-प्राकर्तिक संसाधनों को स्वच्छ रखते हुए उत्पादन की गुणवत्ता पर ध्यान दें देश के किसान: महामहिम श्री राम प्रसाद सुबेदी, भारत में नेपाल के उप राजदूत गुरुग्राम के भोड़ा कलाँ स्थित ओम् शांति रिट्रीट सेंटर से शुरू हुआ ब्रह्माकुमारी संस्थान का “आत्मनिर्भर किसान अभियान” गुरुग्राम, 14 मई। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के मंत्री श्री जेपी दलाल ने कहा कि आज प्रदेश सरकार कृषि से जुड़ी अपनी बेहतर नीतियों के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने व उनके उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसान भाइयों को यदि किसी अन्य प्रदेश की कृषि नीति हमसे बेहतर लगती है तो वे प्रदेश सरकार को बताएं हम उसे हरियाणा में लागू कर देंगे। श्री दलाल आज ब्रह्माकुमारी संस्थान के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग तथा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा आयोजित “आत्मनिर्भर किसान अभियान” के उद्धघाटन समारोह(दिल्ली जोन) में बतौर मुख्याथिति संबोधित कर रहे थे। आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रृंखला व भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन गुरुग्राम के भोड़ा कलाँ स्थित ओम् शांति रिट्रीट सेंटर में किया गया था। कृषि मंत्री ने उद्धघाटन समारोह में दीप प्रज्वलित करने उपरान्त अपने संबोधन में कहा कि आज प्रदेश में किसानों की इच्छा व उनके सुझावों के आधार पर किसानों के उत्थान के लिए बेहतर नीतियों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि भारत की आत्मा भारत के गांवों में बसती है। आज प्रदेश की वर्तमान सरकार महात्मा गांधी की इस सोच से प्रेरणा लेकर गांवों व किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पूर्णतः अग्रसर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर आज हरियाणा व देश में कृषि क्षेत्र में बदलाव का दौर जारी है। श्री दलाल ने कहा कि आज हरियाणा में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नीति निर्देशन के चलते किसानों की खेती पूर्णतः जोखिम मुक्त है। आज प्रदेश में किसानों को फसल बेचने के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराएजा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने किसानों से रसायन मुक्त खेती का आह्वान करते हुए कहा कि रासायनिक खेती हमारी भूमि की उत्पादन क्षमता व उत्पादन की गुणवत्ता दोनों को प्रभावित करने के साथ ही हमारी सेहत को भी प्रभावित करती है।ऐसे में प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि दूषित उत्पादन के कारण जो मानवता का शोषण हो रहा है, उसमें आवश्यक सुधार करने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस दिशा में कार्य करते हुए किसानों के लिए केमिकल फ्री खेती की नीति बनाई है। इस नीति के तहत केमिकल फ्री खेती करने वाले किसानों का दो साल का उत्पादन घाटा सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। कृषि मंत्री ने इस अवसर पर किसानों से फसल अवशेष नहीं जलाने का आह्वान करते हुए कहा कि जब भी कोई किसान अपने खेतों में फसल अवशेष जलाता है तो उससे वातावरण तो प्रदूषित होता ही है, इसके साथ साथ भूमि को उपजाऊ बनाने वाले मित्र जीवों का भी नाश हो जाता है। ऐसे में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के इस शुभ आयोजन पर हमें फसल अवशेष नहीं जलाने का प्रण लेना चाहिए। कृषि मंत्री ने अपने संबोधन के उपरांत संस्थान द्वारा गांव गांव जाकर किसानों को जागरूक करने के लिए शुरू की गयी झंडा व कलश यात्रा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में भारत में नेपाल के उप राजदूत महामहिम श्री राम प्रसाद सुबेदी ने कहा कि भारत और नेपाल के सम्बंध त्रेता युग से ही प्रगाढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि हमारी मां जानकी की इस पावन धरा पर मानव जाति के पालनहार यानी किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की इस सार्थक मुहिम की शुरुआत हुई है। श्री सुबेदी ने कहा कि अभियान से प्रेरणा लेकर हमें अपनी भूमि अपने जल व अन्य प्राकर्तिक संसाधनों को स्वच्छ रखते हुए उत्पादन की गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम आयोजकों को इस अभियान के शुभारंभ के लिए नेपाल आने का न्योता भी दिया। उद्धघाटन समारोह में कार्यक्रम की आयोजक ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने अभियान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश का किसान सदियों से मानव जाति के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहा है। यह मानव जीवन का सर्वश्रेष्ठ कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि आज ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा शुरू किया गया यह अभियान भारत के आत्मनिर्भर अभियान में अपनी सार्थक भूमिका निभाएगा। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित किसानों से आह्वान करते हुए कहा कि ईश्वर वहीं व्याप्त है जहां कर्म प्रमुख होता है, इसलिए देश के सभी किसान अपने मनोशक्ति को मजबूत करते हुए इस अभियान को सफल बनाने में अपना शत प्रतिशत योगदान दें। उद्धघाटन समारोह में ब्रह्माकुमारी राजकुमारी, डीडी किसान चैनल के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक डॉ मनोज कुमार पटोरिया जी, उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशालय के सहायक निदेशक बद्री विशाल तिवारी, ब्रह्माकुमारी संस्थान के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के निदेशक पी.के यादव, गुरुग्राम में कृषि विभाग के उप निदेशक अनिल कुमार ने भी अपने विचार रखे।कार्यक्रम में हरियाणा व अन्य प्रदेशों से आए किसान संगठनों के प्रतिनिधियों सहित काफी संख्या में प्रगतिशील किसान व मातृशक्ति भी उपस्थित रही। Post navigation राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने जीडी गोयंका विश्वविद्यालय के 7वे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि की शिरकत यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों के भविष्य को लेकर अभिभावकों ने विधायक सुधीर सिंगला को सौंपा ज्ञापन