चुनाव समिति चुनावों की घोषणा के बाद करेगी फैसला
– मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़, संसदीय बोर्ड सदस्य सुधा यादव की उपस्थिति में दो घंटे चला मंथन

चंडीगढ़, 24 अगस्त। जिला परिषद और पंचायत चुनाव में सिंबल पर चुनाव लड़ने को लेकर भारतीय जनता पार्टी हरियाणा की बुधवार को दिल्ली में मैराथन बैठक हुई। प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ की अध्यक्षता और मुख्यमंत्री मनोहर लाल व संसदीय बोर्ड की नवनियुक्त सदस्य सुधा यादव की उपस्थिति में देर सायं तक हरियाणा भवन में चली इस बैठक में जिला प्रभारियों की रिपोर्ट पर चर्चा करने के बाद यही निर्णय लिया गया कि सिंबल पर चुनाव लड़ने के संबंध में फैसला चुनाव घोषणा के बाद ही लिया जाए। बुधवार को हुई बैठक में पंचायतीराज चुनाव को लेकर बनाए गए जिला प्रभारियों की कार्यकर्ताओं से हुई रायसुमारी की रिपोर्ट पर गहन चिंतन किया गया और अंतिम निर्णय चुनाव समिति पर छोड़ दिया गया।

बैठक निर्धारित समय पर चार बजे शुरू हुई। सबसे पहले जिन मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और अन्य पार्टी पदाधिकारियों को जिला प्रभारी के रूप में रायसुमारी की जिम्मेदारी दी गई थी, उनसे एक-एक करके रिपोर्ट ली गई और उनसे पूछा गया कि कार्यकर्ताओं के मन में क्या है? सभी ने लिखित में तैयार की गई रिपोर्ट मुख्यमंत्री मनोहर लाल व प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़, के सामने रख दी। रिर्पोटों को देखने के बाद एक-एक प्रभारी से क्रमशः चर्चा की गई।

बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने पत्रकारों को बताया कि जिन वरिष्ठ नेताओं को जिला प्रभारियों के रूप में नियुक्त कर रायसुमारी का काम दिया गया था उन सभी से रिपोर्ट मिल गई है और इन रिपोर्ट पर ही इस बैठक में चर्चा की गई। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि प्रभारियों को यह काम दिया गया था कि वे कार्यकर्ताओं के बीच जाएं और उनसे पूछे कि सिंबल पर चुनाव लड़ने को लेकर उनके मन में क्या है? इसके अलावा जिन-जिन कार्यकर्ताओं के मन में चुनाव लड़ने की है उनके नाम भी प्रभारियों के द्वारा मांगे थे। इन दोनों विषयों पर बड़ी स्पष्ट रिपोर्ट प्रभारियों की तरफ से आई है, जिनको मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित बैठक में उपस्थित सभी नेताओं के सामने रखा गया। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि कार्यकर्ताओं के मन में क्या है? अब इस पर अंतिम फैसला चुनाव समिति पर ही छोड़ा गया है। जैसे ही चुनावों की तारीख चुनाव आयोग द्वारा घोषित कर दी जाएगी, उसके दो-चार दिन बाद ही चुनाव समिति की बैठक बुलाकर इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा कि पंचायतीराज चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ा जाना चाहिए या नहीं।

एक पत्रकार द्वारा भाजपा-जजपा गठबंधन पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने साफ किया कि आगामी पंचायती राज चुनाव मिलकर लड़ने पर फैसला भी चुनाव समिति ही करती है और चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद यह भी स्पष्ट हो जायेगा। उल्लेखनीय है कि प्रदेश अध्यक्ष द्वारा प्रभारी नियुक्त किये जाने के बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने सिरसा, विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा ने फतेहाबाद, जेपी दलाल ने हिसार, पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने जिला भिवानी, प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा ने जिला दादरी, चेयरमैन अरविंद यादव ने महेंद्रगढ़ तथा मंत्री ओम प्रकाश यादव ने रेवाड़ी, मंत्री डा. बनवारी लाल ने गुरुग्राम, पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने मेवात, पूर्व सांसद डा. सुधा यादव ने पलवल, वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जाकिर हुसैन ने फरीदाबाद, प्रदेश महामंत्री एवं विधायक मोहन लाल कौशिक ने झज्जर, सांसद धर्मबीर सिंह ने रोहतक, महामंत्री वेदपाल एडवोकेट ने सोनीपत, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने पानीपत, राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार ने करनाल, कर्णदेव कंबोज ने कुरुक्षेत्र, महामंत्री डा. पवन सैनी ने कैथल, मंत्री संदीप सिंह ने अम्बाला, सांसद नायब सैनी ने पंचकूला, मंत्री कमलेश ढांडा ने जींद और प्रदेश मीडिया प्रभारी डा. संजय शर्मा ने यमुनानगर में मंडल स्तर, जिला स्तर, जिले में रहने वाले विधायकों व सांसदों से भी रायसुमारी की गई थी।

उक्त सभी प्रभारी दिल्ली के हरियाणा भवन में हुई बैठक में उपस्थित रहे और अपनी रिपोर्टों पर चर्चा करने के बाद सभी ने मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष के सामने यह सुझाव भी रखा कि सिंबल पर चुनाव लड़ने का फैसला चुनाव की घोषणा के बाद ही किया जाना चाहिए। सभी प्रभारियों की बात सुनने के बाद बैठक में भी यह निर्णय लिया गया कि सिंबल पर चुनाव लड़ने का फैसला चुनाव समिति पर छोड़ दिया जाना चाहिए और चुनाव की घोषणा के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाना चाहिए। बैठक में संगठन मंत्री रविंद्र राजू भी मौजूद रहे।

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