हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर करेगा प्रगति के नये आयाम स्थापित : धनखड़

रेल कॉरिडोर पर कुल 17 स्टेशन- झज्जर जिले में सबसे ज्यादा छह स्टेशन की सौगात
बादली, झज्जर, बहादुरगढ़ में मिलेगा उद्योगों को बड़े स्तर पर बढ़ावा – बोले धनखड़
-धनखड़ ने हरियाणा को बड़ी सौगात देने पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री अश्विनी का जताया आभार

झज्जर :- सोनू धनखड़

कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के निर्माण से इस क्षेत्र में प्रगति के नये आयाम स्थापित होंगे। रेल कॉरिडोर पर कुल 17 स्टेशन होंगे इनमें सबसे ज्यादा छह स्टेशन झज्जर जिले में बनाए जाएंगे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ ने हरियाणा को एक साथ रेलवे की तीन बड़े प्रोजेक्ट नामत: हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर, रेल कोच नवीनीकरण कारखाना सोनीपत और रोहतक में देश का सबसे बड़ा एलिवेटेड रेलवे ट्रैक की सौगात देने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त किया। धनखड़ ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कर कमलों से आज फरीदाबाद में रखी गई आधारशिला पर हरियाणा रेल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन की ओर से रेलवे लाइन बिछाने की परियोजना को मूर्तरूप दिया जाएगा। संयुक्त उद्यम मॉडल में हरियाणा सरकार की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत और रेलवे की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत है। इस क्षेत्र के विकास की धुरी बनने जा रहे इस प्रोजेक्ट को पांच साल में पूरा कर लिया जाएगा।

— बादली, देवरखाना,बाढ़सा,न्यू आसौदा,जैसोर खेड़ी व मांडौठी में बनेंगे स्टेशन
हरियाणा आर्बिटल रेल कॉरिडोर पर छह जंक्शन सहित क्रासिंग स्टेशन में पृथला, मानेसर, न्यू पातली,बाढ़सा,मांडौठी,और न्यू हरसाना कलां। पांच क्रासिंग स्टेशन में आईएमटी सोहना,धुलावत बादली, खरखौदा और तरकपुर बनाए जाएंगे । छह हाल्ट स्टेशन में सिलानी, चंदला, डूंगरवास, पच गाँव,देवरखाना,न्यू आसौदा और जसौर खेड़ी, शामिल हैं। प्रोजेक्ट पूरा होने पर पंच ग्राम योजना के प्रस्तावित शहरों को बेहतर रेल कनेक्टिविटी मिलेगी। मेक इन इंडिया मिशन को देने के लिए विनिर्माण इकाइयों को बढ़ावा मिलेगा।

— 5618 करोड़ खर्च होंगे,पांच साल में प्रोजेक्ट पूरा होगा
धनखड़ ने कहा कि हरियाणा आर्बिटल रेल कॉरिडोर बनने से झज्जर,पलवल, गुरुग्राम, फरीदाबाद,नूंह और सोनीपत सहित प्रदेश के अन्य जिलों के लोगों को फायदा होगा। लगभग 126 किमी लंबा कॉरिडोर बनाने के लिए करीब 5618 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह रेलवे लाइन पलवल रेलवे स्टेशन से शुरू होकर हरसाना कलां रेलवे स्टेशन तक बिछाई जाएगी। ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर पर प्रतिदिन 20 हजार यात्री यहां से सफर कर सकेंगे और मालगाड़ी के जरिये प्रति वर्ष पचास मिलियन टन माल ढुलाई की सेवा की उपलब्ध होगी। इस रेलवे लाइन से मल्टी लॉजिस्टिक हब को ज्यादा फायदा होगा।

— युवाओं को रोजगार अनेक अवसर उपलब्ध होंगे
धनखड़ ने कहा कि सोनीपत, बहादुरगढ़, बादली, देवरखाना, बाढ़सा होते हुए पलवल तक सेमी हाईस्पीड सब-अर्बन ट्रेन 160 किलोमीटर की स्पीड से दौडेगी। माल ढुलाई के लिए मालगाड़ी भी इस रूट पर 120 किलोमीटर की स्पीड से चलेगी। हरियाणा से देश की राजधानी दिल्ली की ओर जाने वाले सभी रेल रूट को यह कॉरिडोर आपस में जोड़ेगा। इससे यहां उद्योगों को बड़े स्तर पर बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। देश के बड़े औद्योगिक शहरों के साथ सीधे रूप से बादली, बहादुरगढ़, झज्जर खरखौदा, सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल के जुड़ाव से इस क्षेत्र को स्वाभाविक रूप से विकास के पंख लगेंगे। इससे क्षेत्र में युवाओं को रोजगार के अनेकोनेक अवसर उपलब्ध होंगे।

— सरकार व संगठन के प्रयास हुए सफल – बोले धनखड़
उल्लेखनीय है कि रेल कॉरिडोर परियोजना को सिरे चढ़ाने के लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ ने बतौर हरियाणा सरकार में मंत्री रहते और बाद में प्रदेश अध्यक्ष के नाते लगातार रेल मंत्री और पार्टी के आला नेताओं से परियोजना को साकार रूप देने की पैरवी की। आज रेल कॉरिडोर की देश के गृह मंत्री के कर कमलों से आधारशिला रखे जाने के साक्षी बने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि उनका एक सपना साकार हो रहा है। हरियाणा सरकार और संगठन के प्रयास सफल हुए। यह प्रोजेक्ट हरियाणा के कई जिलों की तस्वीर व तकदीर बदल देगा।

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