– प्रदीप देशवाल बने इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अंगदान और रक्तदान के साथ मनाया गया स्थापना दिवस

– दुष्यंत चौटाला का विरोध किसान नहीं, राजनीतिक लोग कर रहे हैं – डॉ अजय सिंह चौटाला

रोहतक/चंडीगढ़, 5 अगस्त। जननायक जनता पार्टी की छात्र इकाई इनसो का 19वां स्थापना दिवस शहीदी दिवस के रूप में मनाया गया। रोहतक स्थित एमडीयू सभागार में प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय सिंह चौटाला एंव जेजेपी प्रदेश प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने शहीदों के परिवार को सम्मानित किया और सैकड़ों युवाओं के साथ देहदान की घोषणा कर युवाओं को प्रेरित किया। स्थापना दिवस कार्यक्रम पर प्रदीप देशवाल को इनसो की कमान सौंपी गई। इनसो संस्थापक डॉ अजय चौटाला ने सर्वसम्मति से फैसला लेते हुए प्रदीप देशवाल को इनसो का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की घोषणा की।

डॉ. अजय सिंह चौटाला ने कहा कि इनसो एक गैर-राजनीतिक छात्र संगठन है जिसने समय-समय पर छात्रों की आवाज को बुलंद किया और छात्रों को अपनी आवाज बुलंद करने और भविष्य में राजनीति के लिए उचित प्लेटफार्म दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा ही नहीं देश में आज इनसो सबसे ज्यादा जागरूक और छात्र हित में संगठित संगठन है। अजय चौटाला ने कहा कि इनसो ने हरियाणा मे छात्र संघ चुनाव बहाल करवाने को लेकर दिग्विजय सिंह चौटाला के नेतृत्व में हिसार में भूख हड़ताल कर सरकार को झुकाया और हरियाणा में वर्षों बाद छात्र संघ चुनाव की बहाली सुनिश्चित करवाई थी। उन्होंने कहा कि उनका स्वयं मानना है कि हरियाणा में किसी भी राजनीतिक दल की सरकार हो, छात्र हितों की पैरवी के लिए इनसो हमेशा डटकर सामना करेगा। डॉ. चौटाला ने मंच के माध्यम से जहां दिग्विजय चौटाला के नेतृत्व की प्रशंसा की, वही उन्होंने इनसो को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप देशवाल के रूप में देते हुए घोषणा की। अजय चौटाला ने कहा कि साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले प्रदीप देशवाल ने जैसे प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया, उसी तरह अब बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर वे कार्य करते हुए सबको साथ लेकर इनसो को देश के अन्य राज्यों में भी मजबूत करने का काम करेंगे।

इनसो स्थापना दिवस समारोह को जेजेपी प्रदेश प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने संबोधित करते हुए सबसे पहले इनसो का आभार जताया और कहा कि इनसो ने उन्हें बहुत कुछ दिया वह जो कुछ भी है आज इनसो की बदौलत हैं। उन्होंने कहा कि जब 2013 में उन्हें इनसो की कमान सौंपी गई थी, तब से लेकर आज तक उन्होंने इनसो के हजारों साथियों के साथ छात्र हितों के मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाने का काम किया। उन्होंने कहा कि छात्रों की मुलभूत सुविधाएं हॉस्टल, लाइब्रेरी, परीक्षाएं समेत फीस वृद्धि जैसी तमाम मांगो को लेकर आंदोलन किए। दिग्विजय ने कहा कि इनसो की सबसे बड़ी उपलब्धि प्रदेश में छात्र संघ चुनाव की बहाली की मांग को मनवाने की रही है, जिसके चलते हरियाणा में 22 साल बाद छात्र संघ के चुनाव हुए। उन्होंने कहा कि सामाजिक कार्यों में भी इनसो ने मानवता का परिचय देते हुए पूर्व के इनसो स्थापना दिवस पर दस हजार आंखे दान करने का रिकॉर्ड बनाया था, वहीं हजारों पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का रिकॉर्ड इनसो के नाम दर्ज है। वहीं दिग्विजय ने अंगदान का फॉर्म भरते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि देश के अंदर इनसो पहला छात्र संगठन बना जिसने अंगदान करने का रिकॉर्ड भी कायम कर दिया।

दिग्विजय ने कहा कि इनसो साथियों ने मेरे इनसे में संघर्ष के दिनों में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने का काम किया, इसके लिए वह ताउम्र आभारी रहेंगें। उन्होंने कहा कि इनसो गरीब, किसान, आम परिवार के बच्चों के लिए एक बड़ा राजनीतिक प्लेटफार्म है। चौटाला ने उदाहरण देते हुए कहा कि पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें स्वयं सोनीपत लोकसभा सीट और प्रदीप देशवाल को रोहतक से मैदान में उतारकर छात्रों को आगे लाने का काम किया है। यही नहीं विधानसभा चुनाव में भी जननायक जनता पार्टी ने अधिक से अधिक इनसो के युवाओं को चुनाव लड़वाया। दिग्विजय ने डॉ. अजय चौटाला से आग्रह करते हुए कि इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद को ज्यादा समय तक खाली ना छोड़ा जाए, इसलिए जल्द से जल्द इस पर अध्यक्ष की नियुक्ति की जाए, इसके बाद सर्वसम्मति से डॉ अजय सिंह चौटाला ने प्रदीप देसवाल को राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया। वहीं कार्यक्रम के दौरान इनसो के युवाओं ने इनसो से दिग्विजय चौटाला को विदाई देते हुए पगड़ी पहनाकर व शॉल भेंट कर सम्मानित किया।

