हरियाणा पुलिस सिपाही भर्ती मामले में गलत परसेंटाइल का फार्मूला लगाकर जानबूझ कर लटकाया गया भर्ती प्रक्रिया को
माननीय अदालत में जल्द सुनवाई की अर्जी लगाकर भर्ती प्रक्रिया को जल्द पूरा करवाकर रिजल्ट घोषित करे सरकार
सीईटी (CET) मामले में जुमले छोड़ना बन्द करके पॉलिसी फाइनल कर जल्द से जल्द एग्जाम कंडक्ट करवाये सरकार – कुंडू

चंडीगढ़, 16 मई : जनसेवक मंच संयोजक एवं महम से आजाद विधायक बलराज कुंडू ने प्रदेश में लगातार बढ़ती जा रही बेरोजगारी एवं भर्तियां नहीं करने को लेकर राज्य सरकार की नीयत पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

आज चंडीगढ़ में अपने आवास पर बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए बलराज कुंडू ने कहा कि लाखों बेरोजगार युवाओं और शिक्षकों ने आज काला दिवस मनाकर सरकार को अपना रोष जाहिर करने का काम किया। ट्विटर पर #हरियाणापुलिसरिजल्टजारीकरो और #CET_डेटसिलेबसजारी_करो आज दिनभर ट्रेंड करते रहे जिससे सरकार को भी पता चल जाना चाहिए कि अपने हकों के लिए आज युवाओं ने आंदोलन का बिगुल बजा दिया है।

बलराज कुंडू ने कहा कि हरियाणा पुलिस की भर्ती साल 2019 में विज्ञापित हुई थी जिसे अप्रैल 2020 में दौबारा से विज्ञापित किया गया लेकिन अभी तक भी यह भर्ती पूरी नहीं हो सकी है।

यह भर्ती विज्ञापित होने के लगभग डेढ़ साल बाद नवम्बर 2021 में पेपर लिया गया और उसके बाद हरियाणा पुलिस भर्ती की फिजिकल व डॉक्यूमेंट स्क्रूटनी जनवरी व फरवरी महीने में हो गई थी लेकिन लगभग 3 साल से यह भर्ती अभी तक चल ही रही है, कोई नतीजा नहीं आया। अब इस भर्ती में परसेंटाइल का गलत फार्मूला लगाकर सरकार ने इस भर्ती को कोर्ट में लटका दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा में बाकायदा यह कहते हुए माफी भी मांगी थी कि हमसे गलती हुई है लेकिन अभी तक उस गलती को सुधारा नहीं गया है आखिर यह गलती कब सुधरेगी ? प्रदेश के 29 हजार लड़के और करीब 11 हजार लड़कियों को यह भर्ती पूरा होने का इंतजार है।

बलराज कुंडू ने कहा कि इसी प्रकार 15 जनवरी 2020 को सीईटी (CET) का पोर्टल लागू किया गया था। इसके बाद यह कहते हुए करीब 18 भर्तियों के 9888 पद वापिस कर लिए गए कि सीईटी के तहत इन पदों को भरा जाएगा लेकिन यह महज एक जुमला ही साबित हो रहा है क्योंकि पोर्टल लागू होने के करीब ढाई साल होने जा रहे हैं लेकिन हरियाणा सरकार आज तक भी इसकी ढंग की पॉलिसी तक फाइनल करके लागू नहीं कर पाई है। उन्होंने पिछले साल कहा था कि जनवरी 2022 में पेपर लेंगे उसके बाद मार्च में फिर अप्रैल, फिर जून और अब कल खबर आई है कि अब अगस्त में ये लोग भी एग्जाम लेंगे।

कुंडू बोले कि कितने आश्चर्य की बात है कि बार-बार पॉलिसी संशोधित करने का नाम लेकर पेपर टाले जा रहे हैं। आखिर प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवा कब तक इंतजार करते रहेंगे ? पता चला है कि अब तक सीईटी के लगभग 11 लाख फार्म भरे जा चुके हैं लेकिन जब से भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार बनी है तब से लेकर अब तक एक भी भर्ती पूरी पारदर्शिता से पूरी नहीं हुई है।

कुंडू ने कहा कि हरियाणा में बेरोजगारी का आलम यह हो चला है कि जितने कुल सरकारी पद सृजित हैं उनमें से भरे हुए कम है और खाली पद अधिक पड़े हैं। विभिन्न सरकारी महकमों में लगभग 3 लाख 32 हजार पद खाली पड़े हैं लेकिन सरकार को शायद इसकी कोई चिंता नहीं है।

उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट हवाला देते हुए कहा कि रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सेना में 2 लाख पद रिक्त पड़े हैं और हर रोज 5 हजार पद खाली हो रहे हैं लेकिन सरकार सेना भर्ती बन्द किये बैठी है जबकि लाखों युवा जो आर्मी में भर्ती होने के लिये सालों से तैयारी कर रहे हैं वे ओवरएज होते जा रहे हैं। भिवानी के गांव तालू के रहने वाले नौजवान पवन की आत्महत्या के मामले का जिक्र करते हुए कुंडू ने युवाओं की निराशा और पीड़ा का भी जिक्र किया और कहा कि सरकार को गंभीर होकर इस हालत पर चिंतन करके युवाओं के लिए रोजगार के बन्द पड़ चुके रास्तों को खोलना चाहिए।

बलराज कुंडू ने कहा कि सीएमआईई (CMIE) की रिपोर्ट के अनुसार 34 प्रतिशत की बेरोजगारी दर के साथ हरियाणा देशभर में बेरोजगारी में नंबर वन बना हुआ है और पिछले लगभग 6 महीने से नंबर वन ही चल रहा है लेकिन सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं।

ऐसा लगता है मानों भर्ती निकालना और फिर उसे रद्द करना ही इस सरकार का लक्ष्य है। अभी तक 18 भर्तियां रद्द की जा चुकी हैं। शिक्षा की बात हो या स्वास्थ्य या फिर कोई भी अन्य विभाग, सभी जगह बुरा हाल हुआ पड़ा है। शिक्षा की बात करें तो हैरानी की बात है कि करीब 60 स्कूल तो ऐसे हैं जहां पर कोई टीचर ही नहीं है और 40 के करीब स्कूल ऐसे हैं जो सिर्फ 1 अध्यापक के भरोसे हैं।

एक सवाल के जवाब में बलराज कुंडू ने कहा कि हरियाणा पुलिस की भर्ती एक बड़ी भर्ती है और लगभग 40 हजार अभ्यर्थियों के परिवार इस भर्ती के पूरे होने के इंतजार में हैं, ऐसे में मेरा सरकार से आग्रह है कि वह माननीय अदालत में जल्द सुनवाई की अर्जी लगाकर इस भर्ती को शीघ्रता से पूरा करवाए।

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