या फिर कौम शहीदों को भूल जाती है , उसका इतिहास अपने आप सिमट कर चला जाता है। इसी प्रकार से परिवार में अपने-अपने बुजुर्गों के अनुभव का हम सभी को लाभ लेना चाहिए । उन्होंने कहा राज्य और केंद्र सरकार जितना अधिक संभव हो सके गांव से लेकर कस्बों और शहर में विभिन्न स्कूलों व अन्य सरकारी संस्थानों में संबंधित क्षेत्र के शहीदों के रामपट बनवा कर लगवाने के साथ-साथ शहीदों की याद में उनकी शहादत दिवस के मौके पर नियमित रूप से कार्यक्रम भी आयोजित करें । जिससे कि आज की युवा पीढ़ी को समाज परिवार राष्ट्र के प्रति अपने सर्वाेच्च बलिदान देने के लिए प्रेरणा मिलती रहे। उन्होंने जाति, धर्म ,क्षेत्र , गोत्र और राजनीतिक पार्टियों से ऊपर उठकर राष्ट्र प्रथम की अवधारणा पर जोर दिया और लोगों से हर तरह के चुनाव में काबिल-योग्य व अपने बीच के ही उम्मीदवार को प्राथमिकता देने पर जोर दिया।

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