पहली बार कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग व कला परिषद ने किया गीता महोत्सव में सांस्कृतिक आयोजन।
उपायुक्त ने कला एवं सास्कृतिक विभाग को दिया साधुवाद। निदेशिका प्रतिमा चौधरी की सारी टीम की प्रशंसा की।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र :- अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2021 में कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर पहली बार अतिंम क्षणों में कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन का दायित्व दिया गया। जिसका निर्वहन करते हुए विभाग की ओर से कला परिषद के सहयेाग से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के कारण महोत्सव में हर तरफ सांस्कृतिक छटा देखने को मिली।

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की प्रतिष्ठा को उजागर करने के लिए देश-विदेश के कलाकारों को आमंत्रित किया गया। प्रतिष्ठित कलाकारों के साथ-साथ विभिन्न देशों के लगभग 100 कलाकारों ने महोत्सव को भव्य बनाने में अपना पूर्ण योगदान दिया। ये कहना था जिला उपायुक्त मुकुल कुमार का। वे गत दिवस कला कीर्ति भवन में कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के अधिकारियों से भेंट करने पहुंचे तथा विभाग की निदेशिका प्रतिमा चैधरी सहित पूरी टीम को महोत्सव के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने की बधाई दी।

इस मौके पर हरियाणा कला परिषद के अतिरिक्त निदेशक गजेंद्र फौगाट, महाबीर गुड्डू तथा नागेंद्र शर्मा ने स्वागत किया।इसके अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला भी कला कीर्ति भवन में औपचारिक भेंट करने पहुंची। उन्होंने कहा कि जहां ब्रहमसरोवर के आरती स्थल पर प्रतिदिन प्रदेश के सुप्रसिद्ध भजन गायकों ने भजनों की प्रस्तुतियां दी, वहीं मुख्य मंच पर देश-प्रदेश के प्रतिष्ठित कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए महोत्सव को भव्य बनाया। इतना ही नहीं विदेश से आए लगभग 100 कलाकारों ने महोत्सव में चार चांद लगाने में अपनी अहम भूमिका निभाई।

अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग द्वारा आयोजित किया गया तीन दिवसीय चित्रकला शिविर, चित्रकला प्रतियोगिता तथा छायाचित्र प्रतियोगिता भी महोत्सव की खूबसूरती बढ़ाने में कामयाब रही। वहीं 20 दिवसीय मूर्तिशिल्प शिविर में विभाग की ओर से आमंत्रित देश के प्रतिष्ठित शिल्पकार महाभारत और आजादी का अमृतमहोत्सव से सम्बंधित मूर्तिशिल्प तैयार कर रहे हैं, जिन्हें जिला प्रशासन के निर्देशानुसार ब्रहमसरोवर पर स्थापित किया जाएगा जोकि ब्रहमसरोवर पर घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेंगे। इसके अलावा महाभारत युद्ध की 48 कोस भूमि में स्थित लगभग 75 तीर्थों पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से विभाग ने आमजन को संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया।

इतना ही नहीं ब्रहमसरोवर के द्रोपदी कूप स्थल पर छह दिन के लिए तैयार किया गया हरियाणा पैेवेलियन भी लोगों को अपनी ओर खींचने में कामयाब रहा। हरियाणा की पारम्परिक, धार्मिक तथा सामाजिक झलक के साथ हरियाणा के लोक कलाकारों तथा विदेशी कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां लोगों के लिए आकर्षण का बिंदू रही।

कला कीर्ति भवन में जिला उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक ने चित्रकला व मूर्तिशिल्प का भी अवलोकन किया तथा कला परिषद की निदेशिका प्रतिमा चैधरी व हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन सहित पूरी टीम को बधाई दी।

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