इस अवसर पर जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह ने कहा कि देश के अंदर छात्रों ने बदलाव करने का काम किया है, क्रांति और आंदोलन छात्र जीवन में एक आम बात है। उन्होंने कहा कि इनसो के प्रत्येक सदस्य ने समय-समय पर छात्र हितों की पैरवी करके अपनी मजबूती को दर्शाया है। निशान सिंह ने दिग्विजय सिंह के नेतृत्व की प्रशंसा की व साथ ही नए अध्यक्ष का स्वागत करते हुए सभी छात्रों को शुभकामनाएं दी।

जेजेपी युवा प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र सांगवान ने कहा कि आज इनसो और युवाओं की सोच आपस में मेल खाती है। उन्होंने कहा कि गरीब किसान मजदूर के लिए काम करने वाले डॉ. अजय चौटाला सर्वप्रथम छात्रों की आवाज बने थे और इस संघर्ष को दिग्विजय सिंह चौटाला ने बेखूबी निभाया। उन्होंने कहा कि इनसो ने चौ. देवीलाल के बाद गरीब के बच्चों को आगे ले जाने का काम कर रही है। सांगवान ने कहा कि प्रदीप देशवाल जैसे साधारण परिवार के नौजवान को लोकसभा चुनाव लड़वाना संगठन की सकारात्मक सोच को दर्शाता है और यह केवल इनसो व जेजेपी में ही संभव है।

इनसो के नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप देशवाल ने कहा कि उनके आदर्श डॉ. अजय चौटाला 2013 के बाद किसी राजनीतिक कार्यक्रम में पहुंचे है। उन्होंने कहा कि इनसो संस्थापक डा. अजय चौटाला से हमेशा एक बात सीखी है कि यदि छात्र हितों के लिए कॉलेज, शिक्षा की बात पर मेरे सामने खड़े होकर भी लड़ाई लड़ने पड़ी तो पीछे नहीं हटना। देशवाल ने कहा कि एक तरफ तो वह किसान का बेटा होने के नाते लोकसभा में उतारे गये, जबकि दूसरी तरफ बड़े राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेन्द्र हुड्डा को पैराशूट से लोकसभा का चुनाव लड़वाया जाता है और फिर राज्यसभा में खुद के बेटे को सांसद बनाया जाता है जबकि इनसो साधारण लोगों के बच्चों को राजनीतिक ऊंचाइयों पर ले जाने का उचित माध्यम है।

देशवाल ने कहा कि उन्होंने सदैव युवाओं के हित में छात्रों की आवाज को बुलंद किया। उन्होंने कहा कि जेजेपी ने 70 प्रतिशत युवाओं को चुनाव लड़वाने का कार्य किया था। इनसो मे संघर्ष कर जेजेपी के माध्यम से कोई भी युवा विधानसभा या लोकसभा जा सकता है। इनसो ने छात्राओं की हर मांग को उठाने का काम किया है। शिक्षण संस्थाओं की सुरक्षा के लिए युवा राजनीति में आए। इस मौके पर जेजेपी राष्ट्रीय संगठन सचिव राजेंद्र लितानी, जेजेपी विधायक अमरजीत ढांडा, महिला प्रदेशाध्यक्ष शीला भ्याण, डॉ. महेश हुड्डा, मंजू जाखड़,  हरियाणा डेयरी विकास संघ के चेयरमैन एवं जेजेपी नेता रणधीर सिंह, हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के चेयरमैन एवं जेजेपी नेता पवन खरखौदा, जेजेपी जिला अध्यक्ष बलवान सुहाग, पूर्व विधायक डॉ. शिवशंकर भारद्वाज, राजेश राठी, राजेश सैनी, अमित माजरा, दीपक मलिक, रवि रेढू समेत हजारों की संख्या में इनसो के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस अवसर पर सैकड़ों युवाओं ने आयोजित रक्तदान शिविर में ब्लड डोनेट किया।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए डॉ अजय चौटाला ने युवाओं को जहां इनसो स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी, वहीं उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का विरोध कर रहे लोगों के बारे में कहा कि विरोध करना सबका संवैधानिक अधिकार है लेकिन केवल विरोध करना ही समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का विरोध करने वाले किसान नहीं है बल्कि राजनीति से प्रेरित लोग है।

उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों के लिए सरकार ने किसानों के लिए अपने दरवाजे हमेशा खोल रखे है। अजय चौटाला ने कहा कि किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए बातचीत का रूप अख्तियार करें। उन्होंने कहा कि यदि दुष्यंत चौटाला के इस्तीफे से कृषि कानूनों का रास्ता निकलता है तो दुष्यंत का इस्तीफा उनकी जेब में रहता है, कभी भी ले सकते है। उन्होंने ने कहा कि इस्तीफा तो इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने भी दिया था लेकिन कानून वापिस तो नहीं हुए। उन्होंने कहा कि हमने भी सरकार स्तर पर प्रयास किए है, हम भी किसान है समस्या को समझते है, लेकिन यह सब बातचीत से संभव है। समस्याओं का हल राजनीतिक ताकत से होता है इस्तीफा देने से नहीं। 

error: Content is protected !!