प्रदेश के सरकारी स्कूलों में मजदूर पैदा करने वाली खट्टर सरकार की लचर शिक्षा व्यवस्था ने बच्चों का भविष्य किया बर्बाद

पटौदी, 30/5/2022 :- ‘हाथ किताबें लगी ना अब तक, देख रहे सब बाट। बांट रहे मोबाइल सबको, देखलो इनके सब ठाठ।पढन की खातिर नही किताबें, ना बैठन को टाट। फिर कह देंगें नही पढाये, बच्चे रह गए सपाट।’

उक्त पक्तियों के साथ कांग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में हरियाणा सरकार की विफल शिक्षा व्यवस्था पर जमकर हमला बोला। प्रेस को लिखे पत्र में उन्होनें कहा कि वर्ष 2018 से वर्ष 2022 तक 4 साल के लंबे अंतराल में भी गठबंधन सरकार बच्चों को नई पुस्तकें उपलब्ध नहीं करवा पाई है, जबकी बच्चों को टैबलेट देने के नाम पर सरकार प्रदेश में बस जुमलों की गोली देने का काम कर रही है।

वर्मा ने कहा कि शिक्षा के मद में कटौती करने वाली और गरीब छात्रों की स्कॉलरशिप में करोडों का घोटाला करने वाली इस अहंकारी सरकार से शिक्षा व्यवस्था में सुधार की उम्मीद करना ही बेमानी है, शिक्षा का राजनीतिकरण करने पर उतारु खट्टर सरकार बताए की बच्चों को अभी तक पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध न कराके उनका भविष्य अंधकारमय करने पर वो क्यों तुली हुई है? उन्होनें कहा कि इस सरकार ने अपने आठ सालों के कार्यकाल में कोई नया स्कूल नही खोला किन्तु बच्चों की कम संख्या का हवाला देकर सकैडों सरकारी स्कूलों को बन्द जरुर कर दिया।

कांग्रेस नेत्री ने कहा कि इस सरकार की लचर शिक्षा व्यवस्था व रोजगारपरक शिक्षा के अभाव में आज सरकारी विद्यालयों से छात्रों के रुप में मजदूर निकल रहे हैं। इस पर बीजेपी सरकार जानबूझ कर गम्भीर नही है और वो इस लिए आँखें मुंदकर बैठी है क्योंकि वो जानती है की ‘अनपढ़ रहेगा इण्डिया तभी तो अंदभक्त बनेगा इण्डिया’।

महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा कि आज प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में करीब 38 हजार पद रिक्त पड़े हैं, एक हजार से अधिक सरकारी स्कूल मुखिया के बैगर चल रहे हैं, सकैडों स्कूलों में पूरी शिक्षा का भार केवल एक अध्यापक के कंधों पर टिका हुआ है, करीब चालीस फीसदी स्कूलों में चौकिदार व स्वीपर नही हैं, इससे बीजेपी राज में चौपट हुई शिक्षा व्यवस्था की दयनीय हालात को बखुबी समझा जा सकता है। उन्होनें कहा की इस जनविरोधी बीजेपी सरकार द्वारा जानबूझ कर साजिशन स्टेशनरी, स्कूल बैग, इन्सेन्टिव की करोडों की राशि जारी नही की जा रही क्योंकि इन स्कूलों में गरीब व मजदूरों के बच्चे पढते हैं।

वर्मा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा की केवल झूठी वाहवाही लेने के चक्कर में बिना पूर्व तैयारी के टैबलेट बांटने के इनके कार्यक्रमों की हवा निकल गई और इन्हें न सिर्फ फजीहत झेलनी पड़ी बल्कि अपनी सस्ती लोकप्रियता के चक्कर में इनके द्वारा बच्चों से भी झूठ व जुम्लों की राजनीति खेली गई।

महिला कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री ने कहा की न जाने क्यों ये सरकार शिक्षा व किताबों के प्रति अपनी जिम्मेदारी नही निभाना चाहती, पिछ्ले सत्र में भी अभिभावकों को मुफ्त किताबें देने का झांसा देते रहे फिर सत्र के आखिर में बच्चों के बैंक खातों में किताबों की राशि ऐसे समय में डाली गई जब बाजारों में पुस्तकें उपलब्ध नही थी।

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