Category: देश

हरियाणा लोक सेवा आयोग ने हरियाणा सिविल सेवा और अन्य संबद्ध सेवा परीक्षा-2021 का परिणाम घोषित किया

नई दिल्ली, 6 फरवरी – हरियाणा लोक सेवा आयोग ने हरियाणा सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) और अन्य संबद्ध सेवा परीक्षा-2021 का परिणाम घोषित कर दिया है। आयोग ने पर्सनेलिटी टेस्ट/साक्षात्कार…

खसरे के प्रसार को रोकने के लिए जिला नूंह और जिला पलवल में खसरा रूबेला (एमआर) कैच-अप अभियान को आज से किया शुरू -स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज

इस अभियान में 9 माह से 15 वर्ष तक के कुल 4,72,250 बच्चों को एमआर के टीके की एक अतिरिक्त खुराक दी जाएगी- अनिल विज एमआर की अतिरिक्त खुराक प्रदान…

‘प्रजातंत्र में फैसले विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा जैसे मंचों पर चर्चा करके लिए जाते हैं’’- गृह मंत्री अनिल विज

‘‘कांग्रेस चर्चा करने से बच रही है, क्योंकि इनके पास ज्ञान नहीं है’’- अनिल विज कांग्रेस पर ‘थोथा चना बाजे घना’ की कहावत चरितार्थ हो रही- विज नई दिल्ली, 6…

रामचरित मानस पर विवाद, राजनीतिक फसाद

दरअसल आजकल लोग जातिवाद के चलते चौपाई और श्लोकों के गलत अर्थ निकालने लगे हैं। उसके संदर्भ को काटकर वे उसके भाव को नहीं पकड़ते हैं। प्राचीन काल के गुरुकुल…

आज है रविदास जयंती …….. रहस्यवादी कवि, समाज सुधारक और आध्यात्मिक गुरु थे संत रविदास

अधिकांश रविदासियां सिख धर्म का पालन करती हैं और श्री गुरु ग्रंथ साहिब में आस्था रखती हैं। रविदासियों का यह संप्रदाय मुख्य रूप से पंजाब के मालवा क्षेत्र में निवास…

जयंती विशेषालेख…….. कर्म हमारा धर्म है : संत रविदास

हेमेन्द्र क्षीरसागर, पत्रकार, लेखक व स्तंभकार महान संत, दर्शनशास्त्री, कवि, समाज-सुधारक और ईश्वर के अनुयायी संत शिरोमणि रविदास के जन्म को लेकर सबकी अपनी-अपनी राय है। कुछ लोगों का मानना…

सामाजिक ताने- बाने को कमजोर करती जातिगत कट्टरता

राजनीतिक लाभ के लिए जातिगत ध्रुवीकरण के अलावा उपरोक्त मांग के पीछे कुछ कारक सक्रिय नजर आते हैं।इस परिदृश्य में, यह कहना गलत नहीं होगा कि सामाजिक आर्थिक समानता लाने…

बच्चों के नन्हे हाथों में मोबाइल न दो

-कमलेश भारतीय निदा फाजली ने बहुत शानदार शेर कहा –बच्चों के नन्हे हाथों को चांद सितारे छू लेने दोदो चार किताबें पढ़कर ये भी हम जैसे हो जायेंगे ! सच…

देश में अमृतकाल, बजट से मालामाल या बुरे होंगे हाल

अगले वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट है. केंद्रीय बजट से आम आदमी से लेकर उद्योग जगत को भी कई…

शेयर बाजार फड़फड़ाकर 1000 अंक से ज्यादा चढ़ा और आखिर में दोगुनी रफ्तार से कोमा में चला गया।

-प्रियंका सौरभ न किसानों की आय दोगुनी हुई.ना एमएसपी बढ़ी। न किसी गरीब परिवार को छत मिली। आय किसकी दोगुनी कर गई पता नहीं।बजट का प्रभाव भी अमीरों पर है…

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