प्रदेश के दुखियारों के लिए फोन न. किया जारी- परेशान व्यक्ति कॉल करे हम आपकीं आवाज बनेंगे – जयहिन्द बंटी शर्मा रोहतक: नवीन जयहिन्द ने सरकार को 24 घंटों का अल्टीमेटम दिया था कि 102 वर्षीय दुलीचंद जी को सहसम्मान पगड़ी बांधकर और फूल माला पहनाकर इनको पैंशन देकर जाएं लेकिन सरकार ने बात नही मानी तो नवीन जयहिन्द ने दुलीचंद जी के साथ मिलकर एक अलग ही तरह का प्रदर्शन किया। जिसमें जयहिन्द ने दुलीचंद जी को रथ पर बिठाया व उनकी बारात निकालते हुए मानसरोवर पार्क रोहतक से एडीसी ऑफिस तक पहुंचे, ताकि सरकार को पता चले कि सरकार का फूफा दुलीचंद अभी जिंदा है। जयहिन्द ने एडीसी ऑफिस पहुँचकर रोहतक के एडीसी महेन्द्रपाल व रोहतक के मुख्यमंत्री कहे जाने वाले मनीष ग्रोवर को ज्ञापन सौंपा व कहा कि जब तक दुलीचंद जी की पेंशन चालू नही हो जाती हम यहां से कही नही जाएंगे। जिस पर मनीष ग्रोवर ने तुरन्त एक्शन लेते हुए अधिकारियों को फोन किया व सख्त आदेश दिए कि इस गलती का पता लगवाएं व तुरन्त प्रभाव से दुलीचंद जी की पेंशन चालू करवाएं। जयहिन्द ने बताया कि दुलीचंद जी गांव गांधरा, रोहतक के निवासी है। जिनकी उम्र 102 साल है, उनको हरियाणा सरकार द्वारा मृत घोषित किया गया व उनकी बुढ़ापा पेंशन भी काट दी गयी। जयहिन्द ने कहा हरियाणा में इतनी बड़ी उम्र के बुजुर्ग काफी कम बचे हुए हैं। इनको तो हमारे हरियाणा में ब्रांड एंबेसडर बनाना चाहिए। जयहिन्द ने बुजुर्ग दुलीचंद के आधार कार्ड, पेन कार्ड, फैमिली आईडी और उनकी बैंक स्टेटमेंट दिखाते हुए ऐडीसी व मनीष ग्रोवर से पूछा कि सरकार के पास इन बुजुर्गो की पेंशन देने के लिए पैसे नहीं हैं क्या, जो इस तरीके से उन्हें मृत दिखाकर उनकी पेंशन बन्द कर रही है। अगर पैसे नहीं हैं तो सरकार कटोरा उठाकर हरियाणा वासियों से पैसे मांग ले। जयहिन्द ने बताया कि दुलीचंद जी की आखरी पेंशन 2 मार्च को आई थी, उसके बाद इनको मृत घोषित करके इनकी पैंशन काट दी गयी, पूरे हरियाणा में ऐसे लाखो मामले हैं, जिनको सरकार निपटा नही रही है। जयहिन्द ने कहा कि रामबाण बताए जाने वाली सीएम विंडो पर किसी तरह का कोई समाधान नही होता अगर होता तो हरियाणा के लाखों बुजूर्ग लोग ऐसे है जिन्होंने सीएम विंडो पर एप्लिकेशन दी है पर उनकी किसी की भी समस्या का समाधान नही हो रहा। साथ ही जयहिन्द ने बताया कि बुढ़ापा पेंशन और फैमिली आईडी के नाम पर पूरे हरियाणा में यह घोटाला हो रहा है कभी तो किसे का नाम गलत करते हैं कभी किसी को फैमिली आईडी में मार देते है। जयहिन्द ने एडीसी व मनीष ग्रोवर को एक लेटर जिसमें 102 साल के बुजुर्ग दुलीचंद को मृत घोषित किया हुआ है को दिखाते हुए कहा कि यह सरकार ध्यान से देख ले की दुलीचंद जी जो की 102 साल के है और अभी जीवित है मरे हुआ नही है। इनकी पेंशन शुरु करो और सस्ममान इनको मिलनी चाहिए। इस तरीके की जो भी समस्या है हमसे संपर्क करें – जयहिन्द नवीन जयहिन्द ने एक फ़ोन नंबर (7027-811-811) जारी करते हुए कहा कि अगर पूरे प्रदेश में किसी भी व्यक्ति के साथ इस तरीके की नाइंसाफी हो रही है और कोई आपकी सुनवाई नही कर रहा है तो आप बेझिझक मुझसे संपर्क कर सकते है। हम आपकी आवाज़ उठाएंगे व आपको आपका हक दिलाने की हर सम्भव मदद करेंगे। Post navigation जिंदा बुजुर्गो को मुर्दा घोषित कर रही है सरकार, ताकि पेंशन न देनी पड़े : नवीन जयहिन्द अब विकलांग मुर्दा निकला जिंदा, दादा दुलीचंद के पास आया फरियाद लेकर – नवीन जयहिन्द