• पिछले वर्षों की तरह 17 सितंबर का दिन बेरोज़गारी के मुद्दे को होगा समर्पित
• बेरोज़गारी को राष्ट्रीय आपदा मानकर समाधान निकाले सरकार: अनुपम

 दिल्ली, 6 सितंबर 2022 – पिछले वर्षों की भांति इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर बेरोज़गारी के ज्वलंत मुद्दे को समर्पित होगा। ‘युवा हल्ला बोल’ आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम ने कहा कि इस बार फिर बेरोज़गार युवा मोदी के जन्मदिन पर जुमला दिवस मनाएंगे।

अनुपम ने कहा कि बेरोज़गारी एक राष्ट्रीय आपदा का रूप ले चुकी है। जीवन मरण का सवाल बन चुका है। आत्महत्या की खबरें आम होती जा रही हैं। ऐसे में सरकार को चाहिए कि ‘भारत रोज़गार संहिता’ यानी भरोसा लागू करे। लेकिन दुख की बात है कि प्रधानमंत्री यह मानने को तैयार ही नहीं कि बेरोज़गारी कितना गंभीर संकट है।

देश में बेरोज़गारी को राष्ट्रीय बहस का हिस्सा बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले ‘युवा हल्ला बोल’ संस्थापक अनुपम ने मांग किया कि सरकार युवाओं के प्रति संवेदनशील बने। बेरोज़गारी को राष्ट्रीय आपदा मानकर समाधान निकाला जाए। बेरोज़गार युवाओं को हताशा और अंधकार से निकालकर उम्मीद और समाधान की दिशा में ले जाया जाए।

बेरोज़गारी के खिलाफ जुमला दिवस मनाने के पीछे एक बड़ा कारण रोज़गार को लेकर मोदी सरकार की विफलता और वादाखिलाफी है। उम्मीद है कि लगातार तीसरे साल 17 सितंबर का दिन बेरोज़गारी के ज्वलंत मुद्दे को समर्पित रहेगा।

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