एसोसिएशन ऑफ हरियाणवीज ऑस्ट्रेलिया की तरफ से एएचए के स्थापना दिवस पर हरियाणवी सांस्कृतिक संध्या आयोजन।एएचए के स्थापना दिवस पर हरियाणवी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम। ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न से विनायक कौशिक ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न , 27 जून : एसोसिएशन ऑफ हरियाणवीज ऑस्ट्रेलिया की तरफ से एएचए के स्थापना दिवस पर हरियाणवी सांस्कृतिक संध्या आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में विक्टोरिया की मेंबर पार्लियामेंट नीना टेलर एवम भारत सरकार की ओर से दूतावास मेलबर्न में काउंसल जनरल माननीय राजकुमार भी सपरिवार व भारतीय दूतावास के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि नीना टेलर ने अपने संबोधन में कहा की एसोसिएशन ऑफ हरियाणवीज इन ऑस्ट्रेलिया समाज सेवा एवं सांस्कृतिक संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। कोविड काल में इस संस्था ने 200000 डॉलर से अधिक की सहायता कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। । आस्ट्रेलिया में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की सहायता के लिए भी इस एसोसिएशन की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस अवसर पर भारतीय दूतावास के प्रतिनिधि राजकुमार ने अपने संबोधन में कहा की विगत 4 वर्षों से एसोसिएशन ने हरियाणवी सांस्कृतिक परंपराओं संस्कारों एवं तीज त्योहारों का तो संरक्षण किया ही है, किंतु ऑस्ट्रेलिया के लोगों के मन में अपना अलग स्थान बनाया है। स्थापना दिवस के अवसर पर एक भव्य भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें ग्रीस, तेलंगाना के सांस्कृतिक दलों के साथ-साथ सिडनी एवं मेलबर्न की महिलाओं की ओर से हरियाणवी नृत्य तो प्रस्तुत किए ही गए इसके अतिरिक्त भारत से विशेष रूप से यहां पर पहुंचे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय एवं हरियाणा के सांस्कृतिक दल अपनी बेहतरीन हरियाणवी प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोह लिया। सांस्कृतिक दल में डॉ. हरविंदर राणा पवन कुमार कोरियोग्राफर, तनु ,रमा, काजल ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। इससे पूर्व एसोसिएशन ऑफ हरियाणवीज इन ऑस्ट्रेलिया के फाउंडिंग प्रेजीडेंट सेवा सिंह, विक्टोरिया चैप्टर के प्रधान सतपाल चहल सिंह सहित एसोसिएशन के सदस्यों ने आए हुए मेहमानों का हार्दिक स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन कुवि के युवा एवम सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया तथा एमएन कॉलेज शाहबाद मारकंडा की अंग्रेजी की विभागध्यक्ष मैडम कल्पना ने किया। इस मौके पर एसोसिएशन एवं विरासत हेरीटेज विलेज कुरूक्षेत्र की ओर से एक हरियाणवी सांस्कृतिक प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया जिसको स्थानीय लोगों ने खूब सराहा। इस अवसर पर एसोसिएशन की वार्षिक पत्रिका संदेश एवं एक्टिविटी से संबंधित कैलेंडर व हरविंद्र राणा द्वारा गाया गया गीत भी जारी किया। एसोसिएशन की कोर कमेटी के सभी सदस्यों अजय कुमार ढुल कोषाध्यक्ष, एडिलेड चैप्टर के अध्यक्ष अशोक कुंडू, सुनिल एवम् कीर्ति दहिया, संजीव दलाल, विजयपाल रहेडू, रविंद्र घनखस, सतीश खत्री, अजय संधू, मैडम बीनू सिंह, रितु चहल, सतीश एवम् सुचिंता, मैडम आशा, नरेन्द्र मालिक सहित ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले डेढ़ हजार से अधिक प्रवासी हरियाणवीओं एवं ऑस्ट्रेलिया के निवासियों ने इस सांस्कृतिक सांझ के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति के रंगों की छटा का खूब आनंद लिया। इस सांस्कृतिक सांझ में यहां के स्थाई निवासियों एवं हरियाणवी ने हरियाणवी लोक परिधानों कुर्ता घागरा चुनरी धोती कुर्ता एवं पगड़ी के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति का खूब प्रचार एवं प्रसार किया। डॉ. महासिंह पूनिया व हरविन्द्र राणा को किया इंटरनेशनल अवार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानितएसोसिएशन ऑफ हरियाणवीज इन ऑस्ट्रेलिया ने हरियाणवी संस्कृति एवं विरासत के संरक्षण के क्षेत्र में योगदान के लिए डॉ. महासिंह पूनिया व हरविन्द्र राणा फॉल्क डांस के क्षेत्र में योगदान के लिए इंटरनेशनल अवार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया है। डॉ. महासिंह पूनिया ने इसके लिए एसोसिएशन ऑफ हरियाणवीज इन आस्ट्रेलिया तथा ऑस्ट्रेलिया के निवासियों का हार्दिक आभार प्रकट किया। हरियाणवी संस्कृति एवम् हस्तकला मे विकास की अपार संभावनाएं : मैडम लीना ट्रेलर।एसोसिएशन ऑफ हरियाणवी सीन आस्ट्रेलिया एवं विरासत हेरीटेज विलेज की ओर से एएचए के स्थापना दिवस पर एक भव्य हरियाणा हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि विक्टोरिया की मेंबर पार्लियामेंट मैडम नीना टेलर एवं भारतीय दूतावास मेलबर्न के मुखिया राजकुमार आई एफ एस मौजूद थे। इस मौके पर मैडम नीना टेलर ने कहा कि हरियाणा की हस्तशिल्प कला आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाएगी। मेलबर्न में भारतीय दूतावास के प्रतिनिधि राजकुमार ने कहा कि हरियाणा का हस्तशिल्प एसोसिएशन के माध्यम से एवं भारतीय दूतावास के माध्यम से और अधिक प्रचारित एवं प्रसारित किया जाएगा आने वाले दिनों में इसके दूरगामी परिणाम आस्ट्रेलिया में देखने को मिलेंगे। प्रदर्शनी के प्रभारी डॉ. महासिंह पूनिया एवम् सेवा सिंह ने बताया कि इस प्रदर्शनी में हरियाणा की हाथ से बनाई हुई बंधेज की चुनरिया, पेपर मेसी के बनाए गए बोहिए, फुलझड़ियां हाथ से बनाया गया गुड्डे गुड़िया, बर्तन, इंडी, बीजने, बंदनवार तथा हरियाणा के लोक चित्रों की एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। Post navigation उपचुनाव परिणाम से कुछ संदेश…… महंगी होती खाद से खेती करना मुश्किल