दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन से बड़ी खबर आ रही है. यहां पर कुछ किसानों ने बैरिकेड को तोड़ने का प्रयास किया. हालांकि पुलिस ने लाठी फटकारते हुए हल्का बल प्रयोग किया और किसानों को ऐसा करने से रोक दिया. बता दें कि दिल्ली के कुछ बाॅर्डरों पर करीब 11 महीनों से किसान आंदोलन चल रहा है. दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन से एक बड़ी खबर सामने आई है. सिंघु बॉर्डर पर कुछ लोगों ने पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की है. हालांकि, पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए लोगों को ऐसा करने से रोक दिया. इस दौरान पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए हल्का बल का प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज भी किया. सिंघू बॉर्डर पर आज कुछ लोगों ने बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस ने बल का प्रयोग किया. वहीं, सूचना के बाद पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं. सिंघु बॉर्डर पर हालात को काबू करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है. दरअसल, बीते दिनों कुंडली बॉर्डर पर पंजाब के दलित युवक लखबीर की नृशंस हत्या कर दी गई थी. निहंगों ने लखबीर पर गुरुग्रंथ की बेदअबी का आरोप लगा कर उसकी हत्या की थी. वहीं, बुधवार यानि आज लखबीर की आत्मा की शांति के लिए स्वजन यूपी के लोगों को साथ लेकर कुंडली बॉर्डर की उसी जगह पर हवन करने जा रहे थे, जहां पर लखबीर की हत्या की गई थी. असल में बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर निहंगों की महापंचायत बुलाई गई थी, जिसमें निर्णय लिया गया है कि निहंग आंदोलन स्थल पर डटे रहेंगे और अपनी मांगें पूरी होने तक आंदोलन करते रहेंगे. इस दौरान कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं जानकारी के मुताबिक, महापंचायत के चलते आज हत्या वाली जगह पर भारी संख्या में निहंग मौजूद हैं. दोनों पक्षों में टकराव न हो इसलिए स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नरेला में पुलिस की ओर से उन्हें रोक दिया गया. हालांकि, वह सिंघु बॉर्डर पर जाने के लिए जिद करने लगे. बार-बार समझाने पर भी जब वह नहीं मानें तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इस दौरान कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं. 11 महीनों से किसान आंदोलन चल रहा है फिलहाल ये लोग कुंडली बॉर्डर पर जाने की जिद कर रहे हैं और सड़क पर बैठ गए हैं. बताया जा रहा है कि इनकी संख्या काफी ज्यादा है. इसलिए भारी संख्या में पुलिस के जवान भी मौके पर मौजूद हैं. बता दें कि दिल्ली के कुछ बाॅर्डरों पर करीब 11 महीनों से किसान आंदोलन चल रहा है. Post navigation मीडिया ‘समाज का दर्पण है’ और ‘निष्पक्षता’ इसका धर्म है : मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार की दिवाली, जनता का दिवाला – दीपेंद्र हुड्डा