भारत सरकार घोषित करे कि पोलैंड समेत यूक्रेन सीमा से सटे देशों से आर्थिक रिश्ते आज की उनकी संवेदनशीलता पर निर्भर होंगे – दीपेंद्र हुड्डा
अगर केंद्र सरकार समय रहते ठोस कदम उठाती तो छात्रों को ऐसी विकट परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ता – दीपेंद्र हुड्डा
यूक्रेन में फंसे कुरुक्षेत्र के छात्रों के अभिभावकों का प्रतिनिधिमंडल सांसद दीपेंद्र हुड्डा से मिला

कुरुक्षेत्र 28 फरवरी। सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज कुरुक्षेत्र के कांग्रेस भवन में आयोजित कार्यकर्ता बैठक में पहुंचे और आगामी 13 मार्च को नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कुरुक्षेत्र में होने वाले ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम के चौथे पड़ाव की तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं को जरूरी दिशा-निर्देश दिये। इस दौरान सांसद दीपेंद्र हुड्डा से यूक्रेन में फंसे कुरुक्षेत्र के छात्रों के अभिभावकों का एक प्रतिनिधिमंडल मिला। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यूक्रेन सीमा से सटे कुछ देश हमारे छात्रों को एंट्री देने से झिझक रहे हैं। जबकि, पोलैंड समेत इन देशों से भारत के आर्थिक रिश्ते हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने यूक्रेन से सभी भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के लिये केंद्र सरकार से त्वरित कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि भारत सरकार ये घोषित करे कि इन सभी देशों से हमारे भविष्य के रिश्ते आज की उनकी संवेदनशीलता पर निर्भर होंगे। दिल्ली में सरकार इन सभी देशों के राजदूतों को बुला यह बात स्पष्ट करे।

यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंतित दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आज देश में एक भ्रमित सरकार है जिसे यही नहीं पता कि वो रुस के साथ है या यूक्रेन के और उसे क्या कदम उठाने हैं। इतना ही नहीं, इस सरकार को यह भी नहीं पता कि कौन दोस्त है और कौन दुश्मन। अगर सरकार समय रहते ठोस कदम उठाती तो भारतीय नागरिकों को ऐसी विकट परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ता। प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने दीपेंद्र हुड्डा को बताया कि कुरुक्षेत्र जिले से काफी संख्या में मेडिकल आदि की पढ़ाई के लिये गये विद्यार्थी युद्ध के बीच यूक्रेन के खारकीव, कीव, लवीव, उगझोरोड आदि शहरों में फंसे हुए हैं। बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक मेट्रो स्टेशन आदि स्थानों पर भोजन, पानी, दवाई के बिना बेहद चुनौतीपूर्ण हालात में अपनी जान बचाने को मजबूर हैं।

इससे पहले दीपेंद्र हुड्डा ने कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व में आयोजित विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे थे। जो इस सरकार की विफलता का जीता-जागता प्रतीक है। हरियाणा के आम जन की सारी उम्मीदें अब विपक्ष से ही बची हैं क्योंकि, बीजेपी-जेजेपी सरकार केवल घपले, घोटाले, फर्जीवाड़े में लगी है। आम लोगों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लोगों के सामने समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। सोती हुई सरकार को जगाने के लिए विपक्ष की सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए लोगों की आवाज़ बनकर सड़क से लेकर संसद तक और गाँव से लेकर विधानसभा तक हम लड़ाई लड़ने का प्रयास कर रहे हैं। हरियाणा में ऐसी सरकार आ गई है जो सपने दिखाती है लेकिन सपनों को साकार नहीं करती।

उन्होंने आगे कहा कि स्वार्थ के गठबंधन पर बनी इस सरकार ने हरियाणा को पूरी तरह पटरी से उतार दिया है। हर वर्ग इस सरकार की नीतियों से परेशान है। आज आगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर, कर्मचारी संगठन, कच्चे कर्मचारी, व्यापारी, किसान, पंचायत प्रतिनिधि, छँटनी ग्रस्त कर्मचारी, छात्र, भर्तियों की राह देख रहे बेरोजगार युवा समेत तमाम वर्ग आंदोलनरत है। लेकिन सरकार अपने अहंकार में सत्ता की मलाई खाने में ही मशगूल है। 2014 से पहले जो हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, किसानों, खिलाड़ियों के मान-सम्मान, विकास की तेज़ रफ्तार में नंबर-1 था, उस हरियाणा को बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी सरकार ने बेरोजगारी, महंगाई, अपराध, नशे, भ्रष्टाचार, कर्जे और बदहाली में नंबर 1 बना दिया।
इस मौके पर प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा, विधायक मेवा सिंह, विधायक बलबीर बाल्मीकि, सुल्तान सिंह जडोला, मनदीप सिंह चट्ठा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।

error: Content is protected !!