बंदरों का उत्पात… एमसीजी का छह महीने से एक ही जवाब, बन्दर पकडने का कर रहे टेंडर

बार बार सिकायत करने के बाद भी नही हो रही है सुनवाई.
परेशानी और भय के माहोल मैं सेक्टर के 5 सभी निवासी

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम, । एमसीजी में बंदरों की बार बार शिकायत के बाद भीसुनवाई नही हो रही है। पिछले छह महीने से बंदरों से परेशानी और भय के माहौल में सेक्टर 5 निवासी जी रहे हैं । दिनेश वशिष्ठ प्रेज़िडेंट आरडबल्यूए सेक्टर 3, 5 और 6 ने बताया की हमारे सेक्टर 5 में पिछले छह महीने से बंदरों ने उत्पात मचाया हुआ है । यह जानकारी एमसीजी के अधिकारियों की दी गई, उनके पास से पिछले छह महीने से एक ही जवाब मिल रहा है कि हम बन्दर पकडने का टेंडर कर रहे हैं । पिछले काफी दिनो से यही जवाब मिल रहा है। इधर सेक्टर निवासी बंदरों के भय के माहौल मैं जी रहे हैं।

सुनील गुप्ता सेक्टर 5 ने बताया कि बंदर हमारे घर के गमले तोड़ जाते हैं और गमलों में से पौधों की जड उखाड देते हैं। अरोडा ने बताया बंदर हमारे घर के अन्दर घुस आए और हमारी रसोई से खाने के सामान के डब्बे उठाकर और बाहर घर की छत पर रोज़ाना आकर बैठ जाते हैं । घर मैं छोटे छोटे बच्चे हैं बडा डर बना रहता है। लोकेश पारीक ने बताया की हमारे घर के बाहर कपडे सूख रहे थे, सभी शर्ट के बटन तोड दिए और कपडे फाड दिए। मोहिंदर पौल एक्स एक्सईएन व राजीव शर्मा ने बताया की मदर प्राइड स्कूल व आस पास के घरों पर बंदर बैठे रहते हैं। जिनकी सँख्या कोई 20 से 25 के आस पास होती है । हम सभी बंदरों से डरे और सहमे रहते हैं कि कब बन्दर कोई बडा हमला ना कर दें ।

समस्या के समाधान के लिये रिशी मलिक एमसीजी अधिकारी से भी बात की। लेकिन एमसीजी से बन्दर पकडने के लिए कोई सहयोग नही मिला। पुष्कर राज शर्मा वरिष्ठ नागरिक ने बताया की हम बंदरों के डर से हम अपनी छत पर धूप में भी नही बैठ सकते, हर समय बंदरों से भय का माहौल रहता है। दिनेश वशिष्ठ प्रेज़िडेंट ने बताया की हमने आरडबल्यूए की तरफ से प्रार्थना है कि या तो एमसीजी सेक्टर से बंदर पकड़वाए या फिर हमारी आरडबल्यूए को बन्दर पकडवाने की अनुमति दे । क्योंकि हम अपने सेक्टर के निवासियों को परेशानी में नही देख सकते। लेकिन एमसीजी की तरफ से कोई जवाब नही दिया जा रहा है।

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