अधिकारियों को दिए निर्देश, सीवर लाइन बिछाने और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटो का संचालन शीघ्र अतिशीघ्र करें. सुनिश्चितदूषित पानी नहरों-नदियों में छोड़ने पर सख्त निगरानी रखें अधिकारी – मुख्य सचिव.यमुना कैचमेंट में एसटीपी बनाने के लिए 277 गांव किए गए चिह्नित चंडीगढ़, 27 जुलाई – हरियाणा सरकार द्वारा नदियों में प्रदूषण स्तर को नियंत्रित करने और नदियों के जीर्णोद्धार के लिए सीवर लाइन बिछाने, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटो के निर्माण इत्यादि का कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस संबंध में मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने आज रिवर एक्श्न प्लान की समीक्षा बैठक करते हुए अधिकारियों को सीवर लाइन बिछाने और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटो का संचालन शीघ्र अतिशीघ्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल प्रदूषण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों का नैतिक दायित्व बनता है कि वह नहर-नदियों को दूषित होने से बचाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि विभिन्न कारकों द्वारा दूषित पानी नहरों-नदियों में छोड़ने पर पूर्ण रोक लगाएं और सख्त निगारानी रखें। श्री संजीव कौशल ने अधिकारियों को नमामि गंगे प्रोग्राम के तहत एसटीपी और सीईटीपी लगाने के संबंध में 2 सप्ताह में कार्य योजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। मानेसर, नाहरपुर कासनी के एसटीपी की सीवरेज क्षमता बढ़ाने के कार्य की निगरानी करें मुख्य सचिव ने कहा कि मानेसर, नाहरपुर कासनी में बन रहे एसटीपी के सीवरेज क्षमता बढ़ाने के कार्य की संबंधित अधिकारी हर सप्ताह निगरानी करें और मुख्यालय को रिपोर्ट भेजें। जनता के पैसे का दुरूपयोग रोकने के लिए यदि कोई ठेकेदार काम में लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कुण्डली, सोनीपत में एचएसवीपी द्वारा बनाये जा रहे कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) के लिए उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिए कि वे साइट पर जाकर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करें और कार्य में आ रही कठिनाईयों को दूर करवाकर कार्य को शीघ्र पूरा करवाएं। घग्घर और यमुना नदी में प्रदूषण नियंत्रण के लिए 441 एमएलडी क्षमता के 25 एसटीपी बनाए जा रहे हैं श्री कौशल ने कहा कि जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, शहरी स्थानीय निकाय विभाग और गुरुग्राम महानगरीय विकास प्राधिकरण द्वारा घग्घर नदी में प्रदूषण नियंत्रण के लिए राज्य में 61 एमएलडी क्षमता के 8 एसटीपी बनाए जा रहे हैं, जिनके जनवरी, 2023 तक पूर्ण होने का अनुमान है। इसी प्रकार, यमुना कैचमेंट में 380.5 एमएलडी क्षमता के 17 एसटीपी बनाए जा रहे हैं। घग्घर और यमुना कैचमेंट में 2016 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन बिछाई गई मुख्य सचिव ने कहा कि घग्घर कैचमेंट में विभिन शहरों में 589 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन बिछाने का प्रस्ताव था, जिसमें से 544 किलोमीटर लाइन बिछाई जा चुकी है। 3 शहरों में भी दिसंबर माह तक सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। इसी प्रकार, यमुना कैचमेंट में 1652 किलोमीटर में से 1472 किलोमीटर लाइन बिछाई जा चुकी है। शेष 6 शहरों में भी सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य तेज गति से चल रहा है। यमुना कैचमेंट में 120 एमएलडी क्षमता के 6 और सीईटीपी लगाने का प्रस्ताव बैठक में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव श्री एस नारायणन ने बताया कि यमुना कैचमेंट में 19 एमएलडी क्षमता के 3 कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) लगाये जा रहे हैं। दिसंबर माह तक 2 सीईटीपी संचालित हो जाएंगे। इसके अलावा, 120.5 एमएलडी क्षमता के 6 और सीईटीपी लगाने का प्रस्ताव है। इनकी डीपीआर बनाई जा रही है। इसी प्रकार, घग्घर कैचमेंट में 3 एमएलडी 2 सीईटीपी लगाये जा रहे हैं, जिनका कार्य जल्द पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यमुना कैचमेंट में गांवों में एसटीपी बनाने के लिए 277 गांवों को चिह्नित कर लिया गया है, जिनमें जल्द ही एसटीपी का कार्य शुरू हो जाएगा। इसी प्रकार, घग्घर कैचमेंट में 45 गांवों को चिह्नित किया गया है। बैठक में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा वित्त आयुक्त श्री पी के दास, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री देवेंद्र सिंह, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव श्री अरूण कुमार गुप्ता, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव श्री विजेंद्र कुमार, परिवहन विभाग के प्रधान सचिव श्री नवदीप सिंह विर्क सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। Post navigation सांसद जब जनहित के मुद्दे ही सदन में नहीं उठा सकते तो नया संसद भवन बनाने की क्या जरुरत – दीपेन्द्र हुड्डा हरियाणा एम. एल. ए. हॉस्टल में तीज की बहार ……….. महिला स्टाफ ने लिया झूलों का आनंद