हिसार। अप्रैल 14 – वरिष्ठ नागरिकों की संस्था वानप्रस्थ ने बैसाखी का त्यौहार गीत, संगीत व नृत्य के रंगारंग कार्यक्रम के साथ मनाया । कार्यक्रम का उल्लेखनीय पहलू आई डी डी ए वी स्कूल डाबड़ा रोड की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत बैसाखी के गीत व भांगड़ा नृत्य रहे। बोरला, कंठा, टीका, गरारा व पंजाबी परिधान में सजी छात्राएं अति सुंदर लग रही थी। चल मेले नू चलिए…. तथाजुती कसूरी, पैरी न पूरी,हाय रब्बा वे सानू तुरना पेया…. गीतों पर छात्राओं के नृत्य ने समां बांध दिया। वीना अग्रवाल, योगेश सुनेजा व भावना खन्ना ने भी पंजाबी गीत पेश किए।इनके इलावा वरिष्ठ नागरिकों ने भी बैसाखी के गीत प्रस्तुत किए। डॉक्टर अमृतलाल खुराना ने बैसाखी पर खालसा पंथ की स्थापना का वर्णन किया। इस अवसर पर संस्था के आठ सदस्यों का जन्मदिन भी सामूहिक रूप से प्रीतिभोज के साथ मनाया गया। जिनका जन्म दिन मनाया गया वे थे, डॉ हरीश भाटिया, डॉ रतनलाल कामरा, डॉ सुरेंद्र मोहन बहल, डॉ नीलम परुथी, डॉ नरेश बंसल, इंदरसिंह बामल, अमीलाल व श्रीमती वर्षा जैन। इन सभी ने अपनी पत्नी या पति के साथ एक गीत पर अभिनय भी किया जिसे दूरदर्शन के पूर्व समाचार निदेशक अजीत सिंह ने पेश किया। गीत के बोल थे; एक दीवाना आते जाते, मुझको छेड़ करे, सखी री वो क्या मांगे,जब भी मेरे पास से गुजरे,ठंडी सांस भरे ,सखी री वो क्या मांगे…. कार्यक्रम में भाग लेने वाली सभी छात्राओं को वानप्रस्थ संस्था की ओर से इनाम दिए गए तथा स्कूल की प्रिंसिपल वअध्यापिकाओं का धन्यवाद किया गया। संस्था के जनरल सेक्रेटरी डॉ जे के डांग ने तीन घंटे चले कार्यक्रम का संचालन किया। Post navigation मान की सरकार, केजरीवाल के द्वार किसके लाउडस्पीकर बने राज ठाकरे ?