सवाल उठता है कि बेरेाजगारी दर पर उत्तरप्रदेश के मामले में सीएमआईई का आंकडा कैसे सही है और हरियाणा संदर्भ में कैसे गलत? क्या भाजपा व प्रधानमंत्री मोदी जी इसका जवाब देंगे? विद्रोही 3 अगस्त 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि नीति आयोग व हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने मिलकर प्रदेश में 8 प्रतिशत बेरोजगारी दर बताने का जो एमओयू किया है, वह बेरोजगार युवाओं के साथ क्रूर मजाक व बेरोजगारी के सत्य को छुपाने का कुप्रयास है। विद्रोही ने कहा कि बेरोजगारी पर देश में सर्वे करने वाली कम्पनी सीमएमआईई के हरियाणा में 25 से 30 प्रतिशत तक बेरोजगारी दर बताने के आंकडे को नीति आयोग व मुख्यमंत्री खट्टर ने मिलकर नकार कर प्रदेश में 8 प्रतिशत बेरोजगारी दर होने का नया एमओयू किया है। आश्चर्य है कि यही नीति आयोग, प्रधानमंत्री मोदी व भाजपा इसी सीएमआईई के आंकडों को लेकर भाजपा शासित राज्यों में कम बेेरोजगारी दर होने पर सार्वजनिक मंचों पर बगले बजाते है। सवाल उठता है कि बेरेाजगारी दर पर उत्तरप्रदेश के मामले में सीएमआईई का आंकडा कैसे सही है और हरियाणा संदर्भ में कैसे गलत? क्या भाजपा व प्रधानमंत्री मोदी जी इसका जवाब देंगे? विद्रोही ने कहा कि अभी तक यही नीति आयोग व मोदी सरकार का श्रम विभाग हरियाणा में बेरोजगारी दर 13 से 16 प्रतिशत बताता आ रहा था। वहीं मुख्यमंत्री खट्टर इस आंकडे को 5-6 प्रतिशत बताते आ रहे थे। अब सवाल उठता है कि नीति आयोग का हरियाणा में 13-16 प्रतिशत बेरोजगारी दर का अनुमान रातो-रात घटकर 8 प्रतिशत कैसे हो गया और खटटर जी का 5-6 प्रतिशत बेरोजगारी दर का अनुमान बढकर 8 प्रतिशत कैसे हो गया? जिस तरह विभिन्न देशी-विदेशी कम्पनियां राज्य सरकारों से उद्योगों के नाम पर एमओयू करके विकास के जुमले उछालकर लोगों को ठगते है, उसी तरह नीति आयोग व हरियाणा के मुख्यमंत्री ने बेरोजगारी दर पर एमओयू करके बेरोजगारी दर 8 प्रतिशत होने का जुमला उछालकर युवाओं को ठगने का कुप्रयास किया है। विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को चुनौती दी कि यदि उनको नीति आयोग व हरियाणा सरकार के बीच सहयोग के आधार पर 8 प्रतिशत बेरोजगारी दर की सच्चाई पर इतना ही भरोसा है कि हरियाणा में बेरोजगारी दर पर भाजपा खट्टर सरकार विस्तृत श्वेत पत्र जारी करने की हिम्मत दिखाये। हरियाणा में सरकारी व अर्ध-सरकारी नौकरियों के विभिन्न विभागों, बोर्डो कारपोरेशन में स्वीकृत पद और उन पर आज कितने कर्मचारी कार्यरत है, हरियाणा के कितने युवा विभिन्न उद्योगों, वाणिज्य प्रतिष्ठानों व केन्द्र सरकार के विभागों में नौकरी करते है, प्रदेश में कितने लोग रोजगार के लिए लायक है, इनमें कितने लोगों को रोजगार मिला हुआ है। प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर कितने बेरोजगारों ने नौकरी के लिए अपना नाम रजिस्ट्रेशन करवा रखा है। प्रदेश में कितने पढ़े-लिखे लोग बेरोजगार है जिनमें डाक्टर, टैक्नीशियन सहित सभी प्रोद्यौगिकी में डिग्री, डिप्लोमाधारियों का पूर्ण विवरण हो। वहीं पीएचडी, एमए, बीए, बाहरवी व दसवी पास कितने लोग बेरोजगार है। दसवी से लेकर आठवी तक कितने अनपढ़ लोग बेरोजगार है। वहीं प्रदेश में कितने लोग काम करने वाले दिहाडीदार मजदूर है। विद्रोही ने कहा कि खट्टर जी में दम है तो उपरोक्त सवालों के जवाब देने के साथ बेरोजगारी पर एक विस्तृत श्वेत पत्र जारी करे। Post navigation नई परंपराओं के साथ बड़े बदलाव का साक्षी बनेगा मानसून सत्र एनआईटी फरीदाबाद विधायक नीरज शर्मा ने हर घर तिरंगा अभियान में अपना एक माह का वेतन दिया।