शह-मात के युद्ध में जुटे 150 से अधिक खिलाड़ी
पहले व दूसरे दौर के हुए मुकाबले, मंगलवार को होंगे सेमीफाइनल व फाइनल मुकाबले

भिवानी, 29 नवंबर 2021 – महाभारत के भीष्म पितामह शक्तिमान मुकेश खन्ना जी के नेतृत्व वाली हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (एचसीए) ने पेरिस ओलंपिक खेलो की तैयारियो के लिये एचसीए की दो दिवसीय इंटर जिला शतरंज चैंपियनशिप स्थानीय नई अनाज मण्डी के नजदीक स्थित जन सेवा स्कूल में सोमवार से आयोजित की गई। पहले दिन लडके व लडकियो के अंडर-11 व 14 आयुवर्ग में कई रोमांचक मुकाबले हुए। दो दौर के मुकाबले के बाद कई नेशनल खिलाड़ी शह-मात के खेल-युद्ध में शानदार खेल का प्रदर्शन कर सेमीफाइनल में पहुंचे। चैंपियनशिप में 150 से अधिक खिलाडी हिस्सा ले रहे हैं।

चैंपियनशिप का शुभारंभ खण्ड शिक्षा अधिकारी भिवानी आनन्द शर्मा ने शतरंज की बिसात पर पहली चाल चलकर किया। उन्होंने कहा कि शतरंज महाभारत के पुरात्व समय का शह-मात का खेल-युद्ध हैं। पढाई के साथ शतरंज खेलना बच्चों के लिए बहुत जरूरी है। शतरंज में जिले के खिलाडी राष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त कर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे है। शतरंज दिमागी कसरत का सबसे अच्छा अभ्यास है।

सर्वाधिक मुकाबले जीतने वाला होगा चयनित :
भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) से शतरंज के एशिया महादीप के सलाहकार तथा एचसीए महासचिव कुलदीप ने बताया कि जिले की टीम में वही चयनित होगा जो एचसीए के नियमानुसार सर्वाधिक मुकाबले जीतेगा। सोमवार को दुसरे राऊंउ तक मुकाबले करवाए गए। सेमीफाइनल व फाइनल चक्र के मुकाबले मंगलवार सुबह नौ बजे से खेले जाएंगे।

पहले दिन ये रहे परिणाम :
उच्च वरीयता प्राप्त जन सेवा स्कुल के हर्षदीप की चालों के आगे भिवानी पब्लिक स्कूल के नेशनल खिलाडी स्वराज ने घुटने टेके। वैश्य मॉडल स्कुल की वानिका ने जन सेवा स्कुल की गरिमा को रोमांचक मात दी। डीबीएम स्कुल दुल्हेडी तोशाम की मोनिका ने जन सेवा स्कुल की निकुंज को करारी शिकस्त दी। आज हुए मुकाबलों मे कई नेशनल खिलाड़ियों ने अगले राउंड में प्रवेश किया।

राज्यस्तरीय स्पर्धा के लिए होगा चयन : स्पर्धा का आयोजन हरियाणा ओलम्पिक संघ (एचओए) के तत्वावधान में हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (एचसीए) द्वारा किया जा रहा है। चैंपियनशिप के शुरू में भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) से शतरंज के एशिया महादीप के सलाहकार तथा एचसीए महासचिव कुलदीप ने खिलाडिय़ों को शतरंज के नए नियमों से अवगत कराया।

विजयी खिलाडियों में से ही जिला शतरंज टीम का चयन किया जाएगा। चयनित खिलाड़ी दिसंबर में होने वाली एचसीए की राज्यस्तरीय शतरंज प्रतियोगिता में जिले का प्रतिनिधित्व करेंगें।

शतरंज स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल हो : इस दौरान एचसीए ने स्वस्थ, उज्जवल, नवीन और सुरक्षित शतरंज की स्थापना मिशन के तहत गुजरात, तमिलनाडू व गोवा की तरह हरियाणा में शतरंज को स्कूली पाठ्यक्रम में विषय के रूप में शामिल करने पर बल दिया।

शतरंज के लिए ली भीष्म प्रतिज्ञा :
एचसीए महासचिव कुलदीप के मुताबिक उन्होंने शतरंज के लिए भीष्म प्रतिज्ञा ली है, आजीवन ब्रहमचारी रहुगा, जीवनभर विवाह नहीं करेंगे, वंश हीन ही जियेगे, वंश हीन ही मरेगे ताकि आजीवन तपस्या कर जीवनभर शतरंज की सेवा व सुरक्षा करता रह सकु और इसके सिवा मेरे जीवन का कोई ओर लक्ष्य नही होगा। उनका लक्ष्य है हरियाणा में एक स्वस्थ, उज्ज्वल, नवीन और सुरक्षित शतरंज की स्थापना हो। अपना पूरा जीवन शतरंज को समर्पित करने का फैसला लिया हुआ है।

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