बिना पर्ची ऑनलाईन बिक्री करने वाले व्यक्ति को पकड़ने के लिए आगामी कार्यवाही जारी-अनिल विज. कुरूक्षेत्र के रिहायशी सैक्टरों में चल रहे नर्सिंग होम में छापेमारी, अवैध तौर पर दवाईयों की दुकानें संचालित हुई पाई गई- विज चण्डीगढ़, 18 अप्रैल- हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, जिनके पास हरियाणा खाद्य एवं औषधि प्रशासन का भी प्रभार हैं, ने कहा कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीमों द्वारा अंबाला में एमटीपी किट(गर्भपात कराने की दवाई) की बिना पर्ची ऑनलाईन बिक्री का पर्दाफाश किया है और बिना पर्ची ऑनलाईन बिक्री करने वाले व्यक्ति को पकड़ने के लिए आगामी कार्यवाही की जा रही है। वहीं दूसरी ओर कुरूक्षेत्र के रिहायशी सैक्टरों में चल रहे नर्सिंग होम में छापेमारी की गई है और वहां पर अवैध तौर पर दवाईयों की दुकानें संचालित हुई पाई गई है। श्री अनिल विज ने कहा कि रियाहशी सैक्टरों में नर्सिंग होम में चल रही अवैघ दवा की दुकानों के विरूद्ध खाद्य एवं औषधि प्रशासन की मुहिम के तहत टीमों ने आज कुरूक्षेत्र के सैक्टर-5 के मकान नंबर- 837 में चल रहे किलकारी चाईल्ड केयर तथा मकान नंबर-836 मंे चल रहे डा. पायल मदर एवं आई केयर सेंटर में छापेमारी की गई। इन दोनों नर्सिंग होम में अवैध तौर पर सरेआम दवाईयों की दुकानें संचालित हुई पाई गई। उन्होंने बताया कि किलकारी अस्पताल में मैसर्ज विजय लक्ष्मी हैल्थ केयर के नाम से फर्म बनाकर दवाईयां खुले काउंटर से बेची जा रही थी। कानून तोडने वालों का दुस्साहस इतना बढा हुआ है कि बिना लाईसेंस की दुकान से बिक्री बिल भी जारी किए हुए पाए गए, जिन्हें विभाग की टीमों ने अपने कब्जे में ले लिया। विभाग के आयुक्त वजीर सिंह गोयल ने एक टीम का गठन किया जिसमें कुरूक्षेत्र की एसडीसीओ सारिका मलिक और डीसीओ विजया राजे को शामिल किया गया। वहीं पायल गर्ग के अस्पताल से किसी भी दवा का खरीद बिल नहीं मिला। बिना बिल के दवाईयां खरीदने से ड्रग एकट में जुर्म के अलावा कर की भी चोरी की जाती है। टीम ने दोनों अवैध दुकानों से दवाईयां को कब्जे में लेते हुए नमूने भरे जिन्हें जांच हेतू लैब में भेजा जाएगा ताकि दवाईयां की गुणवता का पता चल सकें। इधर अंबाला में सुनियोजित ढंग सें कार्यवाही करते हुए एफडीए की टीम ने एमटीपी किट (गर्भपात कराने की दवाई) की बिना पर्ची ऑनलाईन बिक्री का पर्दाफाश किया है। विभाग के स्टेट ड्रग कंट्रोलर को सूचना मिली थी कि मैसर्ज मिशो ऑनलाईन सैलिंग पोर्टल शैडयूल-एच और शैडयूल-एच1 के तहत आने वाली दवाएं डाक्टर की ऑनलाईन आर्डर लेकर डिलीवरी देती है। विभागीय अधिकारियों में अंबाला के एसडीसीओ सुनील दहिया और डीसीओ रजनीश की एक टीम बनाई गई और जिसमें एक डेकोय कस्टमर (छदम ग्राहक) तैयार किया गया, जिसने चार एमटीपी किटस का ऑनलाईन आर्डर दिया। टीम ने इन दवाईयों को कब्जे में ले लिया है। डेकोय कस्टमर बिजेन्द्र ने डिलीवरी के साथ इनवॉयस भी अधिकारियों को प्रस्तुत की है। यह अवैध बिक्री दिल्ली के श्यामधर सिंह ने की है। टीम आगामी कार्यवाही हेतु दिल्ली स्टेट ड्रग कंट्रौल विभाग से संपर्क साध रही है ताकि बिक्रेता को दबोचा जा सकें। Post navigation देश की बदनामी करने में तुले राहुल गांधी, कोविड में पीएम मोदी के नेतृत्व में बेहतरीन कार्य हुआ – गृह मंत्री अनिल विज 28,000 रुपये की रिश्वत लेते प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का इंजीनियर रंगे हाथ गिरफ्तार