भारत सारथी/कौशिक नारनौल। चौ. सुरेंद्र सिंह मैमोरियल क्लब के जिला प्रधान एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता देवेंद्र हुडीना ने क्षेत्र के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह पर नारनौल क्षेत्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।वरिष्ठ कांग्रेसी नेता देवेंद्र हुडीना ने बताया कि सांसद धर्मवीर सिंह को महेंद्रगढ़-भिवानी लोकसभा सीट से यहां की जनता ने दो बार जिताया है, लेकिन वह नारनौल क्षेत्र की लगातार उपेक्षा करते आ रहे हैं, जिस कारण यह इलाका विकास की दौड़ में पिछड़ता हुआ नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि सांसद अपने सात साल के कार्यकाल में एक भी योजना नारनौल क्षेत्र में लागू नहीं कर पाए हैं। न ही तो वह कभी जनता के बीच नजर आते हैं और न ही उनके सुख-दुख में भागेदार बनते हैं। उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार ने इस इलाके के विकास के लिए कोई भी बड़ी योजना या बजट लाने में भी उनका कोई योगदान नहीं हे। उन्होंने कहा कि जब वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव हुआ था, तब लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जुमलों में फंस गए थे और दूसरी बार नकली राष्ट्रवाद के बल पर यह लोगों को गुमराह कर गए, लेकिन अब यह बेनकाब हो चुके हैं। ऐसे नेताओं को चुनने की बार-बार गलती यहां की भोलीभाली जनता से भी हुई है। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि अब 25 फरवरी को जयपुर रेलवे मंडल की बैठक होनी है, जिसमें सांसद एवं अन्य उच्चाधिकारी शामिल होंगे, लेकिन कमाल की बात यह है कि सांसद की ओर से इस मीटिंग में रखने के लिए जो ज्ञापन तैयार किया गया है, उसमें नारनौल, अटेली, कनीना व निजामपुर के लिए कोई मांग नहीं रखी गई है, जबकि यहां की जनता को नई रेल गाडिय़ों की बड़ी दरकरार है। सैनिक बाहुल्य इस इलाके में नौजवानों एवं दैनिक रेल यात्रियों को आने-जाने में बड़ी कठिनाई हो रही है। रेलवे ने नारनौल ट्रैक के लिए माता वैष्णों के लिए कटरा तक की ट्रेन तथा दो डेमू ट्रेन चलाई जानी कई महीनों से प्रस्तावित हैं, लेकिन सांसद ने इनमें से एक भी गाड़ी की मांग नारनौल के लिए नहीं की है। उन्होंने कहा कि जब यहां की सांसद श्रुति चौधरी थी, तब उन्होंने केंद्र से खूब सारा बजट लाकर नारनौल ही नहीं, नांगल चौधरी तक की पीने के पानी की समस्या हल करवाई थी। इसलिए यहां की जनता ऐसे मौकापरस्त नेताओं से सजग रहे और मौका आने पर इन्हें घर बैठाने का काम करे। Post navigation पुण्यतिथि पर विशेष…..हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री पंडित भगवत दयाल शर्मा  शहर में खाद्य विभाग की छापेमारी दो घी की दुकानों के लिए सैंपल