चंडीगढ़ 5 दिसंबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए हम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के विचार पर चलते हुए गरीब से गरीब व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं। ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी, सीएम विंडो, मैरिट के आधार पर सरकारी नौकरी और एक लाख से कम आय वाले परिवारों की पहचान कर  उनकी आय को 2 लाख रुपये वार्षिक तक ले जाने का प्रयास भी इसी कड़ी में शामिल हैं ।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत मेलों के माध्यम से लोगों को उनकी आय बढ़ाने के लिए रोजगार स्थापित करने में सहयोग दिया जा रहा है, जिसके लिए बैंक ऋण, प्रशिक्षण तथा अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति मेलों के माध्यम से की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने ये बातें आज करनाल में पंजाबी बिरादरी भवन के उद्घाटन अवसर पर कही ।

उन्होंने कहा कि पंजाबी समुदाय संघर्षशील, आजादी में बलिदान देने वाला तथा देशभक्ति के भाव से भरा हुआ है। आजादी के दौरान पंजाबी समुदाय के जो लोग पाकिस्तान से भारत में देशभक्ति का भाव लेकर आए थे, उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और त्याग के बल पर अपना स्थान बनाने में कामयाबी हासिल की है। इस समाज और इसके इतिहास पर हमें गर्व है। इसलिए हमें अपनी ताकत और क्षमता का प्रयोग करते हुए समाज कार्य को प्राथमिकता देनी चाहिए।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि हमने करनाल की धरती से पहली बार हरियाणा एक-हरियाणवी एक का नारा दिया था, जिसको पूरे प्रदेश में चरितार्थ किया गया। हम किसी भी समुदाय से कोई भेदभाव नहीं रखते, इसलिए करनाल की जनता ने मुझे दो बार विधायक चुना।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी बिरादरी ने इस 1700 वर्ग गज जगह में एक भव्य इमारत खड़ी की है, जोकि समाज के सभी वर्गों के लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति करेगी। इसके निर्माण पर सरकार की ओर से 46 लाख रुपये की ग्रांट दी गई है।

इस दौरान उन्होंने अपना दो माह का वेतन भी देने की घोषणा की। इसके साथ ही इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप एवं नीलोखेड़ी के विधायक धर्मपाल गोंदर ने अपना एक-एक माह का वेतन, मेयर रेनू बाला गुप्ता ने 1 लाख रुपये, कृष्ण लाल तनेजा ने 2 लाख रुपये, राजेन्द्र नागपाल ने 1.25 लाख रुपये, शशि मेहता ने अपनी मासिक आय 60 हजार रुपये, जगमोहन आनंद ने 1 लाख रुपये और असंध के पूर्व विधायक स. बख्शीश सिंह ने एक माह की पेंशन देने की घोषणा की।

इसके अलावा, योगेन्द्र राणा सहित पंजाबी बिरादरी के करीब दो दर्जन लोगों ने हाथ खड़ाकर इसके शेष कार्यों के निर्माण में सहयोग करने का भरोसा दिलाया।