चंडीगढ़ –  हरियाणा में जुलाई में 14 सरकारी अधिकारियों एवं आठ निजी व्यक्तियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया. राज्य सतर्कता ब्यूरो के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि इन अधिकारियों एवं निजी व्यक्तियों को 4,000 रुपये से 65,000 रुपये तक रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया. उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा प्रथम श्रेणी के 15 सरकारी अधिकारियों, द्वितीय श्रेणी के 10 अधिकारियों और तृतीय श्रेणी के 23 कर्मियों एवं 12 निजी व्यक्तियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम तथा भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत शिकायत या जांच के आधार पर मामले दर्ज किये गये.’’

उन्होंने बताया कि जुलाई में जो लोग गिरफ्तार किये गये उनमें नरवाना जिंद निगम समिति के कार्यकारी अधिकारी तथा पानीपत में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कनिष्ठ अभियंता शामिल हैं. उनके अनुसार, कार्यकारी अधिकारी को कथित रूप से 40,000 हजार रुपये तथा कनिष्ठ अभियंता को कथित रूप से 50,000 रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया था. उन्होंने बताया कि इसी तरह सोनीपत में उपायुक्त कार्यालय के अधीक्षक को कथित रूप से 20,000 रुपये रिश्वत लेते हुए तथा फर्रुखनगर थाने के एक पुलिस अधिकारी एवं एक निजी व्यक्ति को कथित रूप से 20,000 रुपये रिश्वत लेते हुए धरा गया.

5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गांव कमालपुरा से गिरफ्तार किया था
बता दें कि बुधवार को ही हरियाणा के करनाल जिले में रिश्वतखोरी का एक मामला सामने आया था. विजिलेंस टीम ने HSVP के विभाग के जेई को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए तो निगदू तहसील के पटवारी को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. जानकारी के अनुसार HSVP विभाग के जूनियर इंजीनियर प्रदुमन को कंप्लीशन सर्टिफिकेट की एवज  में शिकायत कर्ता से 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. जबकि करनाल के संतनगर निवासी हरमिंद्र को किसान की जमीन की निशानदेही के नाम 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गांव कमालपुरा से गिरफ्तार किया था.

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