भिवानी।  हरियाणा सभ्य समाज ने भिवानी नगर परिषद चुनाव के लिए तैयार की गई संसोधित वार्डबंदी पर सवाल उठाएं हैं। सभ्य समाज के प्रदेश प्रधान धर्मेंद्र अंगिरा ने कहा है कि जिला प्रशासन ने राजनैतिक दबाव में आकर वार्डबंदी की है। जिला प्रशासन द्वारा की गई वार्डबंदी से शहर के वार्डों का स्वरूप और उनका अस्तित्व ही बदल दिया है।

उन्होने कहा है कि नई वार्डबंदी को लेकर जिला प्रशासन ने जो आपत्तियां आई थी, उनमें से एक तिहाई आपत्तियों पर ही प्रशासन ने विचार किया गया। अंगिरा ने कहा कि जिला प्रशासन ने रद्द की गई तीन आपत्तियों पर दोबारा विचार कर लिया, क्योकि उनके पास उपरी दबाव आ गया था। इसी उपरी दबाव के चलते भिवानी जिला प्रशासन ने एक पार्टी विशेष को लाभ पहुंंचाने के  लिए गलत और अमान्य वार्डबंदी कर डाली। उन्होने कहा कि एक वार्ड में तो वें ब्लाक जोड़ दिए जिनके मतदाता को अपना वोट डालने के लिए दो किलोमीटर चल कर जाना होगा। इस क्षेत्र को जोड़े गए वार्ड का जोड़े गए वार्ड से कोई भौगालिक सम्बंध नहीं रहा। आपत्तियों की अनदेखी कर की गई वार्ड बंदी से स्पष्ट है कि जिला प्रशासन ने एक पार्टी को सीधा लाभ पहुंचाने को ऐसा किया है।

इसका परिणाम चुनाव में सभी राजनैतिक दलों के अलावा प्रत्याशियों को भी भोगना पड़ेगा। धर्मेंद्र अंगिरा ने कहा कि दस वार्डबंदी को लेकर पार्षदों और प्रभावित मतदाताओं में रोष है। उन्होने चेताया कि अगर समय रहते वार्डबंदी को भौगोलिक स्वरूप अनुसार नहीं ठीक किया गया तो दस बारे में मुख्यमंत्री मनोहरलाल को चंडीगढ़ में ज्ञापन दिया जायेगा और इस मुद्दे पर अदालत की शरण में जाया जायेगा।

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