वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 26 अक्टूबर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग द्वारा रत्नावली राज्य स्तरीय सांस्कृतिक समारोह का आयोजन 28 से 31 अक्टूबर तक किया जा रहा है। रत्नावली का उद्घाटन हरियाणा के महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय करेंगे। लोक संपर्क विभाग के उपनिदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में फिल्मी दुनिया की महान हस्तियां सतीश कौशिक, यशपाल शर्मा, राजेन्द्र गुप्ता विशिष्ट अतिथि के रूप में रत्नावली समारोह में भाग लेंगे। युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि सतीश कौशिक मिस्टर इंडिया, राम लखन, जाने भी दो यारों, मासूम, वो सात दिन, सागर, मोहब्बत, प्रेम प्रतिज्ञा, डैडी, वर्दी, तकदीर का तमाशा, जमाई राजा, अंदाज, साजन चले ससुराल, दीवाना-मस्ताना, दिल के झरोखे से, मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी, घूंघट, आंटी नं. 1, प्रदेशी बाबू, आ अब लौट चलें, हम आपके दिल में रहते हैं, राजा जी, बड़े दिल वाला, तहजीब, हद कर दी आपने, तेरा जादू चल गया, हम किसी से कम नहीं, गॉड तुसी ग्रेट हो, शादी से पहले, बधाई हो बधाई, रूप की रानी चोरों का राजा, जोशीले, आग से खेलेंगे, आवारगी आदि 100 से अधिक फिल्मों में अभिनय, निर्माता एवं प्रॉड्यूसर के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि राजेन्द्र गुप्ता कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अलुमनाई भी हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई विश्वविद्यालय से ही की है। राजेंद्र गुप्ता ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1985 में छोटे पर्दे से की। इसके बाद उन्होंने फिल्मों में भी काम किया। नब्बे के दशक तक आते आते गुप्ता जी करीबन चालीस से अधिक टीवी शो में अपना अभिनय का लोहा मनवा चुके थे। इसके लिए उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स में भी दर्ज है। राजेन्द्र गुप्ता हिंदी सिनेमा की कई हिट फिल्मों का हिस्सा भी रहे हैं जिनमें लगान जैसी फिल्में शामिल है। इस फिल्म में आमिर खान मुख्य भूमिका में नजर आये थे। इसी तरह उन्होंने छोटे पर्दे के कई हिट शोज किये जिनमें चन्द्रकान्ता, साया, घर जैसे शो शामिल हैं। फिलहाल गुप्ता जी सब टीवी के प्रसिद्ध शो चिडिय़ाघर में नजर आ रहे हैं। इस शो को भी दर्शकों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। वहीं यशपाल शर्मा ने वर्ष 1992 में अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत की थी, इनकी पहली डेब्यू फिल्म जिंदगी एक जुआ (1992) थी, उसके बाद इन्होने कुछ सालों बाद एक टीवी कार्यक्रम मेरा नाम करेगी रोशन (2010) में काम किया था, बाद में इन्होने कई हिट फिल्मों में अभिनय किया। ‘गंगाजल’ (2003), ‘लगान’ (2001), ‘अपहरण’ (2005), ‘वेलकम टू सज्जनपुर’ (2008), ‘राउडी राठौड़’ (2012),’जाट जेम्स बॉन्ड’ (2014) और ‘सरदार जी 2’, इनकी हिट फिल्में रही हैं। हाल ही में इनकी फिल्म दादा लख्मीचंद को राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। तीनों ही महान कलाकार रत्नावली समारोह में भाग ले रहे हैं। Post navigation सूर्य ग्रहण पर श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में संत समाज का विशाल भंडारा आयोजित कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के मेडिकल ऑफिसर डॉ. आशीष अनेजा रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा सम्मानित