जयराम विद्यापीठ कुरुक्षेत्र में सर्वकल्याण एवं सर्वजन रक्षा के लिए हुआ यज्ञ एवं भंडारे का आयोजन।

यज्ञ में सभी भारत वासियों के स्वास्थ्य एवं सुखों की कामना के साथ आहुतियां दी गई…..

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 16 दिसम्बर : तीर्थों की संगमस्थली कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ में जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से विद्वान ब्राह्मणों एवं ब्रह्मचारियों द्वारा सर्वकल्याण गीता यज्ञ एवं भंडारे का आयोजन किया गया।

इस यज्ञ में सभी भारत वासियों के स्वास्थ्य एवं सुखों की कामना के साथ आहुतियां दी गई, साथ ही कोरोना महामारी से पूर्ण मुक्ति, सुरक्षा एवं सर्वकल्याण की भावना से भगवान श्री राम के प्रिय भक्त वीर हनुमान की विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ पूजा की गई। जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि विद्यापीठ में निरंतर पूजन एवं गीता पाठ होता है। उन्होंने ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के मार्गदर्शन में सर्वकल्याण और वातावरण शुद्धि के लिए यज्ञ किया जाता है। यज्ञ के दौरान सुगंधित औषधीय महत्व के धुएं से वातावरण में विषाणु नष्ट हो जाते हैं। औषधीय महत्व के तत्व न केवल प्राण वायु से हानिकारक तत्वों को समाप्त करते हैं बल्कि चित भी आनंदित कर शरीर को निरोगी बनाते हैं। इसलिए अधिक से अधिक लोगों को नियमित हवन यज्ञ में शामिल चाहिए। आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री के अनुसार यज्ञ मात्र एक धार्मिक कर्मकांड नहीं है अपितु एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है।

इस अवसर पर दिल्ली से आए यजमान दर्शन पुरी व अनीता नागपाल के अलावा श्रवण गुप्ता, राजेंद्र सिंघल, के. के. कौशिक, टेक सिंह लौहार माजरा, ईश्वर गुप्ता, पवन गर्ग, सुरेंद्र गुप्ता, राजेश सिंगला, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक, यशपाल राणा, प्राचार्य रणबीर भारद्वाज, रामपाल, प्रवीण कुमार, पुरुषोत्तम व कमल इत्यादि भी मौजूद थे।

You May Have Missed

error: Content is protected !!