शिक्षक दिवस पर इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर में मुख्यमंत्री मनोहरलाल का आगमन सार्थक ? विद्रोही

सैनिक स्कूल गोठडा पाली व भक्त फूलसिंह विश्वविद्यालय कृष्ण नगर रीजनल सैंटर का भवन निर्माण सात वर्ष से पर्याप्त बजट अभाव में न होना जीवंत प्रमाण है कि भाजपा सरकार दक्षिणी हरियाणा के शिक्षा प्रोजेक्टस पर कितनी गंभीर है।

रेवाड़ी – 4 सितम्बर 2021 – शिक्षक दिवस पर इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के आगमन पर स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मांग की कि इस अवसर पर कम से कम रेवाड़ी जिले के शिक्षा से सम्बन्धित सभी अधूरी पड़ी परियोजनाओं को एक निश्चित समयावधि में पूरा करने के लिए पर्याप्त बजट दे। विद्रोही ने कहा कि शिक्षक दिवस पर मीरपुर आईजीयू परिसर में मुख्यमंत्री का आगमन तभी सार्थक होगा जब वे इस क्षेत्र की शिक्षा से सम्बन्धित अधूरी पड़ी योजनाओं का निर्माण एक निश्चित समय में करने का संकल्प दोहराये। इसकी शुरूआत इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय का विस्तार करके कर सकते है। भाजपा खट्टर राज में विगत सात सालों में आईजीयू का वह विकास नही हो पाया जो होना चाहिए था। सात साल बाद भी आईजीयूू मीरपुर का एक समुचित विश्वविद्यालय के रूप में खड़ा न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। 

विद्रोही ने कहा कि इसी तरह सैनिक स्कूल गोठडा पाली व भक्त फूलसिंह विश्वविद्यालय कृष्ण नगर रीजनल सैंटर का भवन निर्माण सात वर्ष से पर्याप्त बजट अभाव में न होना जीवंत प्रमाण है कि भाजपा सरकार दक्षिणी हरियाणा के शिक्षा प्रोजेक्टस पर कितनी गंभीर है। इसी तरह पांच साल पूर्व घोषित ब्यायज कालेज रेवाड़ी व जाटूसाना महिला कालेज के भवन का निर्माण कब होगा किसी को पता नही। रेवाड़ी जिले के सरकारी महाविद्यालयों में न तो पर्याप्त प्रिंसीपल है और न ही शिक्षक। रेवाड़ी जिले का शिक्षा ढांचा चरमराया हुआ है। यही हालत सरकारी विद्यालयों की है जहां कहीं पर्याप्त शिक्षक नही है तो कहीं आधारभूत शिक्षा ढांचा नही। विद्रोही ने कहा कि रेवाडी जिले को बने 32 साल हो गए, फिर भी यहां जिला पुस्तकालय नही है। रेवाड़ी जिले में एक विशाल सरकारीे लाईब्रेरीे होना समय की मांग है। विद्रोही नेे मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे बड़े-बड़े दावे करने की बजाय 5 सितम्बर शिक्षक दिवस पर इंदिरा गांधी मीरपुर यूनिवर्सिटी में अपने कार्यक्रम में रेवाड़ी जिले के शिक्षा से सम्बन्धित अधूरे पड़े प्रोजेक्टस को पूरा करने की दिशा में ठोस पहल करे तो मुख्यमंत्री का आना सार्थक होगा अन्यथा रेवाड़ी आना बेमानी होगा। 

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