झज्जर पुलिस द्वारा चलाया जा रहा साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता अभियान लगातार जारी झज्जर सोनू धनखड़ साइबर बुलिंग के जरिए होने वाले फर्जीवाड़ा से सजग करते हुए झज्जर पुलिस द्वारा आमजन से सावधान रहने का आह्वान किया गया है। झज्जर पुलिस द्वारा आम लोगों को साइबर क्राइम से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए चलाया जा रहा विशेष जागरूकता पाठशाला का अभियान लगातार जारी है। पुलिस अधीक्षक झज्जर श्री वसीम अकरम के दिशा निर्देश अनुसार चलाए जा रहे विशेष जागरूकता अभियान के तहत आमजन को साइबर अपराध से बचाव के संबंध में सजग करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए जा रहे हैं। साइबर जागरूकता पाठशाला के तहत झज्जर पुलिस द्वारा आम लोगों को साइबर ठगी के तौर तरीकों की जानकारी देते हुए उनसे बचने व सावधान रहने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। एसपी श्री वसीम अकरम ने बताया कि साइबर अपराधी ठगी करने की नियत से अलग-अलग तरह के तरीके अपनाते रहते हैं। साइबर अपराधी द्वारा किसी व्यक्ति को झांसा देते हुए पैसा प्राप्त करने के लिए अलग-अलग तरह के प्रलोभन दिए जाते हैं। साइबर अपराधी साइबर बुलिंग के माध्यम से ठगी का प्रयास करते हैं। डिजिटल तकनीक के माध्यम से सोशल मीडिया इत्यादि ऑनलाइन प्लेटफार्म्स पर धमकी देने को साइबर बुलिंग कहा जाता है। यह विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म, गेमिंग प्लेटफार्म इत्यादि के माध्यम से किया जाता है। इसका उद्देश्य पीड़ित को डराना, धमकाना या बदनाम करना होता है, जैसे-किसी व्यक्ति के बारे में झूठी कहानी या रूपांतरित फोटो पोस्ट कर धमकी देना, किसी अन्य व्यक्ति की पहचान चोरी कर गलत मैसेज भेज उस व्यक्ति को बदनाम करना। साइबर बुलिंग के अपराधी (आमतौर पर पीड़ित का परिचित) विभिन्न सोशल मीडिया साइटों से पीड़ित की व्यक्तिगत तस्वीरें और अन्य जानकारियाँ प्राप्त कर लेता है। साइबर बुलिंग के अपराधी सोशल मीडिया पर पीड़ित या किसी काल्पनिक नाम से एक फर्जी अकाउंट बनाते हैं। पीडित व्यक्ति की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करता है। जिसके वायरल होने के पश्चात हर कोई पीड़ित का मजाक बनाने लगता है । जिससे पीड़ित खुद को समाजिक मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस करने लगते है। साइबर क्राइम/धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ सावधानियां रखनी अति आवश्यक है। आपके द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे सोशल मीडिया ऐप्स की निजी सैटिंग्स के बारे में जानकारी रखें। यह सुनिश्चित करें कि आपकी निजी जानकारी, फोटो, वीडियो इत्यादि तक केवल आपके भरोसेमंद लोगों की ही पहुँच हो। किसी भी जानकारी या फोटो इत्यादि को ऑनलाइन अपलोड करते समय अत्यंत सावधानी बरतें तथा यह ध्यान रखें कि यह हमेशा के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेगा और भविष्य में इसका दुरूपयोग किया जा सकता है। अपने बच्चों को इस बात की जानकारी दें कि साइबर बुलिंग एक दण्डनीय अपराध है, ताकि ना ही ये साइबर बुलिंग करें और ना ही इसका शिकार बने। संवेदनशील कमेंट्स, मैसेज और फोटो इत्यादि के बारे में अवश्य रिपोर्ट करें तथा संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से उसे हटाने का अनुरोध करें। इसके अतिरिक्त किसी अनचाहे फ्रेड को अनफ्रंडे करने के साथ-साथ हमेशा के लिए ब्लॉक करें ताकि वह पुनः आपकी प्रोफाइल तक पहुँच हासिल न कर सके। फर्जी/नकली वेबसाइटों से सतर्क रहें और किसी भी कारण से संदिग्ध होने पर अनजान कॉल/संदेश/ईमेल आदि का जवाब ना दें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा ना करें। साइबर क्राइम अथवा किसी भी प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए जरूरी है कि प्रत्येक उपयोगकर्ता इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहे। Post navigation वीरवार को झज्जर में जेजेपी का ‘जन सरोकार दिवस’ जनसरोकार रैली नहीं ये जेजेपी की विश्वासघात रैली थी – दीपेन्द्र हुड्डा